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भारत में राष्ट्रीय मानवाधिकार की स्थापना कब हुई?

भारत में राष्ट्रीय मानवाधिकार की स्थापना कब हुई? National Human Rights established

हेलो दोस्तों में अनिल कुमार पलाशिया आज फिर आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आ रहा हु इस लेख में हम आपको National Human Rights established भारत में राष्ट्रीय मानवाधिकार की स्थापना कब हुई? से सम्बंधित जानकारी को आपके लिए लेकर आया हु . इस लेख में आपको राष्ट्रिय मानव आयोग से समबन्धित सभी जानकारी इस लेख में देखने को मिलेगा . 

                

भारत में राष्ट्रीय मानवाधिकार की स्थापना कब हुई?

                                         

वर्तमान अध्यक्ष ;- न्यायमूर्ति श्री अरुण कुमार मिश्र 2024 
प्रथम अध्यक्ष :-  न्याय मूर्ति रंगराजन मिक्ष .
प्रथम महिला सदस्य - फातिमा बीबी .           

मानव अधिकार सरंक्षण अधिनियम -1993 THE PROTECTION OF HUMAN RIGHTS ACT - 1993 

आयोग की जानकारी 

  • आयोग का अर्थ 
  • आयोग की परिभाषा 
  • आयोग की सरचना 
  • आयोग के सदस्य 
  • आयोग का महत्त्व 
  • आयोग के कार्य 
  • आयोग के उद्देश्य 

मानव अधिकार का अर्थ :- 

मानवाधिकार से तात्पर्य मानव के अधिकार से है ये ऐसे अधिकार होते है जो प्रत्येक मनुष्य को  जन्म से मिलते है ये मनुष्य की प्रवति में ही निहित है और किसी रीती - रिवाज , परम्परा , रूडी , कानून , राज्य ,शासक या संसद या किसी अन्य संस्था की दी  नहीं है यह व्यक्ति को स्व ही प्राप्त होते है . 

   विशेषता :- उद्देश्य 

  • ये अधिकार अदेय , प्राकृतिक एवं अहरनिय है .
  • ये किसी दुसरे को हस्तांतरित नहीं किये जा सकते है . 
  • मानवाधिकार एक प्रकृति प्रदात है अत : इसके उदभव में किसी मानव प्रयास का हाथ नहीं है व्यक्ति के व्यक्तितव एवं उसके मनुष्यत्व को पूर्णतया देने के क्रम में मानवाधिकार स्वत : उदभूत हुये है . 
  • इसके विकास में व्यक्ति के प्रयासों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है 1776 के अमरीकी स्वाधीनता की घोषणा 1789 की फ़्रांसीसी क्रांति और 10 दिसम्बर 1948 को संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा दुवारा जारी मानवाधिकार की स्र्व्भोमिकता की घोषणा पत्र मानवाधिकार के विकास के प्रमुख चरण रहे है . 
  • मानवाधिकार को इसके 1948 के सर्वभोमिक घोषणा पत्र में उल्लिखित 30 अनुच्छेद के माध्यम से वर्गीकृत किया गया है . 

अवधारणा :-

 मानवाधिकार को सामाजिक जीवन की उन दशाओं के रूप में परिभाषित किया जाता है जो मानव को समाज एवं कानून में शि रूप से कार्य करने में कोई कमी न आये . मानवाधिकार इस सार्भोमिक तथ्य पर आधारित है की मानव प्रकृति की अनूप करती है और इसलिए प्रत्येक की अनुपम करती है और इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को चाहे वह किसी भी जाती ,धर्म , स्म्रप्दाय या , लिंग का हो सम्मानजनक , गरिमा जीवन जीने जीने का पूर्ण अधिकार है मानवाधिकार लागू करने वाली संस्थाऐ राज्य या कानून इन्हें लागू कराने वाले मुख्य माध्यम है . इन संस्थाओ का लक्ष्य मानवाधिकार के उलंघन को रोकना भी है . 

आवश्यकता :- [ महत्त्व ] 

मानव अधिकार की आवश्यकता है :- 

  • एक लोकतांत्रिक तथा सभ्य समाज की स्थापना की पूर्वशर्त के रूप में है . 
  • व्यक्ति के व्यक्तित्व के समग्र विकास के लिए आवश्यक दशाओं की प्राप्ति हेतु . 
  • सामजिक न्याय की प्राप्ति हेतु आवश्यक .
  • गरिमामय जीवन जीने की आवश्यक शर्त के रूप में . 
  • वैश्विक शान्ति , सुरक्षा एवं सामूहिक कल्याण के लिए . 
  • जीवन मूल्यों के सरंक्षण एवं संवर्धन हेतु . 
  • राज्यों और नागरिको के पारस्परिक सम्बन्धो को सुद्रंड करने के लिए . 
  • नागरिक कर्तव्य अथवा जिवंत नागरिकता के गुणों के विकास के लिए . 
  • सामजिक समरसता , संतुलन एवं सद्रश्यता की स्थापना के लिए . 
  • मानवीय गुणों एवं मूल्यों के सम्मान तथा उनके विकास के लिए .
  • प्रक्रति एवं मनुष्य के मध्य अंत : सम्बन्धो को मजबूत करने के लिए 
  • विभिन्न प्रकार के  न्रजातीय , धार्मिक , भाषायी आदि 
  • पर्यावरण संवेदनशील को सुनिश्चित करने के लिए . 
  • अधिकारों एवं कर्तव्यो के मध्य संतुलन स्थापित करने हेतु . 

मानव अधिकार आयोग की महत्वपूर्ण तारीख 

  • संसद में प्रस्तुत  - मानव अधिकार आयोग  को संसद में 28 सितम्बर 1993 को पेस किया गया 
  • संसद दुवारा पारित - 8 जनवरी 1994 को संसद में प्रस्तुत किया गया . 
  • राष्ट्रपति दुवारा स्वीकृत :- 8 जनवरी 1994 .
  • मानव सरक्षण अधिनियम लागु हुआ - 28 सितम्बर 1993 को . 

राष्ट्रिय मानव अधिकार का गठन 

  1.  गठन - 12 अक्टूबर -1993 
  2. .ACT - मानव आधिकार सरक्षण अधिनियम 1993 HUMAN RIGHT PROTECTION ACT - 1993 .                                                                                           
  3. प्रकृति - सांविधिक निकाय 
  4. मुख्यालय - दिल्ली .  
  5. NHRC - की सरचना -  

भारत में राष्ट्रीय मानवाधिकार की स्थापना कब हुई?

आयोग के सदस्य 

  • 1 अध्यक्ष 
  • 5 मुख्य सदस्य . 
  • 7 पदेन सदस्य
  • 13 सदस्यीय निकाय है .                                                  

6 . सदस्यों की नियुक्ति . चयन समिति  > राष्टपति .           

  •  6 सदस्य जिसमे - 1 प्रधानमंत्री [ समिति का अध्यक्ष ] 
  • केन्द्रीय गृह मंत्री . 
  • लोकसभा अध्यक्ष . 
  • राज्य सभा उपसभापति . 
  • लोक सभा में विपक्ष का नेता . 
  • राज्य सभा में विपक्ष का नेता . 

NHRC :- सदस्यों की योगता :- 

  •  अध्यक्ष 1 - उच्तम न्यालय का पूर्व मुख्य या अन्य न्यायधीश . 
  •  5 मुख्य सदस्य - 
  • प्रथम सदस्य - उच्चतम न्यालय का कार्यरत या पूर्व न्यायाधीश . 
  • दूसरा सदस्य - उच्च न्यालय का कार्यरत या पूर्व न्यायाधीश . 
  • अन्य 3  सदस्य :- मानव अधिकार के विषय में विशेषज्ञ , जिसमे कम से कम एक महिला आवश्यक है . 
  • 7 पदेन सदस्य
  1. SC आयोग के अध्यक्ष . 
  2. ST आयोग के अध्यक्ष 
  3. राष्ट्रिय महिला आयोग के अध्यक्ष .
  4. राष्ट्रिय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष .
  5. राष्ट्रिय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष 
  6. राष्ट्रिय बल संरक्ष्ण आयोग के अध्यक्ष . 
  7. राष्ट्रिय दिन्व्याग जान आयोग के अध्यक्ष . 

कार्यकाल :-

 राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग का कार्यकाल 3 वर्ष / 70 वर्ष की आयु . अध्यक्ष तथा सदस्य पुनर्निर्मित के पात्र होते है . 

त्यागपत्र :- राष्ट्रिय पति को त्याग पत्र दिया जाता है 

हटाया जाना :- राष्ट्र पति के दुवारा हटाया जाता है . 

कार्य और शक्तिया ;- 

  • मानव आधिकार उल्लंघन सम्बन्धी जांच . 
  • इसके पास मानवाधिकार के उल्लंघन से सम्बन्धित सभी न्यायिक मामलो से हस्तक्षेप करने का अधिकार है . 
  • मानव अधिकार से सम्बन्धित किसी संधि / समझोते का अध्यन . 
  • मानव अधिकार से सम्बन्धित विधिक नियमो की जागरूकता फैलाना . 
  • जेल , बंधीगृह जाकर सुधार की अनुंशसा .
  • आयोग के पास दीवानी आदालत की शक्तिया है और यह अंतरिम राहत भी प्रदान कर सकता है 
  • इसके पास मुआवजे या हर्जाने के भुक्तान की सिफारिश करने का भी अधिकार है . 
  • यह राज्य तथा केंद्र सरकारों को मानवाधिकार के उल्लंघन को रोकने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने की सिफारिश भी कर सकता है . 

राष्टीय मानव अधिकार आयोग की महत्वपूर्ण सीमाए :- 

  • इसका कार्य केवल सिविल न्यायलय की तरह है इसे किसी व्यक्ति को दण्ड देने और किसी व्यक्ति को आर्थिक सहायता देने का अधिकार नहीं है . 
  • जब सरकार को यह कोई परामर्श देते है तो सरकार इसको मानने के लिए बाध्य नहीं है . 
  • यह उस मामलो की जाँच कर सकता है जिसे 1 वर्ष से ज्यादा समय नहीं हुआ हो मतलब एक वर्ष के अन्दर की घटना हो . और इसके साथ ही राज्य मानवव अधिकार आयोग या अन्य आयोग दुवारा न की जा रही हो . 

राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग की जानकारी 

  • भारत में राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग का गठन कब किया है - 12 अक्तूबर 1993
  • राष्ट्रिय  मानव अधिकार आयोग में सदस्यों की संख्या कितनी है - 4 है 
  • किसकी अध्यक्षता में 1946 में मानवधिकार आयोग समिति का गठन किया गया एलोनोर रूजवेल्ट . 
  • सविधान के किस अनुच्छेद में शिक्षा के अधिकार की ग्यारंटी प्रदान की गई है - अनुच्छेद 21 -A 
  • अंतराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है - 10 दिसंबर .
  • अनुच्छेद 21 [ क ] का सम्बन्ध है - 6 वर्ष से 14 वर्ष के आयु के बच्चो को निशुल्क शिक्षा से . 
  • राज्य के निति निर्देशक सिन्धात भारतीय सविंधान के किस भाग में है - भाग -IV 
  • नीति निर्देशक तत्वों को किस देश के सविधान से लिया गया है - आयरलेंड .
  • धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार '' का सम्बंद किस अनुच्छेद से है - अनुच्छेद 25से 28 तक . 
  • भारत के मानवाधिकार सरंक्षण अधिनियम किस वर्ष में अधिनियमित किया गया है - 1993 
  • लोक सभा आयोग ने मानव अधिकार आयोग ने कब मानव अधिकार संरक्ष्ण विधेयक कब पारित किया गया .- 2019 
  • राष्ट्रिय मानव अधिकार का मुख्यालय कहा है - नई दिल्ली में -
  • राष्ट्रिय मानव अधिकार एक स्वतंत्र वैधानिक संस्था है इसकी स्थापना कब की गई थी - 12 अक्तूबर 1993 
  • राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग के प्रथम अध्यक्ष थे - न्यायमूर्ति श्री रंगनाथ .
  • 10 - दिसम्बर 1948 को संयुक्त राष्ट्र संघ ने किनते मानव अधिकारों को अपनाए . - 30 अधिकार 
  • राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग का गठन कब किया गया - 12 अक्टूबर 
  • राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग का मुख्यालय कहा है - नाइ दिल्ली -
  • मानव अधिकार आयोग में नियुक्त में सदस्यों की संख्या कितनी है -5 सदस्य 
  • राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग का अध्यक्ष की योग्यता है - उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायधीश
  • राष्ट्रिय मानव अधिकार में मानवाधिकार विशेषज्ञ कितने सदस्य है - 3 सदस्य .
  • राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग के सदस्य व अध्यक्ष की नियुक्ति किसके दुवारा कि जाती है - चयन समिति की सिफारिश पर - राष्टपति 
  • राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग के  अध्यक्षको कोन हटा सकता है - राष्ट्रपति .
  • राष्ट्रिय मानव अधिकार के अध्यक्ष को राष्टपति हटा सकता है  - 

  1. साबित कदाचार 
  2. अक्षमता 
  3. अन्य लाभ के पद पर हो .   

  • राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग को कितनी बार संशोधित किया जा चूका है -2 बार .
  • राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग है - 

  1. सांविधिक निकाय .
  2. बहु सदस्य संस्था . 
 FAQ ;- 

1 ] राष्ट्रिय मानव आधिकार आयोग के कितने सदस्य होते है ? 

ANS ;- इस आयोग में एक अध्यक्ष पांच पूर्ण कालीन सदस्य और सात अन्य सदस्य होते है 

2 ] राष्ट्रिय मानव अधिकार के अध्यक्ष की नियुक्ति कोन करता है ? 

ANS ;- नियुक्ति प्रधान मंत्री के दुवारा राष्ट्रिय पति के माध्यम से .

3 ]  मनवा अधिकार आयोग दिवस कब मनाया जाता है 

ANS ;- 10 दिसम्वर 


दोस्तों इस पोस्ट में हम राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग के कार्य एवं महत्त्व सरचना की सम्पूर्ण जानकारी को इस पोस्ट में रखेंगे जिससे के आपको इस टोपिक से सारी जानकारी प्राप्त हो जाएगी . 
धन्यबाद .
अनिल कुमार पलाशिया . 

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