पर्यावरण किसे कहते हैं उदाहरण सहित paryavaran kise kahate hain
हेलो दोस्तों में अनिल कुमार पलाशिया आज फिर आपके लिए एक महत्वपूर्ण पोस्ट को लेकर आया हु इस पोस्ट में हम आपके लिए पर्यावरण किसे कहते हैं उदाहरण सहित paryavaran kise kahate hain को लेकर आया हु इस पोस्ट में हम पर्यावरण के बारे में सभी जानकारी को लेकर आ रहा हु यह पोस्ट , सभी प्रकार की परीक्षा के लिए उपयोगी है आप इस पोस्ट का अध्यन करे .
पर्यावरण की परिभाषा क्या है [ENVIRONMENT OF ECOLOGY ]
पर्यावरण शव्द का अर्थ है ऐसा वातावरण जिसमे सम्पूर्ण विश्व घिरा हुआ है या ऐसा भी कहा जा सकता है की पर्यावरण शव्द जीवो की क्रिया को प्रभावित करने वाली समस्त भोतिक परिस्थियों का योग् पर्यावरण कहलाता है
पर्यावरण शव्द परी + आवरण जिसके चारो और का आवरण घिरा हुआ है पर्यावरण कहलाता है .
पर्यावरण का अर्थ एवं परिभाषा
पर्यावरण का निर्माण पांच मुख्य तत्व से मिलकर बना है ये तत्व वो है जो सम्पूर्ण पर्यावरण को जोड़ता है जिसमे प्रमुख तत्व मिटटी , जल , वायु , उर्जा , एवं जीव के सयोंग से हुआ है .ये सभी तत्व पर्यावरण का निर्माण करते है ये सभी पर्यावरण के संघटन कहलाता है .
पर्यावरण का महत्व - पर्यावरण की परिभाषा दीजिए
पर्यावरण का क्षेत्र - पर्यावरण किसे कहते हैं उदाहरण सहित
- अजैविक घटक या भोतिक घटक
- जैविक संघटक
- सांस्कृतिक संघटन .
अजैविक घटक या भोतिक घटक;-
पर्यावरण के सभी भोतिक तत्वों में पर्यावरण अजैव तत्व है -
जलवायविक तत्व . पर्यावरण का महत्व
- सूर्य का प्रकाश .
- उर्जा तापमान
- वर्षा
- आद्रता
- वायुमंडलीय
- गैस आदि .
स्थलीय तत्व
- उच्चावत
- ढाल
- पर्वतों की दिशा
जलीय स्त्रोत
- सागर
- झील
- नदी
- भूमिगत जल
मिट्टिया खनिज
- धात्विक खनिज
- अधात्विक खनिज
- उर्जा स्त्रोत
- चट्टान
भोगोलिक स्तिथि
- तटीय
- महादुइपीय
- सागरीय दुपीय
- पर्वतीय
जैविक संघठन - पर्यावरण के प्रकार
विभिन्न प्रकार की वनस्पति , जंतु ,सुक्ष्म जीव तथा मनुष्य इसमें सम्मिलित है ये सभी घटक सजीव एवं जिव तथा मनुष्य इसमें सम्लित होते है ये सभी घटक सजीव एवं सम्ल्लित होते है .
- जैव तत्व अजैव तत्व की उपज होते है और स्वयम पर्यावरण के निर्माण में सहयोगी तत्वों के रूप में कार्य करते है .
- जैविक तत्व पेड -पोधे स्वपोषी होते है इसलिए वे पर्यावरण से स्वयं अपनी आवश्यकता पूरी करते वस्तु का विलय करते रहते है .
- ये चर तत्व है इसलिए इनका योगदान स्थिर है ये पर्यावरण के पोषक और शोषक दोनों रूप में कार्य करते है
- पशु - पक्षी मनुष्य आदि पर्यावरण के चर है पशु जगत पारिस्तितिक का महत्वपूर्ण घटक है थल चर जल चर , और नब चर तीनो प्रकार के जिव पर्यावरण संगठन में अपना महत्वपूर्ण योगदान है
सांस्कृतिक संघठन - पर्यावरण के घटक
जैव विविधता [ BIO - DIVERSITY ]
जैव विविधता दो शव्दो के मेल से बना है बायो का अर्थ है जैव तथा डाईवसिर्टी का अर्थ है विविधता .साधारण शव्दों में कहे तो किसी प्राकृतिक प्रदेश में पायी जाने वाली जंगली तथा पालतू जीव जन्तुओ एवं पादपो की प्रजातियों की बहुलता को जैव -विविधता शव्द सर्वप्रथम प्रयोग 1985 में W.G रोजन दुवारा किया गया .
जैव -विविधता को तीन विविधिता को तीन स्तर पर समझाया जा सकता है .
- अनुवांशिक विविधता
- प्रजातीय विविधता .
- पारित्त्रिय विविधता
आनुवाशिक विविधता
- आनुवंशिक विविधता का तात्पर्य एक ही जाती में पाए जाने वाली विभिन्नता से है किसी प्रजातीय में जिन की विविधता फी आनुवंशिक जैव - विविधता है समान लक्षणों वाले जीवो के समूह को प्रजाति कहते है .मानव आनुवंशिक रूप होमोसोपियान्न प्रजाति से सम्बन्धित है जिससे शव्द कद रंग और अलग दिखावट जैसे शारीरिक लक्षणों में काफी भिन्ता है इसका कारण आनुवंशिक विविधता है .-
प्रजातीय विविधता ;-
- यह प्रजातीय की अनेकरूपता को बताती है यह किसी निर्धारित क्षेत्र में प्रजातीय की संख्या से सम्बन्धित है प्रजातीयो की विविधता ,उनकी सम्रधि प्रकार तथा भूलता से आंकी जा सकती है .कुछ क्षेत्र में प्रजातीय की संख्या अधिक होती है . कुछ में कम जिन क्षेत्रो में प्रजातीय विविधता अधिक होती है
परिस्तितिक विविध्यता
- पारिस्थिकीय तंत्रीय जैव विविधता का तात्पर्य किसी भोगोलिक अथवा राजनेतिक क्षेत्र में पारिस्थतिक तंत्र में भिन्ता से है .
भारत में चार जैव विविधता वाले हाट -स्पाट मोजूद है .
- पूर्वी हिमालय [ अरुणाचल प्रदेश ,भूटान ,पूर्वी नेपाल ]
- पश्चिम घाट और श्रीलंका .
- इंडो वर्मा और [ पूर्वांचल हिल्स ,अरकान ,योमा , पूर्वी बांग्लादेश ]
- सुंदरलैंड निकोबार द्वीप समूह [ इंडोनेशिया ,मलेशिया ,सिंगापूर फिलिपिन्स ]
भारत शीर्ष 5 लुप्तप्राय प्रजातीय
IUCN रेड लिस्ट क्या है .
1964 में स्थापित , IUCN रेड लिस्ट के रूप में भी जाना जाता है - रेड डाटा बुक में ऐसी प्रजातियों का रिकार्ड रखा जाता है जो खतरे में है और विलुप्त होने के जोखिम में है .इनमे मुख्यत दो पेज होते है .
- हरा पेज - इन पेज में खतरे से बाहर प्रजातियों को रखा जाता है .
- लाल / गुलावी पेज- इस पेज में संकटग्रस्त या खतरों वाली प्रजातियों का रिकार्ड रखा जाता है .
पर्यावरण की विशेषताएं
पारिस्थितिक -तंत्र
A ] अजेविक घटक
- भोतिक कारक ;-सूर्य का प्रकाश , तापमान ,वर्षा , आध्रता ,तथा दावा ,यह परितंत्र जीवो की वृधि को सिमित और स्थिर बनाएर्खते है
- अकार्बनिक पधार्थ - कार्वनडाई आक्साइड , नाईट्रोजन ,आक्सीजन ,फास्फोरस ,सल्फर , जल , मिटटी ,तथा खनिज पदार्थ .
- कार्बनिक पधार्थ -कार्बोहाइड्रेट ,प्रोटीन ,लिपिड तथा हुमिक पदार्थ यह सजीव तंत्र के मुलभुत अंग है इसलिए जैविक और अजैविक घटकों के विच की कड़ी है .
B] जैविक घटक;-
जैविक घटक के अन्तरगत उत्पादक ,उपभोक्ता एवं अपघटनकरता सम्ल्लित होते है .
- उत्पादक - इसके अंतर्गत वे घटक आते है जो अपना भोजन स्वयं बनाते है जैसे सभी हरे पोधे ;-उत्पादक CO2 व CO के अनुपात को वातावरण में बनाये रखते है
- उपभोक्ता -इसके अंतर्गत वे जिव आते है जो उत्पादक दुवारा बनाये गए भोज्य पदार्थ का उपभोग करते है
ये तिन प्रकार के होता है ;-
- प्राथमिक उपभोक्ता -इसके अंतर्गत वे जिव आते है जो हरे पोधे या उनके किसी भाग को खाते है जैसे - गाय , भैंस ,बकरी ,टिड्डिया
- दुतिय्क उपभोक्ता;- इसके अंतर्गत वे जिव आते है जो प्राथमिक उपभोक्ता को अपने भोजन के रूप में प्रयुक्त करते है जैसे - बिल्ली , भेड़िया , मोर .
- तृतीय उपभोक्ता ;- इसके अन्त्रर्गत वे जिव आते है जो दुतिय्क उपभोक्ता को खाते है जैसे - बाघ , शेर , गिद्ध इत्यादि .
- शीर्ष उपभोक्ता;- इन्हें उच्च मासाहारी उपभोक्ता भी कहा जाता है ये केवल मासाहारी जन्तुओ को अपना भोजन बनाते है . जैसे बाज , शेर , आदि
अपघटक;-
इसके अन्तरगत वे जिव आते है जीवाणु और कवक जो सभी प्रकार के उपभोक्ता तथा उत्पादको को अपघटित करके वायुमंडल में अकर्वानिक तत्वों के रूप में विसर्जित कर देते है .
पर्यावरण के बहुविकल्पीय प्रश्न उत्तर
इस पोस्ट में हम इससे सम्बन्धित प्रश्नों को रखेंगे जिससे के इस टोपिक को समझने में कोई परेशानी न हो और टोपिक भी आसानी से समझ में आ जाये .
Q .1 पर्यावरण का निर्माण किन तत्वों से होता है .
ANS- मिटटी , जल , वायु , उर्जा , जीव
Q. 2 पर्यावरण के घटक होते है .
ANS-
- अजैविक घटक या भोतिक घटक
- जैविक संघटक
- सांस्कृतिक संघटन .
Q .3 प्रमुख अजेविक घटक है
ANS -
- सूर्य का प्रकाश .
- उर्जा तापमान
- वर्षा
- आद्रता
- वायुमंडलीय
- गैस आदि .
Q .4 शाहकारी श्रेणी के अंतर्गत आने बाले जिव है .
ANS वे जिव जो किसी दुसरे जिव को नहीं खाते है वे जीव शाहकारी जीव कहलाते है . जैसे - खरगोश
Q .5 जैविक घटक है
ANS - वे घटक जो शाहकारी होते है
Q .6 जलीय पारिस्थितिक तन्त्र का हिस्सा है .
ANS- नदी , तलाव ,डेल्टा , जो जल से सम्बन्धित हे वे सब जलीय पारिस्थितिक तंत्र के अन्तरगत आते है .
Q .7 पारिस्थितिक तंत्र में किसे उत्पादक के रूप में जाना जाता है .
ANS - घास
Q .8 उर्जा जैविक मात्रा में किसका सबसे अधिक उपयोग किया जाता है
ANS - सोर उर्जा
Q .9 प्रकाश संश्लेषण के दोरान आक्सीजन का निर्माण होता है .
ANS - पानी
Q .10 संश्लेषण पिन्ग्मेंट किसको अवशोषित करता है
ANS- प्रत्यक्ष विकिरन
Q 11 पोधे किस क्षेणी में आते है .
ANS- शाहकारी
Q .12 आरिजन आफ स्पाइस '' नामक पुस्तक के लेखक कोन थे .
ANS- चालर्स डार्विन .
Q .12 जैव विविधता पर किसका प्रभाव अधिक पड़ता है .
ANS - पर्यावरण प्रदुषण , समुद्र अमलिकर्ण , आवोहवा में बदलाब .
Q .13 हरित गृह प्रभाव पर किसका अधिक प्रभाव पड़ता है .
ANS- कार्बन डाईआक्साइड
Q .14 ग्रीन हाउस प्रभाव के लिए जिम्मेदार मुख्य गैस है
ANS - कार्बन डाईआक्साइड [ CO2 ]
Q .15 ग्रीन हाउस प्रभाव में मुख्य गैस है .
ANS - कार्बन डाईआक्साइड CO2 / मिथेन CH4 / नाइट्रस आक्साइड N2O / क्लोरोफ्लोरो कार्बन CPC / तथा जल वाष्प ग्रीन हाउस प्रभाव की प्रमुख गैस है
Q .16 पारिस्थितिक -विज्ञानं से सम्बन्धित है .
ANS - जीवो और उनके वातावरण के विच सम्बन्ध . [ इसमें पोधे , जानवर , और जीवाणु आदि .
Q .17 प्रथ्वी के तापमान में ब्राध्ही के लिए उत्तर दाइत्व है .
ANS- कार्बन डाई आक्साइड CO2 [ 0.03 %]
Q .18 भविष्य में प्रथ्वी के वायुमंडल के तापमान में ओसत वृद्धि का कारण क्या है .
ANS - परमाणु युद्ध / ओजोन छिद्र में विस्तार / ज्वालामुखी से धूल के बादलो .
Q .19 वायु प्रदुषण जो प्रकाश रासायनिक धुंध उत्पन करता है .
ANS- कार्बन डाईआक्साइड , कार्बन मोनोआक्साइड एवं सल्फर डाई आक्साइड .
Q .20 जल क्या है .
ANS - नवीनीकृत संसाधन और अन्विनिक्रत संसाधन दोनों .
Q .21 पर्यावरण में आते है
ANS- भूमि ,वायु ,जल ,प्रकाश , ताप , वर्षा , पादप ,जंतु , एवं सुक्ष्म जीव .
Q .22 पारिस्थितिक शव्द को सर्वप्रथम प्रतिपादित किया गया .
ANS- रीटर को
Q . 23 स्व -परिस्थित्क का तात्पर्य है .
ANS- ऐ .जी .टेंसले
Q .24 पारिस्थितिक के घटक है .
ANS - जीविय तथा अजीवीय
Q .25 खाद श्रंखला बनती है .
ANS -उत्पादक ,उपभोक्ताओ , अपघटक से .
Q .26 किसी श्रंखला में सर्वाधिक उपभोक्ता होते है .
ANS - शाकाहारी
Q .27 पारितंत्र में उर्जा का प्राथमिक या मुख्य स्त्रोत होता है .
ANS- सूर्य का प्रकाश .
Q .28 किसी भी पारितंत्र में उत्पादको का कार्य होता है .
ANS - सोर उर्जा को पकड़ना एवं इसे रासायनिक उर्जा में बदलाब .
Q .29 किसी भी पारितंत्र में सबसे बड़ी संख्या होती है .
ANS - प्राथमिक उत्पादकों की .
Q .30 मृदा अपरदन रोका जा सकता है .
ANS - वनों को उगाके .
Q .31 मैन्ग्रोव वनस्पति का मुख्य घटक है .
ANS - रैजोफोर .
Q .32 समुद्र के किनारे की वनस्पति कहलाती है .
ANS -लवडो दभिद वनस्पति
Q .33 संसार का सबसे बड़ा परितंत्र है .
ANS - सागर
Q .34 मृदा अपरदन रोका जा सकता है .
ANS . वनरोपण दुवारा .
Q .35 रेगिस्तान में पैदा होने बाले पोधे कहलाते है
ANS - जिरोफाईटस
FCQ ;-
Q ;- 1 पर्यावरण कितने प्रकार के होते है
ANS ;- पर्यावरण के प्रकार
- भोतिक पर्यावरण
- जैविक पर्यावरण
- सामाजिक पर्यावरण
Q ;- 2 पर्यावरण क्या है
Q ;- 3 पर्यावरण की परिभाषा क्या है
ANS ;- पर्यावरण को मानव जीवन को प्रभावित करने वाले सभी जीवित और निर्जीव तत्वों और उनके प्रभावों के योग से रूप में परिभाषित किया जा सकता है
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हेलो दोस्तों में अनिल कुमार पलाशिया आपके लिए महत्वपूर्ण टोपिक पर्यावरण की कुछ महत्त्व पूर्ण जानकारी लेकर आया हु जिससे हम पर्यावरण की कुछ महत्वपूर्ण जानकारी को देखेंगे पर्यावरण की परिभाषा एवं महत्व पर्यावरण की विशेषताएं पर्यावरण का अर्थ एवं परिभाषा पर्यावरण किसे कहते हैं उदाहरण सहित पर्यावरण के प्रकार पर्यावरण
अनिल कुमार पलाशिया
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