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सिंधु घाटी सभ्यता की कितनी विशेषताएं हैं?

सिंधु घाटी सभ्यता की कितनी विशेषताएं हैं? -sindhu sabhyta ki visheshtaye 

हेलो दोस्तों में अनिल कुमार पलाशिया आज फिर आपके लिए एक महत्वपूर्ण अज्नकारी को आपके सामने लेकर आ रहा हु इस लेख में हम आपको सिंधु घाटी सभ्यता की कितनी विशेषताएं हैं?  sindhu sabhyta ki visheshtaye से सम्बंधित सभी महत्वूर्ण जानकारी आपको देखने को मिलेगा यह लेख आप किसी भी परीक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण रहेगा जिससे के आप प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी बहुत ही अच्छे से कर सके और यह लेख आपको अपनी तैयारी करने में मदद कर सके .

सिंधु सभ्यता की विशेषताएं


सिंधु घाटी सभ्यता की कितनी विशेषताएं हैं?

 

सिंधु सभ्यता की महत्वपूर्ण जानकारी।


 विश्व के इतिहास में सिंधु सभ्यता का बहुत ही महत्व है । यह सभ्यता भारत के उत्तर पश्चिम में सिंधु नदी के किनारे की विशाल क्षेत्र में विकसित हुई थी । सिंधु हड़प्पा सभ्यता  ( मिस्र और मोसोपोटेमिया ) अन्य सभ्यता  के साथ ही विकसित हुई थी ।

सिंधु सभ्यता की खोज किसने की थी।


1921 में मैं सर्वप्रथम रायबहादुर दयाराम साहनी ने सिंधु नदी के तट पर स्थित हड़प्पा नामक स्थल की खोज की इसके बाद 1922 में राखल दास बनर्जी ने हड़प्पा से 640 किलोमीटर दूर मोहनजोदड़ो स्थल खोज की उस समय के या दो बड़े नगर थे। सर जॉन मार्शल ने इस सभ्यता को सिंधु सभ्यता कहां है।


सिंधु घाटी सभ्यता की कितनी विशेषताएं हैं?

            

सिंधु सभ्यता का विस्तार।


सिंधु सभ्यता का विस्तार अत्यंत ही विशाल था यह सभ्यता पश्चिम से लेकर पूर्व तक और उत्तर से लेकर दक्षिण तक फैली हुई थी।

  • सिंधु सभ्यता पश्चिम में मकराना प्रदेश पर शुभ का गेट डोर से पूर्व में जिला मेरठ के आलमगीरपुर तक फैली हुई थी ।
  • सिंधु सभ्यता उत्तर में जम्मू के माडा से लेकर दक्षिण में किन सागर संगम पर भगतराव तक फैली हुई थी। 
  • क्षेत्रफल की दृष्टि से यह विश्व और सुमेरिया सभ्यता से कहीं अधिक विशाल थी।
  • प्रोफेसर आर एन राव का मानना है कि सिंधु सभ्यता का विस्तार पूर्व से पश्चिम 1600 किलोमीटर उत्तर से दक्षिण 1100 किलोमीटर के क्षेत्र में था । 
  • सिंधु सभ्यता की 2 विशाल राजधानियां उत्तर में हड़प्पा और दक्षिण में मोहनजोदड़ो थी। 


सिंधु घाटी सभ्यता की कितनी विशेषताएं हैं?

सिन्धु सभ्यता के प्रमुख स्थल 

  1. मांडा 
  2. रोपड़ 
  3. बनाबली 
  4. आलमगीरपुर 
  5. रहमान खेडा 
  6. कालीबंगा 
  7. नल 
  8. मेही 
  9. आमरी 
  10. कोट दिजी 
  11. डाबर कोट 
  12. देसलपुर 
  13. रोजड़ी 
  14. भगत राव 
  15. रंगपुर 
  16. लोथल 

सिंधु सभ्यता के महत्वपूर्ण स्थल।

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. चन्हूददो
  4. लोथल
  5. कालीबंगा
  6. वाडावली

सिंधु सभ्यता का काल।

सिंधु सभ्यता की तिथि के विषय में अनेक विद्वानों का मतभेद है सर जॉन मार्शल के अनुसार सिंधु सभ्यता की तिथि 3250 ई पू से 2750 ई पू थी । जबकि अर्नेस्ट मैके इसे 2800 ई पू 2500 ई पू माना गया है । और धर्मपाल अग्रवाल ने भी सिंधु सभ्यता की तिथि 2300 से 1750 ईसवी पूर्व माना गया है


सिंधु सभ्यता के निर्माता।

  1. द्रविड़ 
  2. सुमेर 
  3. आर्य 
सिन्धु सभ्यता के आभूषण 


सिंधु घाटी सभ्यता की कितनी विशेषताएं हैं?


सिंधु सभ्यता का सामाजिक जीवन।

  1. सामाजिक संगठन
  2. भोजन
  3. वेशभूषा
  4. प्रसाधन सामग्री एवं आभूषण
  5. आमोद प्रमोद के साधन
  6. गृहस्ती के उपकरण
  7. औषधियां

सिंधु सभ्यता का धार्मिक जीवन।

  1. मातृ देवी की पूजा
  2. शिव पूजा
  3. योनि पूजा
  4. पशु पूजा
  5. सूर्य पूजा
  6. वृक्ष पूजा
  7. मृतक संस्कार

सिंधु सभ्यता का आर्थिक जीवन।

  1. कृषि
  2. पशुपालन
  3. कपड़े बुनना
  4. उद्योग व अन्य व्यवसाय
  5. व्यापार

सिंधु सभ्यता का राजनीतिक स्वरूप


सिंधु सभ्यता की राजनीति का स्वरूप को दर्शना बहुत ही कठिन है क्योंकि सिंधु सभ्यता के अंतर्गत शासन व्यवस्था राजतंत्र ना होकर लोकतंत्र थी । इसमें मोहनजोदड़ो की शासन व्यवस्था धर्मगुरुओं और पुरोहितों के हाथों में केंद्रित थी सिंधु सभ्यता के अंतर्गत योजनाबद्ध निर्माण को देखते हुए यह माना जाता है कि नगरपालिका जैसी कोई सार्वजनिक संस्था अवश्य रही होगी। 
सिंधु सभ्यता के निवास ग्रहों सार्वजनिक भवनों स्नान करो विभिन्न मार्गो आदि का नियोजन तथा व्यवस्थित रूप यह प्रमाणित करता है कि यहां का प्रशासन विकसित एवं संगठित था। 


सिंधु सभ्यता की नगर निर्माण एवं वास्तुकला

  1. नगर निर्माण योजना
  2. भवन निर्माण
  • साधारण भवन
  • सार्वजनिक एवं राजकीय भवन
  • सार्वजनिक स्नानघर
  • अन्य भंडार
  • सार्वजनिक स्नानघर

सिंधु कला का विकास 

  1. स्थापत्य कला
  2. मूर्तिकला
  3. चित्रकला
  4. संगीत व नृत्य कला
  5. धातु काला
  6. मुहर निर्माण कला 
  7. लेखन कला 

सिंधु सभ्यता की देन।

अनेक इतिहासकारों का मानना है कि सिंधु घाटी सभ्यता सभी प्राचीन सभ्यताओं में सर्वश्रेष्ठ सभ्यता थी सिंधु सभ्यता की देन के विषय में डॉ राधा कुमुद मुखर्जी ने लिखा है सिंधु सभ्यता के लोगों ने सबसे पहले नगर दिए सबसे पहले नागरिक सभ्यत प्रदान की  सबसे पहले नगर योजना उपलब्ध कराई फिर बाढ़ से बचने के लिए सबसे पहले पत्थर और ईटों के बांध दिए और सफाई के लिए सबसे पहले जल निकास व्यवस्था प्रदान की और सिंधु सभ्यता के लोगों को ही सबसे पहले मिट्टी के बर्तन बनाने का श्रेय प्राप्त है।


सिंधु सभ्यता का विदेशियों से संबंध। 

जब सिंधु सभ्यता की खुदाई की गई तो उससे स्पष्ट हुआ है कि सिंधु सभ्यता का अन्य देशों से भी संबंध था सिंधु सभ्यता का अन्य सभ्यता के साथ व्यापारिक संबंध था 

  • सिंधु सभ्यता एवं सुमेर सभ्यता दोनों में काफी समानता है।
  • सुमेर सभ्यता में अनेक मोहरे प्राप्त हुए जो सिंधु सभ्यता की थी।
  • मिस्र में सिंधु सभ्यता के आभूषण और अवशेष प्राप्त हुए हैं जिससे यह पता लगता है कि दोनों सभ्यता में संबंध था।

सिंधु सभ्यता का विनाश।

सिंधु सभ्यता का विनाश कैसे हुआ किस प्रकार से हुआ यह अनेक भिन्नता  दिखाई देती है । सिंधु सभ्यता का विनाश माना जाता है।
  1. बाहरी आक्रमण
  2. जलवायु परिवर्तन
  3. बाढ़
  4. भूकंप 
हड़प्पा काल में नगरी योजना

  • हड़प्पा सभ्यता अपनी नगरी योजना प्रणाली के लिए विख्यात है।
  • हड़प्पा और मोहनजोदड़ो दो महत्वपूर्ण नगर थे और उस नगर में बड़े-बड़े दुर्ग भी थे।
  • दुर्गा के नीचे सामान्य ताकि से निर्मित नगर बने हुए थे जिसमें लोग निवास करते थे।
  • हड़प्पा सभ्यता का विकास ग्रिड प्रणाली के अंतर्गत हुआ था । जिसके अंतर्गत सड़के एक दूसरे को समकोण काटी थी।
  • अन्य भंडारों का निर्माण हड़प्पा सभ्यता के नगरों की प्रमुख विशेषता थी।
  • हड़प्पा सभ्यता में जली हुई ईटों का प्रयोग नगरों के निर्माण करने के लिए किया जाता था।
  • हड़प्पा सभ्यता में जल निकासी प्रणाली बहुत अच्छी थी।
  • हड़प्पा सभ्यता के घरों में ही स्नानघर बनाए गए थे।


हडप्पा  सभ्यता में कृषि प्रणाली

  • हड़प्पा सभ्यता के गांव मुख्यता मैदानों में बसे हुए थे जहां पर अनाज उत्पादन किया जा सकता था।
  • हड़प्पा सभ्यता में गेहूं जो सरसों तेल मशहूर आदि का उत्पादन होता था और इसके बाद गुजरात के कुछ स्थानों में बाजरा उत्पादन भी किया जाता था।
  • सिंधु सभ्यता में मनुष्य ने सर्वप्रथम कपास की खेती प्रारंभ की थी।
  • पुरातात्विक विभाग के अनुसार सिंधु सभ्यता की खुदाई की गई तो वहां से मोहरे टेराकोटा की मूर्तियां पर सांड के चित्र बने हो मिले हैं और बेलो से जूते हुए खेत के साक्ष्य के प्रमाण भी मिले हैं।
  • हड़प्पा सभ्यता के लोग कृषि के साथ-साथ बड़े पैमाने पर पशुपालन भी करते थे



महत्वपूर्ण प्रश्नोतर

  • सिंधु सभ्यता की खोज कब हुई थी 1921 में ।
  • सिंधु सभ्यता की खोज करने का सर्वप्रथम से किसे है। रायबहादुर दयाराम साहनी।
  • सिंधु सभ्यता से संबंधित स्थल है । लोथल कालीबंगा चन्हूदरो । 
  • सार्वजनिक स्नान कर सिंधु सभ्यता के किस नगर की विशेषता थी। मोहन जोदड़ो ।
  • सिंधु सभ्यता का स्वरूप क्या था नगरी सभ्यता
  • राखल दास बनर्जी ने मोहनजोदड़ो में उत्खनन के द्वारा एक भव्य नगर के अवशेष प्राप्त किए थे।
  • सिंधु सभ्यता का लोथल नामक नगर एक बंदर ग्रह था।
  • मोहनजोदार में लड़की एक दूसरे को समकोण पर काटती थी 
  • सिंधु सभ्यता के लोगों की लिपि चित्रात्मक लिपि थी ।
  • सिंधु सभ्यता के निवासियों का मुख्य व्यवसाय कृषि था ।
  • हड़प्पा सभ्यता की जानकारी पश्चिमी पंजाब पाकिस्तान से प्राप्त हुआ है।
  • मोहन जोदड़ो सिंध पाकिस्तान से प्राप्त हुए हैं।
  • लोथल स्थल गुजरात से प्राप्त हुआ है।
  • कालीबंगा स्थल राजस्थान से प्राप्त हुए।
  • बनाबली हरियाणा से प्राप्त हुआ है।


FCQ ;- 

Q;- 1 हड़प्पा का अर्थ क्या है।

Ans हड़प्पा सिंधु सभ्यता का ही दूसरा नाम है यह उत्तर पश्चिम पाकिस्तान में पंजाब का एक प्राचीन शहर माना जाता है सिंधु सभ्यता के केदो में से एक जो 2500 से 1700 ईसवी पूर्व तक फली फूली सभ्यता मानी जाती है ।


Q;- 2 सिंधु घाटी सभ्यता कब हुई थी।

Ans सिंधु घाटी सभ्यता का पूर्व हड़प्पा काल करीब 3300 से ₹2500 तक माना जाता है।


Q ;- 3 मोहनजोदड़ो की खोजकर्ता कौन थे।

Ans मोहनजोदड़ो के खोजकर्ता 1921 में रखलदास बनर्जी थे।


Q ;- 4 सिंधु समाज क्या है।

Ans सिंधु के मूल निवासियों को सिंधी भी कहते हैं यह एक हिंदू आर्य प्रजाति का समाज माना जाता है।


Q;- 5 सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल कौन सा है।

Ans सिंधु घाटी का घाटी का सबसे बड़ा स्थल राखीगढ़ माना जाता है।


Q ;- 6 सिंधु घाटी के लोग क्या खाते थे।

Ans सिंधु घाटी सभ्यता के लोग मांस भक्त थे और वह गाय भैंस और बकरी के मांस आदि खाते थे।


Q ;- 7 हड़प्पा की खोज किसने की थी।

An;- हड़प्पा सभ्यता की खोज 1921 में दयाराम साहनी की थी।


Q;- 8 हड़प्पा नाम किसने दिया था।

Ans हड़प्पा सभ्यता का नाम सर्जन मार्शल के द्वारा दिया गया था।


Q ;- 9 सिंधु सभ्यता में पवित्र जानवर कौन सा था।

Ans सिंधु सभ्यता में सिंधु वास सेंड को पवित्र मानते थे।


Q ;- 10 सिंधु घाटी सभ्यता किस जाति के थे।

Ans सिंधु घाटी सभ्यता जाती तत्वों का मिश्रण था कुछ मानव शास्त्री जांच और मानव अवशेषों की जांच से पता चलता है कि इस सभ्यता में चार नसलीय प्रकार मौजूद थे जो एस्ट्रो लोड मोती ट्रेनर अल्फानॉइड और मैग्नाइट थे


Q ;- 11 सिंधु घाटी सभ्यता के वंशज कौन है।

Ans सिंधु घाटी सभ्यता के वंशज मुख्ता दक्षिण एशिया इंडो आर्यन है।


Q;- 12 सिंधु घाटी से पहले भारत में कौन रहता था

Ans सिंधु घाटी सभ्यता में सबसे पहले उनकी मेहरगढ़ सभ्यता 7000 दिशा पूर्व थी।


Q ;- 13 सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा शहर कौन सा था।

Ans सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा नगर मोहनजोदड़ो था


Q;- 14 हड़प्पा सभ्यता में कौन सी भाषा बोली जाती थी

Ans हड़प्पा सभ्यता में प्रोटो द्वीडियन भाषा बोली जाती थी।


Q ;- 15 सिंधु घाटी कितनी बड़ी थी।

Ans सिंधु घाटी सभ्यता लगभग एक मिलियन वर्ग किलोमीटर में फैली हुई थी यहां पूरे उत्तर पश्चिम भारत पाकिस्तान और अफगानिस्तान के कुछ शो में मानी जाती है।

Q ;- 16 हडप्पा सभ्यता की क्या विशेषता थी 

ANS ;- हडप्पा सभ्यता में अन्न भण्डार का निर्माण किया गया था . जली हुई ईट का प्रयोग हडप्पा सभ्यता में किया गया था .

Q ;- 17 सिन्धु सभ्यता की मुख्य विशेषता क्या थी 

ANS ;- सिन्धु सभ्यता के मकान पक्की इटो के बने थे , वहा पर नगरो का निर्माण एक निश्चित योजना के अनुसार किया गया था . और मकान पहली बार पक्की इटो से बनाये गए थे 

Q ;- 18 सिन्धु घाटी सभ्यता का महत्त्व क्या है 

ANS ;- सिन्धु घाटी सभ्यता ने फारस , मोसोपोटेमिया , और मिश्र की सभ्यता से सम्बंधित जानकारी मिली है .वही एक नगर सभ्यता भी विकसित हुई थी 


हेलो दोस्तों मिल कुमार पलासिया आपके लिए सिंधु सभ्यता हड़प्पा सभ्यता की सभी जानकारी एक ही पोस्ट पर लेकर आ रहा हूं इस पोस्ट के माध्यम से हम सिंधु सभ्यता की सभी जानकारी को देखेंगे ।  हड़प्पा सभ्यता का विस्तार सिन्धु सभ्यता sindhu haddpa sabhyta सिंधु सभ्यता की खोज सिंधु सभ्यता का विस्तार सिन्धु सभ्यता के प्रमुख स्थल 

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