सिंधु सभ्यता के प्रमुख स्थल कौन कौन से हैं ?- sindhu ghati sabhyta ke pramukh sthal
हेलो दोस्तों मैं अनिल कुमार पलासिया आज फिर आपके सामने भारत के इतिहास की एक महत्वपूर्ण टॉपिक सिंधु सभ्यता से लेख लेकर आ रहा हूं इस लेख में हम आपको सिंधु सभ्यता के प्रमुख स्थल कौन कौन से हैं ?- sindhu ghati sabhyta ke pramukh sthal से सम्ब्नाधित महत्वपूर्ण जानकारी आपको इस लेख में देखेंगे .जिससे के यह लेख किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण रहेगा
सिंधु घाटी सभ्यता के स्थल
सिंधु सभ्यता का उद्गम किस नदी के किनारे हुआ था।
सिंधु सभ्यता का उद्गम सिंधु नदी के किनारे किनारे पर माना जाता है। और यही पर अनेक प्राचीन नगरों का विकास भी हुआ है जिसमें हड़प्पा, मोहनजोदड़ो , चन्हुद्दो , लोथल , कालीबंगा वाडावली ,
सिंधु घाटी सभ्यता का विस्तार
- रेडियो कार्बन C 14 जैसी नविन विश्लेषण पद्दति के दुवारा सिन्धु सभ्यता की सर्वमान्य तिथि 2350 ई . पूर्व से 1750 ई पूर्व मानी गई है
- इस सभ्यता का विस्तार पंजाब , सिंध , बलूचिस्तान , गुजरात , जम्मू और पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक था .
- सिन्धु सभ्यता का सर्वाधिक पश्चिमी स्थल [ सुत्कागेडोर [ बलुचिस्थान ] पूर्वी पुरास्थल [आलमगीरपुर ] मेरठ उत्तरी पुरातात्विक मंदा [ मांदा ] जम्मू कश्मीर ] तथा दक्षिण पुरातात्विक दायमाबाद [ महाराष्ट्र ] है
1 :- हड़प्पा
- हड्डपा सभ्यता का उत्खलन रावी नदी के किनारे हुआ था .
- हडप्पा सभ्यता का उत्खननं दयाराम साहनी एवं माधव स्वरूप वत्स ने की थी
- हडप्पा सभ्यता की खोज 1921 में की गई थी
- हडप्पा सभ्यता मोंटगोमरी जिला [ पकिस्तान ] में है
हड़प्पा सिंधु सभ्यता का महत्वपूर्ण एवं प्रमुख स्थल माना जाता है या नगर पश्चिम पंजाब की मांड गुमरी जिले में लाहौर से लगभग 100 मील की दूरी पर स्थित है । 1921 ई में रायबहादुर दयाराम साहनी ने इस स्थल की खुदाई कराई थी यह नगर सिंधु सभ्यता का सबसे बड़ा नगर था इसमें समांतर चतुर्भुज के आकार पर एक दुर्ग था जिसमें 6 वोट मिले हैं यहां के निवासी पक्के मकानों में रहते थे।
2 :- मोहनजोदड़ो
- मोहन जोदडो सिन्धु नदी के किनारे विकसित हुई थी .
- मोहन जोदड़ो की खोज राखल दास बनर्जी ने की थी
- इसकी खोज 1922 में की गई थी
- यह स्थल लकराना जिला [ सिंध प्रान्त पाकिस्तान ] में था
मोहनजोदड़ो भी सिंधु सभ्यता का प्रमुख नगर था । 1922 मैं राखल दास बनर्जी ने इस स्थान की खोज की थी मोहनजोदड़ो वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत के लक राणा जिले में स्थित है। मोहनजोदड़ो का शाब्दिक अर्थ होता है मृतकों का टीला नगर का यह नाम इस कारण पड़ा क्योंकि इस नगर की खुदाई में साथ रहे मिली है अतः यह नगर 7 बार बना और 7 बार नष्ट हुआ इस नगर का निर्माण एक निश्चित योजना के आधार पर किया गया था यहां सड़कों तथा नालियों का समुचित प्रबंध था यहां के प्रत्येक मकान में स्नानगर भी होता था ।
3 :- चन्हूदडो
- चान्हुदड़ो सिन्धु नदी के किनारे विकसित हुई थी
- इसको गोपाल मजुमदार ने खोजा था
- इसकी खोज 1931 में की गई थी
- इसकी खोज सिंध प्रान्त में की गई थी
चन्हुदडो , मोहनजोदड़ो से 130 किलोमीटर की दूरी पर दक्षिण पश्चिम में स्थित है । सिंधु नदी यहां से वर्तमान में लगभग 21 किलोमीटर दूर से बहती है। हिंदू सिंधु सभ्यता के काल में यह बिल्कुल इसके समीप बहती थी। चन्हुदडो , मोहनजोदड़ो और हड़प्पा की तुलना में बहुत छोटा नगर था । डॉक्टर अर्नेस्ट मैके को इस स्थल की खुदाई में तीन संस्कृतियों के अवशेष प्राप्त हुए हैं सबसे नीचे के स्तर में सिंधु संस्कृति के चिन्ह पाए गए हैं दमे के का मत है कि सिंधु सभ्यता के निर्माता चन्हूदरो में 300 वर्ष तक आबाद रहे यहां के लोग पक्की ईंटों की इमारतें बनाते थे ।
4 :- लोथल
- यह स्थल भोगवा नदी के किनारे है
- इसकी खोज रंगनाथराव ने की थी
- इसकी खोज 1957 से 58 तक की गई थी
- इसकी खोज अहमदाबाद [ गुजरात ] में की गई थी
पुरातात्विक के अनुसार यह नगर एक बंदरगाह था यह गुजरात में खंभात की खाड़ी के ऊपर स्थित था। वर्ष 1954 - 55 ई मे भारत के पुरातात्विक विभाग ने इस स्थल की खुदाई करवाई थी यह की खुदाई में जो सबसे महत्वपूर्ण चीज मिली है वह एक विशाल गोदी ( जहाजों के ठहरने का स्थान ) है । इसमें जहाजों को समुद्र की ओर ले जाने का समुचित प्रबंध था यह गोदी 215 मीटर लंबी और 37 मीटर चौड़ी है विश्व में अन्य यंत्र कहीं इतने प्राचीन युग की कृति मोतियों का उदाहरण नहीं मिलता है इसके अतिरिक्त यहां से अनेक प्रकार के आभूषण मुद्राएं मिट्टी के बर्तन में मिले हैं।
5;- कालीबंगा
- यह स्थल घग्घर नदी के पास विकसित हुआ था
- इसकी खोज बी . बी लाल एवं वी . के थापर ने की थी
- इसकी खोज 1953 में की गई थी
- यह स्थाल गंगा नगर जिला राजस्थान में है
कालीबंगा राजस्थान प्रांत के गंगानगर जिले में प्राचीन सरस्वती नदी के किनारे स्थित है कालीबंगा में दो टीले प्राप्त हुए हैं एंटीलो की खुदाई से ज्ञात हुआ है कि दोनों टीमों के चारों और रक्षा दीवारों का निर्माण किया गया था
उत्खनन से प्राप्त सामग्री के आधार पर यह पता चलता है कि एक किले का प्रयोग निवास के लिए किया जाता था वह दूसरे टीले का प्रयोग किले के रूप में होता था वहां पूजा-पाठ आदि के स्थान भी बने हुए थे यहां से अनेक प्रकार के बर्तन तांबे के औजार चूड़ियां मिट्टी की मूर्तियां तथा खिलौने आदि भी प्राप्त हुए हैं
6;- बनावली [ सिंधु घाटी सभ्यता NCERT ]
- यह स्थल रंगोई नदी के किनारे है
- इसकी खोज रविन्द्र सिंह विष्ट ने की थी
- इसकी स्थापना 1974 में की गई थी
- यह स्थल हिसार हरियाणा में है
बनारसी , हरियाणा राज्य के हिसार जिले में स्थित है यहां से प्राप्त अवशेष बहुत कुछ कालीबंगा से मिलते जुलते हैं।
7;- रंगपुर
- यह स्थल मादर नदी के किनारे है
- इसकी खोज रंग नाथ राव ने की थी
- इसकी खोज 1953 से 54 तक मानी जाती है
- यह स्थल कठियावाडा में पाया जाता है
8;- रोपड़
- यह स्थल सतलज नदी के किनारे है
- यह सतलज नदी के इसकी खोज की गई
- इसकी खोज यज्ञदत शर्मा ने की थी
- इसकी खोज 1953 से 56 के समय की थी थी
- रोपड़ स्थल रोपड़ जिला पंजाब में यह मिला है
9 ;- आलमगीरपुर
- यह स्थल हिंडन नदी के किनारे मिला है
- इसकी खोज यज्ञदत शर्मा ने की
- इसकी खोज 1958 में की गई थी
- यह स्थल उत्तर प्रदेश के मेरठ में है
सिन्धु सभ्यता का नगर विशेषता
- सिंधु सभ्यता नगरी सभ्यता मानी जाती थी
- सिंधु सभ्यता के नगर ग्रीड पैटर्न पर आधारित है
- सिंधु सभ्यता की आवाज जल पद्धति के आधार पर बनाए गए थे
- मोहनजोदड़ो में एक विशाल स्नानघर था जो 11.88 मीटर लंबा और 7.1 मीटर चौड़ा एवं 2.43 मीटर गहरा था
- मोहनजोदड़ो की एक अन्य इमारत धान्य कोठार भी था
- नगर दो भागों में बैठे हुए थे यह उचित टीले पर स्थित प्राचीन युक्त बस्ती जिससे सीटें डल नगर दुर्ग की संज्ञा दी गई थी
- हड़प्पा सभ्यता की 6 बस्तियां हड़प्पा मोहनजोदड़ो कालीबंगा लोथल बनवाली एवं चन्हूदरो को नगर की संज्ञा दी गई थी।
- हड़प्पा सभ्यता में सामाजिक जीवन का मुख्य आधार परिवार था
- इस सभ्यता में मातृसत्तात्मक सामाजिक व्यवस्था विद्यमान थी
- सिंधु सभ्यता का समाचार वर्णों में विभाजित है विद्वान योद्धा व्यापारी और शिल्पकार तथा श्रमिक वर्ग
- सिंधु सभ्यता में उत्साह एवं पासा यहां के प्रमुख खेल थे और यहां के लोग गाने बजाने ओर आखेट के भी शौक रखते थे
- सिंधु वासियों के अस्त्र-शस्त्र अधिकांश तांबे एवं कहां से के बने होते थे।
- सिंधु वास चिकित्सा पद्धति से भी परिचित है
- सिंधु सभ्यता की लिपि पढ़ी नहीं जा सकी थी
- यहां से प्राप्त लिपि को चित्रात्मक लिपि नाम दिया गया है
- बीबी लाल ने कालीबंगा से 213 कोटा के वोक्ष प्राप्त किए हैं।
- इसकी लिपि दाई से बाई ओर लिखी जाती थी।
- इस पद्धति को बाउनट्रोड्डेन शैली कहा जाता है
- कृषि सेंधव वासियों का मुख्य व्यवसाय था ।
- यहां पर गेहूं और जौ की फसल बोई जाती थी
- इसके साथ मटर राय खजूर अनार तरबूज खरबूजा नींबू और नारियल केला धान बाजरा की खेती भी की जाती थी।
- कालीबंगा से जूते हुए खेत मिले हैं।
- पशुपालन का भी इस सभ्यता में विकास हुआ था।
- यहां पर सिर्फ तथा उद्योग धंधों का भी प्रचलन था। सिंधु वासियों को सोने चांदी तांबा का शीशा आदि धातुओं का ज्ञान था लेकिन लोहे के ज्ञान से अनभिज्ञ थे।
- बालाकोट से उद्योग तथा चन्हूदरो में मनका बनाने के कारखाने के प्रमाण मिले हैं।
- इतनी बड़ी सभ्यता के पतन के बारे में विद्वानों का अलग-अलग मत हैं उन्होंने अपने स्तर पर अलग-अलग विचार प्रकट किए हैं कि सिंधु सभ्यता का विनाश किस प्रकार से हुआ है।
- कुछ विद्वानों का मानना है कि सिंधु सभ्यता में जलवायु परिवर्तन हुई होगी जिसे कारण वहां के निवासियों की मृत्यु हो गई या उस सभ्यता का अंत हो गया था।
- कुछ विद्वानों का मानना है कि अचानक नदी में पानी का प्रभाव बढ़ गया था या नदियों ने अपना मार्ग बदल दिया था जिसके कारण वहां पर बाढ़ आई थी हो सकता है कि इस कारण से सिंधु सभ्यता का अंत हुआ।
- कुछ भी दुकनों का यह भी मानना है कि उस समय आर्यों का आक्रमण बड़े जोर से चल रहा था तो इस कारण हो सकता है कि सिंधु सभ्यता पर आर्यों ने आक्रमण किया है जिसके कारण उनका विनाश हो सका ।
सिंधु घाटी सभ्यता
- हड़प्पा सभ्यता का सर्वाधिक मान्यता प्राप्त काल है 2500 ई से 1750 ई
- सिंधु घाटी सभ्यता निम्न सभ्यता के समकालीन थे। मिस्र की सभ्यता मेसोपोटामिया की सभ्यता और चीन की सभ्यता।
- सिंधु घाटी की सभ्यता कहां तक विस्तृत थी। पंजाब राजस्थान गुजरात उत्तर प्रदेश हरियाणा सिंध और बलूचिस्तान।
- सिंधु घाटी सभ्यता में घोड़े के अवशेष कहां से मिले हैं सुरकोटड़ा
- सिंधु घाटी स्थल कालीबंगा किस प्रदेश में है राजस्थान में
- किस पदार्थ का उपयोग हड़प्पा काल में मुद्राओं के निर्माण में मुख्य रूप से किया जाता था सेलखड़ी
- हड़प्पा सभ्यता किस युग की सभ्यता थी कांस्य युग
- सिंधु घाटी सभ्यता के लोगों का मुख्य व्यवसाय था व्यापार
- हड़प्पा सभ्यता के निवासी थे शहरी
- सिंधु सभ्यता के घर किससे बनाए जाते थे ईट
- हड़प्पा वासी किस वस्तु के उत्पादन में सर्वप्रथम थे कपास
- हड़प्पा सभ्यता का सर्वप्रथम खोजकर्ता कौन था दयाराम साहनी
- सिंधु सभ्यता का पतन नजर बंदरगाह कौन सा था लोथल
- पैमाने की खोज ने यह सिद्ध कर दिया कि सिंधु घाटी के लोग महापौर टोल से परिचित थे यह लोथल से प्राप्त हुआ है
- हड़प्पा कालीन समाज किन वर्गों में बटा हुआ था विद्वान योद्धा व्यापारी और श्रमिक
- सिंधु सभ्यता का सर्वाधिक उपयुक्त नाम क्या था हड़प्पा सभ्यता।
- हड़प्पा सभ्यता की खोज की गई थी 1921 में
- हड़प्पा के लोगों की सामाजिक पद्धति थी उचित सामंतवादी
- सिंध का नकलीस्थान किस हड़प्पा सभ्यता के किस पुरातत्व को कहा गया है मोहनजोदड़ो
- हड़प्पा सभ्यता के संपूर्ण क्षेत्र का आकार किस प्रकार का था त्रिभुजाकार।
Q;- 1 सिंधु घाटी सभ्यता क्या है विस्तार से बताइए।
Ans सिंधु घाटी शब्द का एक प्राचीन सभ्यता है यह भारत और पाकिस्तान में विकसित हुई थी सिंधु घाटी सभ्यता सिंधु नदी के किनारे विकसित हुई है
Q ;-2 सिंधु घाटी सभ्यता में कितने नगर थे।
Ans सिंधु घाटी सभ्यता में 6 प्रमुख नगर थे हड़प्पा ,मोहनजोदड़ो ,लोथल ,धोलावीरा रथीगढ़ , कालीबंगा
Q ;- 3 हड़प्पा सभ्यता के नोट क्या है
Ans सिंधु घाटी सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता के नाम से जाना जाता है इसका विस्तार लगभग 2600 ईसा पूर्व सिंधु नदी जो पाकिस्तान में है से प्रारंभ हुआ है ।
Q ;- 4 सिंधु घाटी सभ्यता की आवश्यक विशेषता क्या है
Ans सिंधु घाटी सभ्यता की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसके जो मकान बने थे वह पक्की ईटों की इमारतें थी इसी कारण इसे हड़प्पा सभ्यता के नाम से भी जाना जाता है और उसके बाद यहां पर कृषि व्यवस्था 4000 ई . के आसपास प्रारंभ हुई थी।
Q;- 5 सिंधु घाटी का इतिहास क्या है
Ans Indus civilization period भारत और पाकिस्तान में पाया गया सिंधु घाटी सभ्यता जिसे हड़प्पा सभ्यता भी कहा जाता है इसकी खोज 1921 में हुई थी और इसका विकास सिंधु और घग्गर नदी के किनारे माना जाता है इसके प्रमुख स्थल में हड़प्पा मोहनजोदड़ो कालीबंगा लोथल धोलावीरा और राखीगढ़ प्रमुख केंद्र थे।
Q;- 6 सिंधु घाटी किस धर्म की थी
Ans सिंधु घाटी हिंदू धर्म की मानी जाती थी।
Q ;- 7 सिंधु घाटी के प्रमुख देवता कौन थे।
Ans सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख देवता में मात्र देवी पशुपति नाथ सूर्य जल पृथ्वी देवी लिंग वृक्ष और प्राकृतिक देव जी की पूजा करते थे।
Q ;- 8 सिंधु घाटी सभ्यता का पूराना नाम क्या है।
Ans सिंधु घाटी सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता के नाम से भी जानते हैं।
Q ;- 9 सिंधु घाटी सभ्यता का दूसरा नाम क्या है।
Ans सिंधु घाटी सभ्यता का दूसरा नाम हड़प्पा सभ्यता और सिंधु सरस्वती सभ्यता के नाम से भी जाना जाता है।
Q;- 10 सिंधु घाटी सभ्यता की खोज किसने की थी।
Ans सिंधु घाटी सभ्यता की खोज 1921 से 1922 में हड़प्पा सभ्यता सर जान मार्शल के द्वारा की गई थी।
Q ;- 11 सिंधु घाटी सभ्यता कहां स्थित थी।
Ans सिंधु घाटी सभ्यता 3300 से 1300 ईसवी पूर्व सभ्यता के रूप में भी जाना जाता है। आधुनिक उत्तर पूर्व अफगानिस्तान से लेकर पाकिस्तान और उत्तर पश्चिम भारत कब से लिखी हुई थी।
Q ;- 12 हड़प्पा का अर्थ क्या है।
Ans हड़प्पा सिंधु सभ्यता का ही दूसरा नाम है यह उत्तर पश्चिम पाकिस्तान में पंजाब का एक प्राचीन शहर माना जाता है सिंधु सभ्यता के केदो में से एक जो 2500 से 1700 ईसवी पूर्व तक फली फूली सभ्यता मानी जाती है ।
Q ;- 13 सिंधु घाटी सभ्यता कब हुई थी।
Ans सिंधु घाटी सभ्यता का पूर्व हड़प्पा काल करीब 3300 से ₹2500 तक माना जाता है।
Q ;- 14 मोहनजोदड़ो की खोजकर्ता कौन थे।
Ans मोहनजोदड़ो के खोजकर्ता 1921 में रखलदास बनर्जी थे।
Q ;- 15 सिंधु समाज क्या है।
Ans सिंधु के मूल निवासियों को सिंधी भी कहते हैं यह एक हिंदू आर्य प्रजाति का समाज माना जाता है।
Q ;- 16 सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल कौन सा है।
Ans सिंधु घाटी का घाटी का सबसे बड़ा स्थल राखीगढ़ माना जाता है।
Q ;- 17 सिंधु घाटी के लोग क्या खाते थे।
Ans सिंधु घाटी सभ्यता के लोग मांस भक्त थे और वह गाय भैंस और बकरी के मांस आदि खाते थे।
Q;- 18 हड़प्पा की खोज किसने की थी।
Ans हड़प्पा सभ्यता की खोज 1921 में दयाराम साहनी की थी।
Q ;- 19 हड़प्पा नाम किसने दिया था।
Ans हड़प्पा सभ्यता का नाम सर्जन मार्शल के द्वारा दिया गया था।
Q;- 20 सिंधु सभ्यता में पवित्र जानवर कौन सा था।
Ans सिंधु सभ्यता में सिंधु वास सेंड को पवित्र मानते थे।
Q;- 21 सिंधु घाटी सभ्यता किस जाति के थे।
Ans सिंधु घाटी सभ्यता जाती तत्वों का मिश्रण था कुछ मानव शास्त्री जांच और मानव अवशेषों की जांच से पता चलता है कि इस सभ्यता में चार नसलीय प्रकार मौजूद थे जो एस्ट्रो लोड मोती ट्रेनर अल्फानॉइड और मैग्नाइट थे
Q ;- 22 सिंधु घाटी सभ्यता के वंशज कौन है।
Ans सिंधु घाटी सभ्यता के वंशज मुख्ता दक्षिण एशिया इंडो आर्यन है।
Q;- 23 सिंधु घाटी से पहले भारत में कौन रहता था
Ans सिंधु घाटी सभ्यता में सबसे पहले उनकी मेहरगढ़ सभ्यता 7000 दिशा पूर्व थी।
Q;- 24 सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा शहर कौन सा था।
Ans सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा नगर मोहनजोदड़ो था
Q;- 25 हड़प्पा सभ्यता में कौन सी भाषा बोली जाती थी
Ans हड़प्पा सभ्यता में प्रोटो द्वीडियन भाषा बोली जाती थी।
Q;- 26 सिंधु घाटी कितनी बड़ी थी।
Ans सिंधु घाटी सभ्यता लगभग एक मिलियन वर्ग किलोमीटर में फैली हुई थी यहां पूरे उत्तर पश्चिम भारत पाकिस्तान और अफगानिस्तान के कुछ शो में मानी जाती है।
Q ;- 27 सिंधु सभ्यता कितना पुराना है।
Ans सिंधु सभ्यता लगभग 8000 साल पुरानी मानी जाती थी।
Q ;- 28 सिन्धु घाटी सभ्यता का इतिहास क्या है
ANS ;- सिन्धु घाटी सभ्यता दुनिया की सबसे प्राचीन सभ्यता में से एक है सिन्धु घाटी सभ्यता का पूर्व हडप्पा काल करीब 3300 से 2500 ई पूर्व माना जाता है
Q ;- 29 सिन्धु घाटी सभ्यता की खोज कब और किसने की थी
ANS ;- सिन्धु घाटी सभ्यता रेडियो कार्बन C 14 जैसी पद्दति के दुवारा सिन्धु घाटी सभ्यता की सर्वमान तिथि 2350 ई 1750 ई मानी जाती है इसकी खोज रायबहादुर दयाराम साहनी ने की थी
Q ;- 30 सिन्धु घाटी सभ्यता किसकी है
ANS ;- सिन्धु घाटी सभ्यता वर्तमान में पकिस्तान और पश्चिम भारत के नाम से जाना जाता है
Q ;- 31 सिन्धु घाटी सभ्यता में क्या खास है
ANS ;- सिन्धु घाटी सभ्यता में नगर निर्माण प्रणाली को अपनाई गई है
Q ;- 32 सिन्धु घाटी सभ्यता की भाषा कोन सी थी
ANS ;- आइविसी और द्रविड़ भाषा
Q ;- 33 सिन्धु घाटी सभ्यता के वंशज कोन थे
ANS ;- सिन्धु घाटी सभ्यता के वंशज दक्षिण एशियाई थे
Q ;- 34 सिन्धु घाटी के लोग कहासे आये थे
ANS ;- सिन्धु घाटी के लोग ईरानी - संबन्धि वंशावली है
Q ;- 35 हडप्पा सभ्यता की क्या विशेषता थी
ANS ;- हडप्पा सभ्यता में अन्न भण्डार का निर्माण किया गया था . जली हुई ईट का प्रयोग हडप्पा सभ्यता में किया गया था .
Q ;- 36 सिन्धु सभ्यता की मुख्य विशेषता क्या थी
ANS ;- सिन्धु सभ्यता के मकान पक्की इटो के बने थे , वहा पर नगरो का निर्माण एक निश्चित योजना के अनुसार किया गया था . और मकान पहली बार पक्की इटो से बनाये गए थे
Q ;- 37 सिन्धु घाटी सभ्यता का महत्त्व क्या है
ANS ;- सिन्धु घाटी सभ्यता ने फारस , मोसोपोटेमिया , और मिश्र की सभ्यता से सम्बंधित जानकारी मिली है .वही एक नगर सभ्यता भी विकसित हुई थी
दोस्तों के अनिल कुमार पलासिया आपके लिए इस लेख में सिद्धू सुविधा के प्रमुख नगर की कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां आपके पास लेकर आया हूं इसमें हम सिंधु सभ्यता की महत्वपूर्ण नगर के बारे में जानेंगे। सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल सिंधु घाटी सभ्यता प्रश्नोत्तरी सिंधु घाटी सभ्यता NCERT सिंधु घाटी सभ्यता का विस्तार sindhu ghati sabhyta ke pramukh
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