मनुष्य के शरीर में कितने तंत्र होते हैं? MANAV KE SHARIR ME KITNE TANTR HOTE HAI
हेलो दोस्तों में अनिल कुमार पलाशिया आज फिर आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी आपके सामने लेकर आ रहा हु इस लेख में हम आपको मनुष्य के शरीर में कितने तंत्र होते हैं? MANAV KE SHARIR ME KITNE TANTR HOTE HAI से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी को इस लेख में देखेगे . जिससे यह लेख आपको किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण रहेगा
मनुष्य के शरीर में कितने तंत्र होते हैं?
कंकाल तंत्र :-
- मनुष्य का कंकाल दो भागो में वाटा गया है .अक्षीय कंकाल और उपागीय कंकाल .अक्षीय कंकाल यह शरीर का मुख्य अक्ष बनाने वाले कंकाल को अक्षीय कंकाल कहते है इसके अंतर्गत खोपड़ी ,कशेरुक दण्ड तथा छाती की अस्थिय आती है
- खोपड़ी :- मनुष्य के सिर के अन्त:कंकाल के भाग को खोपड़ी कहते है इनमे 29 अस्थिय होती है इसमें से 8 अस्थिया संयुक्त रूप से मनुष्य के मस्तिक को सुरक्षित रखती है इन अस्थियो से बनी रचना को कपाल कहते है कपाल की सभी अस्थिया सीवनो के द्वारा के दुवारा द्रध्तापुर्वक जुडी रहती है इनके अतिरिक्त 14 आस्थिया चेहरे की और बनाती है 6 अस्थिय कान की तरफ होती है
- कशेरुक दण्ड :- मनुष्य का कशेरुक दण्ड 33 कशेरुक से मिलकर बना है सभी कशेरुक उपस्थित गद्दिद्यो के दुवारा जुड़े रहते है इन गद्दिद्यो से कशेरुक दंड लचीला रहता है
- उपांगीय कंकाल :- ये दोनों हाथ और पेर से मिलकर बनती है इसमें 118 अस्थिया होती है
मानव शरीर के अंगों और उनके कार्यों PDF
महत्वपूर्ण तथ्य :-[ कंकाल तंत्र ]
1 .वयस्क मनुष्य के शरीर में कुल 206 हड्डिया पायी जाती है .
2 . बच्चे के जन्म के समय कुल हड्डियों की संख्या 300 है
3 . बच्चे के बड़े होने पर 94 हड्डियों आपस में जुड़े जाती है जिससे कुल 206 हड्डिया शेष रह जाती है
4 . मानव शरीर की सबसे बड़ी हड्डी फिमर [ जांघ ] होती है .
5 . मानव शरीर की सबसे मजबूत हड्डी - मेंडेविन [ जबड़े की हड्डी ]
6 .मानव शरीर में पसलियों की संख्या 12 जोड़े [ कुल 24 ] है .
7 . रीड की हड्डी के कशेरुक दण्ड में कुल 33 हड्डिया पाई जाती है .
8 . मानव शरीर में कुल 650 मांसपेशिया है .
9 . सबसे बड़ी मासपेसी है स्टेपीडियम [ कान ] है
10 . हड्डी में ओसीन नामक प्रोटीन पाया जाता है .
11 .हड्डी में ठोस पदार्थ मेटिक्स पाया जाता जो एक प्रकार के प्रोटीन ओसीन का बना होता है
मानव शरीर के अंगों के नाम
शरीर के अंगों के नाम और उनके कार्य
कंकाल तंत्र के कार्य :- शरीर को निश्चित आकार प्रदान करना है . शरीर को कोमल अंगो की सुरक्षा प्रदान करना है पेशियों को जुड़ने का आधार प्रदान करना है श्वशन एवं पोषण में सहायता प्रदान करना है लाल रक्त कंडिकाओ का निर्माण करना है .
- आंतरिक अंगो की सुरक्षा ;- कंकाल तंत्र आंतरिक अंगो के लिए कवक के समान कार्य करता है मानव खोपड़ी मस्तिक एवं आँखों को , पसलिया , हदय एवं फेफडो को तथा मेरुदंड , प्रष्ट रज्जू को सुरक्षा प्रदान करता है
- संचलन में सहायता ;- कंकाल की अस्थ्तियो मास्पेसियो को स्वय से जुड़ने के लिए एक आधारीय सरचना प्रदान करती है ताकि शारीर संचलन कर सके . स्नायु एवं कन्द्राय अस्थियो एवं मास्पेसियो को जोड़ कर उन्हें संचलन योग्य बनती है .
- निश्चित आकृति एवं सहारा ;- कंकाल तंत्र शरीर को एक निश्चित आकृति प्रदान करता है तथा कोमल अंगो को सहारा प्रदान करता है तथा कोमल अंगो को सहारा प्रदान करता है ताकि वे शरीर में अपने निर्धारित स्थान पर बने रहे .
- खनिज एवं वसा का भंडार ;- अस्तित उत्तक शारीरिक क्रियाओ के लिए आवश्यक विबिन्न खनिजो [ मुख्यता कैल्शियम एवं फास्फोरस ] तथा वसा के भण्डार क्षेत्र होते है
- रक्त कोशिका का निर्माण ;- अस्थ्थियो के भीतर रिक्त स्थान में एक तरल पदार्थ भरा होता है जिसे , अस्थियो मंज्जा कहते है यह दो प्रकार की होती है पीली अस्थ्थी मज्जा कहते है यह दो प्रकार के होते है ;- पीली अस्थ्थी मज्जा तथा लाल अस्थि मंज्जा .
कुछ महत्वपूर्ण तथ्य ;-
- अस्तिथ्यो के अध्ययन को आस्टियोलाजी कहते है .
- उपास्तिथियो के अध्यन को कन्द्रोलाजी कहते है .
- कोशिकाओं से नई हड्डियों के विकास एवं गठन की प्रक्रिया को अस्थि भवन कहा जाता है सामान्यता 20 - 25 वर्ष की आयु में सभी हड्डियों का निर्माण हो जाता है
- अस्थि भवन परिक्षण दुवारा मनुष्य की आयु का भी पता लगाया जाता है
पाचन तंत्र वह प्रक्रिया है जिसके दुवारा जटिल भोज्य पदार्थ का छोटे घुलनशील अणुओ में विच्छेदन तथा रासायनिक परिवर्तन होता है जिससे इनके अवशोषण की प्रक्रिया दुवारा मुख्य रक्त धारा में समावेश हो सके .
एंजाइम - शरीर में भोजन का पाचन ,रसो में मोजूद रसायनों की अभिकिया के फलस्वरूप हो जाता है इन रसायनों को एंजाइम कहते है सभी एंजाइम प्रोटीन होते है
मानव शरीर के अन्दर आहारनाल एवं पाचन ग्रंथियों मिलकर जिस तंत्र का निर्माण करती है उसे पाचन तंत्र कहते है
पाचन आहार - नाल 30 फिट लम्बा होता है जो मुंह से आरम्भ होकर मालदार में समाप्त होता है
लार ग्रंथियों , मुह , भोजन नली ,छोटी आंत , बड़ी आंत ,यकृत एवं अग्न्याशय पाचन ग्रंथियों के प्रमुख अंग है .
यकृत :-
LIVER - यकृत मानव शरीर का एक उत्सर्जित अंग है क्योकि यह शरीर में उत्पन अवशिष्ट पदार्थ को शरीर से बाहर निकलने में सहायक होता है .LIVER मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है क्योकि यह पितृ रस का स्त्राव करती है वहिस्त्रीवी ग्रंथि है
कार्य :- LIVER का मुख्य कार्य पित्त रस का स्त्राव स्राव करना / निकलता है .पित रस LIVER से निकलकर पिताश्य में जमा हो जाता है इसकी प्रक्रति [ पित्त रस ] क्षारीय होता है इसका PH मान 7.7 होता है रक्त में ग्लूकोज की मात्र को स्थिर रखता है इसका कैरोटिन से विटामिन A का निर्माण करती है
- यह शरीर की सबसे बड़ी हड्डी ग्रंथि [ ग्रंथि ] होती है .
- इसके अतिरिक्त भाग में पिताश्य स्थित होता है
- यकृत में बना पित पिताश्य में जमा होता है
- यह कार्बोहैद्रेड को ग्लोइकोजन , खनिज लवण तथा विटामिन A ,D तथा B12 के रूप में जमा करता है
- यह ब्लड में शुगर की मात्रा को स्थित रखने में सहायक होता है
रक्त [ BLOOD ] :-
मानव शरीर में एक ऐसा तरल पदार्थ जो शिराओ के दुवारा हमारे सम्पूर्ण शरीर में फैल जाता है या परिसंचरित करता है वह रक्त कहलाता है . यह एक प्रकार का संयोजी उत्तक होता है जिसका निर्माण मनुष्य में अस्थिमंज्जा से होता है एक मनुष्य के शरीर में उसके भार का 7 % तक रक्त रहता है पुरुस की तुलना में महिलाओ में रक्त कम होता है रक्त का PH मान 7.4 होता है अत : यह प्रक्रति में क्षारीय होता है
रक्त के दो भाग होते है
1 . पलाज्मा :- रुधिर प्लाज्मा का निर्माण जल कार्बनिक तथा अकार्बनिक पदार्थ से होता है रुधिर प्लाज्मा में जल 90 से 92 प्रतिशत पाया जाता है जबकि कार्बनिक पदार्थ के रूप में सर्वाधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है .
2 . रक्त अणु :- यह तिन प्रकार के होते है
- लाल रुधिर कोशिका
- श्वेत रुधिर कोशिका
- पट्टीकाणु
लाल रक्त कोशिकाए :-
प्लाज्मा एक रंग हिन् द्रव है और रक्त का 55 % भार प्लाज्मा होता है शेष भाग रक्त कोशिकाऐ होती है मनुष्य में लाल रुधिर कोशिका [ RBC ] का आकार उभयत्ल होता है R.B.C. का जीवनकाल 20 से 120 दिन होता है लाल रुधिर कोशिका RBC में हिमोग्लोबिन नामक लाल वर्णक मोजूद होने के कारण रक्त का रंग लाल होता है लाल रुधिर कोशिका का मुख्य कार्य शरीर की हर कोशिका में आक्सीजन पहुँचाना और कार्बन डाईआक्साइड को वापस लाना . होमोग्लोविन की कमी के कारण एनीमिया रोग हो जाता है .
रक्त समूह :-
1902 में नोबल पुरस्कार विजेता काल हैंण्ड स्टील ने रक्त समूह की खोज की . मनुष्य में चार रक्त समूह होते है A - समूह / B - समूह / AB -समूह / एवं O समूह पाया जाता है
- O समूह का रक्त किसी भी व्यक्ति को दिया जा सकता है इसे सर्वदाता रक्त समूह कहा जाता है
- AB सामान्य प्राप्तकर्ता समूह है यह सभी रक्त समूह से रक्त ग्रहण कर सकता है .
- AB सर्वग्राही होता है .
- जिस BLOOD GROUP में यह ANTIGEN RH FACTOR पाया जाता है उसे POSITIVE [ + ] जैसे - O + जिसमे यह नहीं पाया जाता है उसे NEGATIVE [ - ] कहा जाता है जैसे = O -
- भारत में 97 % लोगो का BLOOD GROUP [ +] RH FACTOR PRESENT AND 3 % लोगो का NEGATIVE [ - ] है .
- POSITIVE BLOOD GROUP वाला व्यक्ति POSITIVE को ही रक्त प्रदान कर सकता है
- पिता का रक्त BLOOD GROUP तथा माता का BLOOD GROUP NEGATIVE है तो दुसरे बच्चे के जन्म के समय खतरा रहता है .
शवशन तंत्र :-
शवशन [ सांस ] लेने में जो अंग भाग लेते है उन्हें श्वशन तंत्र कहा जाता है फेफड़े का मुख्य कार्य रक्त को शुध्य करना है लाल रक्त कणिकाए आक्सीजन का परिवहन करती है
मनुष्य में शवसन तंत्र कई अंगो से मिलकर बना होता है इन अंगो में सबसे महत्वपूर्ण अंग फेफड़ा होता है . शवसननली लगभग 11 cm लम्बी होती है जिसका व्यास 16 cm का होता है .
मनुष्य में नासिक छिद्र , स्वरयंत्र , श्वासनली तथा फेफड़ा मिलकर शवसन अंग कहलाते है
मानव शरीर का चित्र नाम सहित
साँस को कई कारको दुवारा नियंत्रित किया जाता है सांस लेने में मुख्य केन्द्रीय तांत्रिक तंत्र का नियंत्रण दिमाग में है रीड की हड्डी में जब चोट लगती है तो साँस को यह प्रभाबित करता है डायग्राम शरीर में हवा खीचने के लिए फेफड़ो को निचे खीचने के लिए जिम्मेदार है .
महत्वपूर्ण जानकारी मानव शरीर :-
1 . मनुष्य में कुल कितनी हड्डिया होती है - 206 हड्डिया .
2 .नवजात शिशु में हड्डी की संख्या कितनी है - 300 हड्डिया .
3 .मनुष्य में खोपड़ी में कितनी अस्तिया होती है - 8 खोपड़ी .
4 .मनुष्य के शरीर में पसलियों के कितने जोड़े होते है - 12 जोड़े
5 .शरीर में सर्वाधिक प्रवल अस्थिया होती है - जबड़े में .
6. मानव शरीर की सबसे छोटी हड्डी है - स्तेपिस
7 . मानव शरीर की सबसे लम्बी हड्डी है - फिमर
8 . मनुष्य के शरीर में पेरो की हड्डी -सर्न्दरी होती है
9 . दांतों तथा हड्डियों में पाए जाने वाले तत्व है - कैल्सियम - व फास्फोरस .
10 .मानव शरीर के किस अंग की हड्डी सबसे लम्बी होती है - जांघ .
11 .मनुष्य के जीवन काल में कितने दांत दो बार विकसित होते है -20 .
12 .मनुष्य में पांचन क्रिया कहा प्रारम्भ होती है - मुंख
13 . लार में कोन -सा एंजाइम पाया जाता है - टायलीन .
14. लार किसके पाचन में सहायक होती है - स्टार्च .
15 .मानव शरीर में भोजन का रक्त दुवारा अवशोषण कहा सर्वाधिक होता है - छोटी अंत में .
16 . प्रोटीन का पाचन कहा से प्रारम्भ होता है . -उदर
17 .- पेंसिन है एक - एंजाइम
18 . पेस मेकर का सम्बन्ध किस्से है - हदय .
19 - सोते समय रक्त दाब में क्या परिवर्तन होता है - घटता है
20- स्वस्थ्य मनुष्य में प्रति मिनिट हदय स्पन्द होता है - 72 बार
21 .मानव हदय में कितने कोष्टक होते है - 4
22 .- स्वस्थ्य मनुष्य का रक्त चाप होता है - 120 mm व 80 mm
FCQ ;-
1 ;- शारीर के कितने सिस्टम होते है
ANS ;- मानव शारीर के विभिन्न अंग तंत्र है पंचन तंत्र , परिसरन तंत्र , अंत स्त्रावी तंत्र , उत्सर्जन तंत्र
2 ;- हमारे शारीर की पेशियों के कार्य लखिए ?
ANS ;- हमारे शरीर की सभी पेशिया मिल कर पेशी - तंत्र बनाती है , पेशिया शारीर को गति देती और हदय में करती है पाचन तंत्र भोजन को सरल अव्शेशन योग्य बनाता है
3;- हमारे शारीर की सरचना क्या है ?
ANS ;- मानव शरीर के मूल भाग sir , गर्दन , धड , हाथ और पेर है . मानव शरीर जो बनाता है सब कुछ शारीर के मूल भाग में मुख्यता 100 ख़राब कोशिकाओं , 206 हड्डिया , 600 मस्पेसिया और 22 आंतरिक अंग .
4 ;- मानव शरीर की सरचना क्या है
ANS ;- अस्थि
5 ;- मानव शारीर में कितनी नसे होती है
ANS ;- मानव शारीर में 7 ट्रिलियन से अधिक नसे होती है
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हेलो दोस्तों हमने यह पोस्ट मानव शरीर तंत्र और कार्य प्रणाली के वारे में विशेष जानकारी को लेकर आ रहा हु इस पोस्ट में हम मानव शरीर की सभी जानकारी इस पोस्ट में रखेंगे . शरीर तंत्र और कार्य- MANAV TANTR मानव शरीर के अंगों के नाम शरीर के अंगों के नाम और उनके कार्य मानव शरीर के चित्र की जानकारी को हम देखेंगे .
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