सिंधु घाटी सभ्यता की कितनी विशेषताएं हैं? -sindhu sabhyta ki visheshtaye
सिंधु सभ्यता की विशेषताएं
सिंधु सभ्यता की महत्वपूर्ण जानकारी।
सिंधु सभ्यता की खोज किसने की थी।
सिंधु सभ्यता का विस्तार।
- सिंधु सभ्यता पश्चिम में मकराना प्रदेश पर शुभ का गेट डोर से पूर्व में जिला मेरठ के आलमगीरपुर तक फैली हुई थी ।
- सिंधु सभ्यता उत्तर में जम्मू के माडा से लेकर दक्षिण में किन सागर संगम पर भगतराव तक फैली हुई थी।
- क्षेत्रफल की दृष्टि से यह विश्व और सुमेरिया सभ्यता से कहीं अधिक विशाल थी।
- प्रोफेसर आर एन राव का मानना है कि सिंधु सभ्यता का विस्तार पूर्व से पश्चिम 1600 किलोमीटर उत्तर से दक्षिण 1100 किलोमीटर के क्षेत्र में था ।
- सिंधु सभ्यता की 2 विशाल राजधानियां उत्तर में हड़प्पा और दक्षिण में मोहनजोदड़ो थी।
सिन्धु सभ्यता के प्रमुख स्थल
- मांडा
- रोपड़
- बनाबली
- आलमगीरपुर
- रहमान खेडा
- कालीबंगा
- नल
- मेही
- आमरी
- कोट दिजी
- डाबर कोट
- देसलपुर
- रोजड़ी
- भगत राव
- रंगपुर
- लोथल
सिंधु सभ्यता के महत्वपूर्ण स्थल।
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- चन्हूददो
- लोथल
- कालीबंगा
- वाडावली
सिंधु सभ्यता का काल।
- द्रविड़
- सुमेर
- आर्य
सिंधु सभ्यता का सामाजिक जीवन।
- सामाजिक संगठन
- भोजन
- वेशभूषा
- प्रसाधन सामग्री एवं आभूषण
- आमोद प्रमोद के साधन
- गृहस्ती के उपकरण
- औषधियां
सिंधु सभ्यता का धार्मिक जीवन।
- मातृ देवी की पूजा
- शिव पूजा
- योनि पूजा
- पशु पूजा
- सूर्य पूजा
- वृक्ष पूजा
- मृतक संस्कार
सिंधु सभ्यता का आर्थिक जीवन।
- कृषि
- पशुपालन
- कपड़े बुनना
- उद्योग व अन्य व्यवसाय
- व्यापार
सिंधु सभ्यता का राजनीतिक स्वरूप
- नगर निर्माण योजना
- भवन निर्माण
- साधारण भवन
- सार्वजनिक एवं राजकीय भवन
- सार्वजनिक स्नानघर
- अन्य भंडार
- सार्वजनिक स्नानघर
सिंधु कला का विकास
- स्थापत्य कला
- मूर्तिकला
- चित्रकला
- संगीत व नृत्य कला
- धातु काला
- मुहर निर्माण कला
- लेखन कला
सिंधु सभ्यता की देन।
- सिंधु सभ्यता एवं सुमेर सभ्यता दोनों में काफी समानता है।
- सुमेर सभ्यता में अनेक मोहरे प्राप्त हुए जो सिंधु सभ्यता की थी।
- मिस्र में सिंधु सभ्यता के आभूषण और अवशेष प्राप्त हुए हैं जिससे यह पता लगता है कि दोनों सभ्यता में संबंध था।
- बाहरी आक्रमण
- जलवायु परिवर्तन
- बाढ़
- भूकंप
- हड़प्पा सभ्यता अपनी नगरी योजना प्रणाली के लिए विख्यात है।
- हड़प्पा और मोहनजोदड़ो दो महत्वपूर्ण नगर थे और उस नगर में बड़े-बड़े दुर्ग भी थे।
- दुर्गा के नीचे सामान्य ताकि से निर्मित नगर बने हुए थे जिसमें लोग निवास करते थे।
- हड़प्पा सभ्यता का विकास ग्रिड प्रणाली के अंतर्गत हुआ था । जिसके अंतर्गत सड़के एक दूसरे को समकोण काटी थी।
- अन्य भंडारों का निर्माण हड़प्पा सभ्यता के नगरों की प्रमुख विशेषता थी।
- हड़प्पा सभ्यता में जली हुई ईटों का प्रयोग नगरों के निर्माण करने के लिए किया जाता था।
- हड़प्पा सभ्यता में जल निकासी प्रणाली बहुत अच्छी थी।
- हड़प्पा सभ्यता के घरों में ही स्नानघर बनाए गए थे।
- हड़प्पा सभ्यता के गांव मुख्यता मैदानों में बसे हुए थे जहां पर अनाज उत्पादन किया जा सकता था।
- हड़प्पा सभ्यता में गेहूं जो सरसों तेल मशहूर आदि का उत्पादन होता था और इसके बाद गुजरात के कुछ स्थानों में बाजरा उत्पादन भी किया जाता था।
- सिंधु सभ्यता में मनुष्य ने सर्वप्रथम कपास की खेती प्रारंभ की थी।
- पुरातात्विक विभाग के अनुसार सिंधु सभ्यता की खुदाई की गई तो वहां से मोहरे टेराकोटा की मूर्तियां पर सांड के चित्र बने हो मिले हैं और बेलो से जूते हुए खेत के साक्ष्य के प्रमाण भी मिले हैं।
- हड़प्पा सभ्यता के लोग कृषि के साथ-साथ बड़े पैमाने पर पशुपालन भी करते थे
- सिंधु सभ्यता की खोज कब हुई थी 1921 में ।
- सिंधु सभ्यता की खोज करने का सर्वप्रथम से किसे है। रायबहादुर दयाराम साहनी।
- सिंधु सभ्यता से संबंधित स्थल है । लोथल कालीबंगा चन्हूदरो ।
- सार्वजनिक स्नान कर सिंधु सभ्यता के किस नगर की विशेषता थी। मोहन जोदड़ो ।
- सिंधु सभ्यता का स्वरूप क्या था नगरी सभ्यता
- राखल दास बनर्जी ने मोहनजोदड़ो में उत्खनन के द्वारा एक भव्य नगर के अवशेष प्राप्त किए थे।
- सिंधु सभ्यता का लोथल नामक नगर एक बंदर ग्रह था।
- मोहनजोदार में लड़की एक दूसरे को समकोण पर काटती थी
- सिंधु सभ्यता के लोगों की लिपि चित्रात्मक लिपि थी ।
- सिंधु सभ्यता के निवासियों का मुख्य व्यवसाय कृषि था ।
- हड़प्पा सभ्यता की जानकारी पश्चिमी पंजाब पाकिस्तान से प्राप्त हुआ है।
- मोहन जोदड़ो सिंध पाकिस्तान से प्राप्त हुए हैं।
- लोथल स्थल गुजरात से प्राप्त हुआ है।
- कालीबंगा स्थल राजस्थान से प्राप्त हुए।
- बनाबली हरियाणा से प्राप्त हुआ है।
Q;- 1 हड़प्पा का अर्थ क्या है।
Ans हड़प्पा सिंधु सभ्यता का ही दूसरा नाम है यह उत्तर पश्चिम पाकिस्तान में पंजाब का एक प्राचीन शहर माना जाता है सिंधु सभ्यता के केदो में से एक जो 2500 से 1700 ईसवी पूर्व तक फली फूली सभ्यता मानी जाती है ।
Q;- 2 सिंधु घाटी सभ्यता कब हुई थी।
Ans सिंधु घाटी सभ्यता का पूर्व हड़प्पा काल करीब 3300 से ₹2500 तक माना जाता है।
Q ;- 3 मोहनजोदड़ो की खोजकर्ता कौन थे।
Ans मोहनजोदड़ो के खोजकर्ता 1921 में रखलदास बनर्जी थे।
Q ;- 4 सिंधु समाज क्या है।
Ans सिंधु के मूल निवासियों को सिंधी भी कहते हैं यह एक हिंदू आर्य प्रजाति का समाज माना जाता है।
Q;- 5 सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल कौन सा है।
Ans सिंधु घाटी का घाटी का सबसे बड़ा स्थल राखीगढ़ माना जाता है।
Q ;- 6 सिंधु घाटी के लोग क्या खाते थे।
Ans सिंधु घाटी सभ्यता के लोग मांस भक्त थे और वह गाय भैंस और बकरी के मांस आदि खाते थे।
Q ;- 7 हड़प्पा की खोज किसने की थी।
An;- हड़प्पा सभ्यता की खोज 1921 में दयाराम साहनी की थी।
Q;- 8 हड़प्पा नाम किसने दिया था।
Ans हड़प्पा सभ्यता का नाम सर्जन मार्शल के द्वारा दिया गया था।
Q ;- 9 सिंधु सभ्यता में पवित्र जानवर कौन सा था।
Ans सिंधु सभ्यता में सिंधु वास सेंड को पवित्र मानते थे।
Q ;- 10 सिंधु घाटी सभ्यता किस जाति के थे।
Ans सिंधु घाटी सभ्यता जाती तत्वों का मिश्रण था कुछ मानव शास्त्री जांच और मानव अवशेषों की जांच से पता चलता है कि इस सभ्यता में चार नसलीय प्रकार मौजूद थे जो एस्ट्रो लोड मोती ट्रेनर अल्फानॉइड और मैग्नाइट थे
Q ;- 11 सिंधु घाटी सभ्यता के वंशज कौन है।
Ans सिंधु घाटी सभ्यता के वंशज मुख्ता दक्षिण एशिया इंडो आर्यन है।
Q;- 12 सिंधु घाटी से पहले भारत में कौन रहता था
Ans सिंधु घाटी सभ्यता में सबसे पहले उनकी मेहरगढ़ सभ्यता 7000 दिशा पूर्व थी।
Q ;- 13 सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा शहर कौन सा था।
Ans सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा नगर मोहनजोदड़ो था
Q;- 14 हड़प्पा सभ्यता में कौन सी भाषा बोली जाती थी
Ans हड़प्पा सभ्यता में प्रोटो द्वीडियन भाषा बोली जाती थी।
Q ;- 15 सिंधु घाटी कितनी बड़ी थी।
Ans सिंधु घाटी सभ्यता लगभग एक मिलियन वर्ग किलोमीटर में फैली हुई थी यहां पूरे उत्तर पश्चिम भारत पाकिस्तान और अफगानिस्तान के कुछ शो में मानी जाती है।
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