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राष्ट्रीय महिला आयोग की शक्तियां एवं कार्य क्या है?

राष्ट्रीय महिला आयोग की शक्तियां एवं कार्य क्या है?National Commission for Women 

हेलो दोस्तों में अनिल कुमार पलाशिया एक बार फिर आपके लिए एक महत्वपूर्ण पोस्ट लेकर आया हु यह पोस्ट आपको महिलाओ के अधिकार और उससे सम्बंधित सभी जानकारी को लेकर आया हु यह पोस्ट आप लोगो को बहुत ही पसंद आएगी क्योको हम इस पोस्ट में राष्ट्रीय महिला आयोग की शक्तियां एवं कार्य क्या हैNational Commission for Women राष्ट्रिय महिला आयोग से सम्बंधित सभी जानकारी को इस पोस्ट में रखेंगे . जिससे के आप को सभी जानकारी आसानी से प्राप्त हो सके . 


राष्ट्रीय महिला आयोग की शक्तियां एवं कार्य क्या है?

राष्ट्रीय महिला आयोग क्या है 

आयोग का मतलव होता है किसी भी विषय की जानकारी को निकलने के लिए या फिर ऐसे व्यक्तियों का एक समूह बनाना जिसे किसी एक विषय की सभी जानकारी प्राप्त हो ,उनका एक समूह बनाते है वह समुह उस विषय से सम्बन्धित सभी जानकारी को बताता है उसे ही हम आयोग कह सकते है . 

अथवा - 

आयोग से हमारा तात्पर्य यह हे की कोई कर्तव्य या दाइत्व किसी व्यक्ति को सोपने की क्रिया , या इस प्रकार सोपा हुआ कार्य या दाइत्व , अथवा विशेष रूप कोई अधिकार दिया , या प्रपत्र जो इस प्रकार के अधिकार किसी व्यक्ति को किसी पद पर कार्य करने के लिए प्रदान करता है . आयोग या कमीशन कहलता है 

महिला आयोग :- 

आयोग कई प्रकार के होते है आज वर्तमान का युग है इस युग में हर पल जनसंख्या के साथ -साथ आधूनिकता का भी विकास हो रहा है इस कारण यह आवश्यकता को पूरा करने के लिए अनेक गठन का निर्माण किया जाता है आज महिलाओ को भले ही हर क्षेत्र में 50 % का आरक्षण मिल हुआ है फिर भी कही - कही पर उसके हनन की बात भी सामने आती है इस स्तिथि का सामना करने के लिए महिलाओ को सही क़ानूनी जानकारी को देने के लिए राष्ट्रिय महिला आयोग और राज्य महिला आयोग का निर्माण किया गया जिससे के महिलाओ की  स्थिति को सुधार जा सके. और महिलाओ को उनके अधिकार के प्रति जागरूक कर सके . 

महत्वपूर्ण जानकारी :- राष्ट्रिय महिला आयोग का निर्माण या स्थापना महिलाओ के विकास के लिए संवैधानिक और विधायी सुरक्षाओ की सामिक्षा करने के लिए बनाया गया है  महिलाओ की शिकायत का निराकरण करने उनके लिए नीतियों का निर्माण करना सलाह देना इन सभी कार्यो के लिए राष्ट्रिय महिला अधिनियम 1990 [ भारत सरकार अधनियम 1990 संख्या 20 के तहत जनवरी , 1992 में की गई थी  

महिला आयोग के नियम

राष्ट्रिय महिला आयोग

राष्ट्रिय महिला  अधिकार आयोग की जानकारी :-

  • अधिनियम पारित कब हुआ - 1990 में .
  • यह अधिनियम कब लागु किया गया है - 30 अगस्त 1990 में .
  • इस आयोग की प्रमुख 5 धराये होती हे - 5 धारा .
  • राष्ट्रिय महिला अधिकार आयोग की धारा 1 में क्या प्रावधान है - यह 1990 अधिनियम JK राज्य को छोड़ कर सम्पूर्ण भारत में लागू .
  • राष्ट्रिय महिला आयोग अहिनियम सम्पूर्ण भारत में कब से लागू हुआ .- 2019 से राष्ट्रिय महिला आयोग सम्पूर्ण भारत में लागु .
  • राष्ट्रिय महिला आयोग में किस धारा  में परिभाषित किया गया - धारा 2 .
  • किस धारा में आयोग के गठन , शक्तिया  के बारे मे वर्णन किया गया है - धारा - 3 में . 
  • किस धारा के अंतर्गत आयोग के सदस्य और अध्यक्ष की नियुक्ति के बारे में वर्णन मिलता है .
  • राष्टीय महिला आयोग के किस धारा में आयोग के कार्यो का उल्लेख किया गया है - धारा 10  

महिला आयोग :- 

यह राष्ट्रिय महिला आयोग के हितो की रक्षा के लिए बनाये गए राष्ट्रिय महिला आयोग अधिनियम ,1990 की संख्या में 20 के तहत 31 जनवरी 1992 को राष्ट्रिय स्तर पर एक सांविधिक निकाय के रूप में गठन किया गया था . अह आयोग महिलाओ की शिकायतों के आधार पर उनके हितो की रक्षा के उपाय को लागु करता है .इस आयोग की पहली अध्यक्ष श्रीमती जयन्ती पटनायक थी और वर्तमान में रेखा शर्मा थे . 

आयोग की सरचना :- राष्ट्रीय महिला आयोग की संरचना

यह अधिनियम 1990 में आमने आया . इस आयोग का गठन केंद्र सरकार के दुवारा किया जाता है .यह आयोग अनेक शक्तियों के माध्यम से कार्य करता है .

  • धारा -3 के अनुसार रास्ट्रीय मानव अधिकार आयोग का गठन केंद्र सरकार दुवारा किया जाता है यह आयोग अधिनियम दुवारा प्रदत शक्तियों के तहत कार्य करता है .
  • केन्द्रीय सरकार दुवारा नियुक्त ऐसे योग्य सत्यनिष्ट पांच सदस्य जिन्हें विधि या विधान , व्यवसाय ,संघ आन्दोलन , महिलाओ की नियोजन में सम्भानाओ की वृधि के लिए समर्पित उद्योग या संघठन के प्रबंध , स्वेच्छा महिला संघठन प्रसाशन आर्थिक विकास ,स्वस्थ्य , शिक्षा या सामाजिक , कल्याण का अनुभव है 
  • .इन सदस्यों में कम एक सदस्य अनुसूचित जाती और एक अनुसूचित जनजाति का होना अनिवार्य है .
  • केंद्र सरकार दुवारा नामजद एक सदस्य सचिव जो .- प्रबन्द ,संघनात्मक सरचना या सामाजिक आन्दोलन के क्षेत्र में विशेषयग हे या फिर . 
  • ऐसा अधिकार है जो संघ की सिविल सेवा या अखिल भारतीय सेवा का सदस्य है अथवा संघ के अधीन कोई सिविल पद धारण करता है और जिसके पास समुचित अनुभव है .                                                             

राष्ट्रिय ,महिला आयोग के प्रमुख कार्य :- राष्ट्रीय महिला आयोग के कार्य

  1. सविंधान और अन्य कानूनों में महिलाओ को प्रदान कानूनी सुरक्षा उपायों एवं अन्य कानूनों की जाँच करना तथा सरकार को इसके प्रभावी कार्यन्वय के लिए उपायों की सिफारिश करना .
  2. महिलाओ को प्रभावित करने वाले वर्तमान संवैधानिक प्रावधानो एवं अन्य कानूनों की समीक्षा करना तथा इस तरह के कानूनों में व्याप्त किसी कमी अपर्याप्त अथवा दोष को दूर करने के लिए संसोधनो की सिफारिस करना है .
  3. महिलाओ को उनके अधिकार से वंचित किये जाने के मामलो पर स्वत : संज्ञान लेना साथ ही समक्ष प्राधिकारियों के समक्ष इन्हें प्रस्तुत करना . 
  4. महिलाओ से सम्बन्धित मुद्दों पर शोध / अध्ययन .
  5. महिलाओ के सामाजिक -आर्थिक विकास हेतु योजना प्रक्रिया  में भाग लेना तथा सलाह देना तथा इससे हुई प्रगति का मुल्यांकन करना है . 
  6. जेल , सुधार गृह जहा महिलाओ अभिरक्षा में रखी जाती है का निरिक्षण करना और जहा कंही आवश्यकता हो , सुधारात्मक कार्यवाहक करना है . 

राष्ट्रिय महिला आयोग के प्रमुख अधिकार :- 

राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग को सविंधान तथा अन्य कानूनों के तहत महिलाओ के रक्षा उपायों से सम्बंधित जाँच के लिए सिविल न्यायलय की शक्ति प्रदान करे . 


 राष्ट्रीय महिला आयोग के सदस्य

  1. गठन - 31 जनवरी 1992 को .
  2. अधिनियम सरचना :- राष्ट्रिय महिला आयोग अधिनियम 1990 . 
  3. अध्यक्ष :- ऐसा व्यक्ति जिसने अपना जीवन महिलाओ के हितो के लिए समर्पित किया है .
  4. सदस्य - 5 कानून , प्रबंधन , प्रशासन , स्वस्थ्य , शिक्षा , समाजकल्याण से सम्बंधित .
  5. केंद्र सरकार दुवारा मनोनीत .
  6. कम से कम 1 सदस्य SC या ST का हो .
  7. सदस्य सचिव :- केंद्र सरकार दुवारा .
  8. कार्यकाल :- 3 साल या 65 वर्ष की आयु [ जो भी पहले हो ] .
  9. पदमुक्त :- केंद्र सरकार को त्यागपत्र देकर . 

राष्ट्रीय महिला आयोग की शक्तियां एवं कार्य क्या है?

निष्काशन :- 

  1. केंद्र सरकार दुवारा -आधार .
  2. दिवालिया होने पर ,
  3. विक्रतचित होना .
  4. नैतिक अधमता के अपराध में दोषी होने पर .
  5. केंद्र सरकार दुवारा प्रदत कार्य को रोकने से इंकार .
  6. कार्य करने में असमर्थता . 
  7. लगातार तीन अधिवेशन में अनुपस्थित .

वेतन भत्ते :- 

  • केंद्र स्तर पर केंद्र सरकार को , राज्य स्तर पर राज्य सरकार को . 

रिपोर्ट :- 

  • केंद्र स्तर पर केंद्र सरकार को , राज्य स्तर पर राज्य सरकार को . 

कार्य :- 

  • महिलाओ की दशा सुधरने की सिफारिश .
  • महिला बंदीगृह का निरक्षण करना .
  • महिलाओ सम्बंधित संवैधित संवैधानिक और क़ानूनी सुरक्षा उपायों की जाँच करना . 
  • संघ तथा राज्य के तहत महिला विकास की संगती का मुल्यांकन करना है .
  • महिलाओ के सामाजिक आर्थिक विकास की योजना प्रक्रिया में भाग लेना तथा सलाह देना . 

रास्ट्रीय महिला आयोग [ NCW ] :- 

वैश्विक प्रस्थिति - को बेहतर दिशा एवं दशा देने हेतु संसद ने 1990 में राष्ट्रिय महिला आयोग अधिनियम पारित किया गया जिसे 1992 में महिलाओ के लिए राष्ट्रिय आयोग की स्थापना की गई . 
राष्ट्रिय महिला आयोग अधिनियम 1990 के अंतर्गत 31 जनवरी 1992 में राष्ट्रिय महिला आयोग [ NATIONAL COMMISSION FOR WOMEN ] की स्थापना की गई थी .

संगठन :- 

  • इस अधिनियम का प्रसार सम्पूर्ण भारत में है .
  • आयोग में अध्यक्ष और पांच सदस्य होते है .
  • इस अधिनियम का प्रसार सम्पूर्ण भारत में है .
  • आयोग में अध्यक्ष को महिलाओ के विकास के लिए प्रतिबद्ध हो तथा केंद्र दुवारा मनोनीत सदस्य समाजशास्त्री , कनुन्वेदा ,श्रमिक संघ , ओद्योगिक ,प्रवंधन व प्रशासन , सामाजिक आर्थिक विकास से सम्बंधित होगा . सम्बंधित पांच में से एक SC /ST का व्यक्ति होगा . 
  • आयोग का एक सदस्य सचिव होगा . 
  • आयोग के तहत एक सलाहकारी सेल का गठन किया गया है इस सेल के माध्यम से पीड़ित महिलाओ की पारिवारिक सलाह एवं कानूनी मार्गदर्शन उपलव्द कराए जाते है .इस व्यवस्था में आयोग को और अधिक मजबूती प्रदान की है . 

राष्ट्रिय महिला आयोग

महत्वपूर्ण अनुच्छेद :- 

1 . अनुच्छेद - 14 सभी भारतीय नागरिको को राज्य के दुवारा समान सुरक्षा देने का प्रावधान है .
2. अनुच्छेद -15 [ 1 ]. नागरिको में जाती ,धर्म ,लिंग एवं ,मूल के आधार पर विभेद नहीं करने का प्रावधान करता है .
3 . अनुच्छेद -16 [1 ] और अनुच्छेद -16 [ 2 ] लिंग के आधार पर राज्य के किसी संघठन में कार्रयत कर्मियों में विभेद नहीं का प्रावधान करता है .
4 . अनुच्छेद -15 [3 ] महिलाओ केलिए राज्य किसी प्रकार का विशेष प्रावधान कर सकता है .
5 . अनुच्छेद -39 [ E ] राज्य अपने सभी कर्मियों के [ पुरुष एवं महिला ] के स्वास्थ्य के लिए प्रावधान करेगा . साथ ही इस बात का भी ध्यान रखेगा .की आर्थिक कारणों से महिलाओ का किसी भी प्रकार का शोषण न हो . 
6 .अनुच्छेद  51 [ A ] [ E ] - प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है की वे किसी भी परम्परा का अनुपालन नहीं करे जो महिलाओ की गरिमा के विरुद्ध है . 

  

आयोग के अध्यक्ष के चुनाव हेतु अनुशंशाये :- 

अध्यक्ष पद को गैर -राजनैतिक बनाने के लिए उच्चतम न्यायलय के कोई सेवानिर्वित न्यायधीश अथवा उच्च न्यायलय के सेवानिर्वित मुख्य न्यायधीश को ही आयोग का अध्यक्ष बनाया जाये . 

राष्ट्रिय महिला आयोग के अध्यक्ष का चुनाव प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली समिति करे . आयोग को सिविल कोर्ट के समान शक्ति मिले . आयोग को यह शक्ति डी जाएगी की वह आरोपी को आयोग के सम्मुख उपस्तिथ नहीं होता है ,तो उस पर रु 5000 का जुरमाना हो .

उपयुक्त संशोधन के लिए राष्ट्रिय महिला आयोग अधिनियम में संशोधन की आवश्यकता होगी . 

वर्तमान में राष्ट्रिय महिला आयोग के अध्यक्ष पद के लिए चयन का प्रस्ताव केंद्र सरकार दुवारा किया जाता है और केन्द्रीय महिला और बाल विकास मंत्रिदुवारा उसे नियुक्त किया जाता है 


महिला आयोग के अंतर्गत विभिन्न शाखाये :- 

महिलाओ से सम्बंधित विभिन्न समस्याओ को सुनने हेतु कई शाखाए स्थापित की गई है . आयोग इन्ही शाखाओ के माध्यम से सक्रीय रहता है तथा अपनी भूमिका का निर्वहन करता है 

महिला आयोग की शाखाऐ :- 

1 . वैधानिक  शाखा :- यह शाखा महिलाओ को वैधानिक सहायता प्रदान करती है और दण्ड के सम्बन्ध में परामर्श देती है . महिला आयोग के सुझाव पर ही भारत में घरेलु  हिंसा निवारक अधिनियम ,2005 का निर्माण किया गया . 

2 . लोक सम्बन्ध शाखा :- यह शाखा महिला आयोग दुवारा महिलाओ से सम्बंधित अनुसन्धान को प्रोत्साहन देती है .

  • आयोग ने सम्पूर्ण देश में उत्तर -भारतीय राज्यों की महिलाओ को होने वाली समस्याओ के निदान के लिए उत्तर - भारत शाखा की स्थापना की है .
  • उत्तर - भारत के राज्यों से प्राप्त शिकायतो के सम्बन्ध में कार्य करता है .
  • उत्तर - भारत की महिलाओ से सम्बंधित मामलो में स्वत : संज्ञान के आधार पर कार्यवाही करती है . 
  • वर्ष 2008 से राष्ट्रिय महिला आयोग को अनिवासी भारतीय के साथ विवाह सम्बन्धी विवादों के सम्बन्ध में समुद्रपरियो भारतीय के साथ नोडल एजेंसी बना दिया गया है .

3 . शिकायत एवं जाँच शाखा :- महिलाओ के विरुद्ध घरेलु हिंसा , उत्पीडन , दहेज़ , प्रताड़ना , उनको अकेला छोड़ देना , बलात्कार ,उनकी प्रथम सुचना रिपोर्ट [ FIR ] दर्ज न करना , अमानवीय व्यवहार कार्यस्थल पर यों उत्पीडन जैसे मामलो की शिकायते आयोग में की जा सकती है . 

महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर :- 

Q ;- 1 राष्ट्रिय महिला आयोग का गठन कब किया गया .

ANS - 31 जनवरी 1992 . 

Q ;- 2 राष्ट्रिय महिला आयोग अधिनियम अस्तित्व में आया 

ANS - 1990 में .

Q ;- 3 राष्ट्रिय महिला आयोग अधिनियम की संख्या है

ANS - 20 

Q ;- 4 राष्ट्रिय महिला आयोग में कुल सदस्यों की संख्या कितनी है 

ANS - 7 .

Q ;- 5 राष्ट्रिय महिला आयोग की पहली अध्यक्ष कोन थी

ANS  - जयंती पटनायक .

Q ;- 6 राष्ट्रिय महिला आयोग की सरचना को किस धारा में बताया गया है 

ANS ;- -धारा  3 में .

Q ;- 7 राष्ट्रिय महिला आयोग की महिला की रक्षा उपायों से सम्बंधित जाँच के लिए किस न्यायालय की शक्तिया प्रदान की गई है

ANS ;-  - सिविल न्यायालय .

Q ;- 8 राष्ट्रिय महिला आयोग , महिलाओ तथा बालिकाओ के हितो की रक्षा के लिए ,, हिंसा मुक्त घर - महिला का अधिकार नामक योजना चला रही है 

ANS .- दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर .

Q ;- 9 रक्षा मुक्त घर - महिला का अधिकार ,,नामक योजना का उद्देश्य है 

ANS - पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित करना , महिलाओ के प्रति संवेदनशील बंनाना .

Q ;- 10 कोन सा राष्ट्रिय महिला आयोग की अध्यक्ष रहे .

ANS - गिरिजा व्यास / पूर्णिमा आडवाणी / वी मोहिनी पार्थसथी .

Q ;- 11 कोन दो बार राष्ट्रिय महिला आयोग की दो बार अध्यक्ष रह चुकी है 

ANS - गिरिजा  व्यास .

Q ;- 12 राष्ट्रिय महिला आयोग अपनी वार्षिक रिपोर्ट किसको प्रस्तुत करता है 

ANS ;- - केंद्र सरकार को .

Q ;- 13 कोन राष्ट्रिय महिला आयोग के पहले पुरुष सदस्य नियुक्त किये गए है 

ANS - आलोक रावत .

राष्ट्रिय महिला आयोग के पहले पुरुष सदस्य नियुक्त किये गए - 

Q ;- 14 UNO [ संयुक्तराष्ट्र संघ ] दुवारा किस वर्ष को अन्तराष्ट्रीय महिला वर्ष घोषित किया था 

ANS - 1992 .

Q ;- 15 राष्ट्रिय महिला आयोग एक संसथान है 

ANS ;- - साविधंक संकाय .

Q ;- 16 राष्ट्रिय महिला आयोग के अध्यक्ष व सदस्यो की नियुक्ति किसके दुवारा की जाती है 

ANS ;- - केंद्र सरकार की सलाह पर राष्ट्रिपति के दुवारा .

Q ;- 17 राष्ट्रिय महिला आयोग का मुख्यालय कहा है 

ANS - नई दिल्ली .

Q ;- 18 राष्ट्रिय महिला आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों का कार्यकाल कितना है 

ANS - 3 वर्ष अथवा 65 वर्ष की आयु [ जो पहले हो ] 

Q ;- 19 राष्ट्रिय महिला आयोग एक संस्था है 

ANS ;-- साविन्धिक निकाय एवं बहुसद्स्य संस्था

Q ;- 20 राष्ट्रिय महिला आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों की नियुक्ति कोन करता है

ANS  - राष्ट्रपति .

Q ;- 21 अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस कब बनाया जाता है 

ANS ;-- 8 मार्च .

Q ;- 22 राष्ट्रीय महिला आयोग की स्थापना कब हुई .

ANS - 31 जनवरी 1992 

हेलो दोस्तों में अनिल कुमार पलाशिया आपके लिए ये महत्वपूर्ण पोस्ट लेकर आया हु यह राष्ट्रिय महिला आयोग की महत्वपूर्ण पोस्ट है जिसमे हमने महिलाओ के सभी अधिकार को इसमें रखा गया है आप इस पोस्ट का अध्यन करे राष्ट्रीय महिला आयोग की संरचना-National Commission for Women राज्य महिला आयोग क्या है महिला आयोग के नियम राष्ट्रीय महिला आयोग के सदस्य राष्ट्रीय महिला की जानकारी को हम देखेंगे .

अनिल कुमार पलाशिया .

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