भारत में विदेशी आक्रमण का क्रम foreign invasion in india
हेलो दोस्तों में अनिल कुमार पलाशिया एक बार फिर आपके लिए एक महत्वपूर्ण पोस्ट भारत में विदेशी आक्रमण [ foreign invasion in india ] MCQ वकी जानकारी को लेकर आया हु यह पोस्ट भारत में अनेक महान राजा हुए जिनके शोर्य पराक्रम उनके कर्तव्य निष्ठां प्रजा पालन के कारन उनकी जो ख्याति पहुची जिसको देखने के लिए विदेशी यात्री भारत आये .
भारत में विदेशी आक्रमण
विदेशी यात्री भारत में दो कारणों से एक वो जो भारत में जो रीती रिवाज और यहाँ की भोगोलिक वनावट और सोने की चिड़िया कही जाने बाले भारत को देखने और उसकी जानकारी को अपने ग्रंथो में लिखने के लिए तात्पर्य रहे . और दुसरे वे जो भारत को सोने की चिड़िया कहते है उस पर आक्रमण कर उसे लुटने के लिए आये .
भारत पर प्रथम विदेशी आक्रमण ईरान के हखमानी वंश के संस्थापक साइरस - 2 कुरुष था भारत पर पहला विदेशी आक्रमण करने का असफल प्रयास 550 ई पूर्व के सम्राट सायरस दुवारा किया गया
प्राचीन भारत में विदेशी आक्रमण
- पर्शिया या ईरान का हखामनी साम्राज्य
- यूनानी ग्रीक
- हिंदू यवन indo-greek
- शक शासक 123 ईसवी पूर्व से 200 ईसवी पूर्व तक
- हिंदू पार्थियन
- कुषाण लगभग 60 से 240 ईसवी तक
- हूणो का शासन
- अरब शासन 711 से 715 शतक
- गजनबी तुर्क शासन 977 से
- मोहम्मद गोरी
- मुगल और अफगान 1525 से 1556 तक
- अहमद शाह अब्दाली।
- साइरस दुतीय
- दारा प्रथम / डेरियस / डायरवहु
- जरकासिज/ क्षयार्श
- दारा तृतीय
भारत में विदेशी आक्रमण
3;- जरकासिज/ क्षयार्श
इसने अपनी फौज में भारतीयों को भी भर्ती किया परंतु यह यूनानी यों से हार गया।
4;- दारा तृतीय
सिकंदर ने इसे अलबेला गौगामेला की युद्ध में 331 ईसवी पूर्व भी बुरी तरह हरा दिया था।
प्राचीन भारत पर विदेशी आक्रमण
यूनानी ग्रीक
ईरानी साम्राज्य के शासक को पराजित कर अब यूनानी मुख्य शक्ति के रूप में सामने आए
फिलिप द्वितीय 359 इशीपुर मकदूनिया का शासक बनता है परंतु 329 ईसवी पूर्व उसकी हत्या कर दी जाती है
1;- सिकंदर महान
सिकंदर 20 वर्ष की आयु में मकदूनिया का शासक बना था
भारत पर आक्रमण :- 326 ईसवी पूर्व ब्लैक बैक्ट्रिया वर्तमान में अफगानिस्तान को जीतकर काबुल होता हुआ खेबर दर्रा हिंदूकुश पर्वत को पार कर भारत आया ।
कुछ विद्वानों का मानना है कि आम भी और शशि गुप्त हिंदू को उसका शासक नहीं सिकंदर को भारत पर आक्रमण करने के लिए आमंत्रित किया था।
पोरस से युद्ध
- पंजाब के शासक पूर्व से हाइड ए स्पीच या झलम विस्तार का का युद्ध हुआ।
- इस समय अस्कस ( राजधानी - मस्सग) एक सीमांत गणराज्य था यहां के पुरुष सैनिक मारे जाने के बाद यहां की स्त्रियों ने शस्त्र धारण किए।
- सिकंदर ने सभी स्त्रियों को मौत के घाट उतार दिया था।
- सिकंदर भारत में कुल 19 माह तक रहा उसके बाद सेना ने व्यास नदी पार करने से मना कर दिया तो वह अपने विजय क्षेत्र को अपने सेनापति फिलिप को सौंपकर स्थल मार्ग से 325 ईसवी पूर्व वापस चला गया।
- रास्ते में बेबीलोन में 323 ईसवी पूर्व 33 वर्ष की अवस्था में सिकंदर की मृत्यु हो गई।
- उसने विजय के उपलक्ष में निकैया और अपने प्रिय घोड़े के नाम पर बुकफला नामक दो नगरों की स्थापना की ।
- सिकंदर के साथ आने वाले लेखक नियर्कस, आनेसिकृतास, एरिस्टोव्यूलास , के विवरण ज्यादा विश्वशनीय व प्रमाणिक है
- डायोदोरस, युथिडैमेज डैमेट्रीयस
- सर्वप्रथम इंडो ग्रीक शासकों ने ही लेख वाले सिक्के और स्वर्ण सिक्के जारी किए
- भारत पर यवनों का प्रथम आक्रमण पुष्यमित्र शुंग के समय हुआ था ।
- इसने 183 ईस्वी पूर्व हिंदूकुश क्षेत्र को पारकर सिंध व पंजाब को जीत लिया और साकल को अपनी राजधानी बनाई।
- इसने यूनानी और खरोष्ठी दोनों लिपियों के सिक्के चलाए और भारतीयों के राजा की उपाधि धारण की ।
- इसने भारत के कुछ हिस्सों को जीता और तक्षशिला को अपनी राजधानी बनाई।
- इस वर्ष का सबसे प्रतापी शक्तिशाली शासक था या बौद्ध साहित्य में मिलिंद के नाम से प्रसिद्ध है
- इसके बारे में जानकारी पाली ग्रंथ मिलिंदपन्हो से प्राप्त होती है कि बौद्ध भिक्षु नाक सेन से हुए वाद विवाद के बाद इस ने बौद्ध धर्म स्वीकार कर लिया था।
- इसकी मृत्यु के समय उसका पुत्र स्ट्रेटों प्रथम अल्प वयस्क इतना आकाश की पत्नी अपने पुत्र की संरक्षिका बनी थी
- भारत में शंकु का सबसे प्रसिद्ध शासक रुद्रदामन प्रथम 130 ईसवी से 150 ईसवी पूर्व हुआ था
- रुद्रदामन का जूनागढ़ अभिलेख सर्व प्रसिद्ध है।
- यह विशुद्ध रूप से संस्कृत में लिखित प्रथम अभिलेख।
- इससे पूर्व के सभी अभिलेख प्राकृत भाषा में लिखी थी।
भारत पर विदेशी आक्रमण की सूची
- भारत के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में शकों के बाद पार्थियंस का आधिपत्य स्थापित हुआ ।
- इनका मूल निवास स्थान ईरान था।
- यह इस वर्ष का सर्वाधिक शक्तिशाली शासक था।
- तख्ते बहि अभिलेख इसी से संबंधित है जो कि खरोष्ठी लिपि से उपकरण है ।
- सेंट थामस ( प्रथम ईसाई धर्म प्रचारक) भारत में इसी के शासनकाल में आया था
- कुषाण चीन की यूची जाति से संबंधित है जो होठों के डर से अपने मूल निवास स्थान मद्धेशिया से पलायन कर गए थे और दो शाखाओं में विभक्त हो गए थे।
- इस वंश के प्रमुख शासक कुजुल कडफियास और विम कडफियस
- हूणो मध्य एशिया की एक खानाबदोश और बर्बर जाती थी।
- भारतीय इतिहास में घोड़ों की राजा तोरमण और उसके पुत्र मिहिरगुल का नाम प्रसिद्ध है
- यह कुषाण वंश का महानतम शासक था
- इसने 78 ईसवी में एक नई संवत शक संवत चलाएं जो कि इसके राज्य रोहन की तिथि है ।
- इसने पाटलिपुत्र पर आक्रमण किया और वहां से अश्वघोष बुध का भिक्षा पात्र और एक अद्वितीय मुर्गा प्राप्त किया
- कश्मीर पर भी कनिष्क का अधिकार था यहां पर कनिष्क ने कनिषपुर नामक नगर की स्थापना की
- चरक कनिष्क के राजवेद नागार्जुन जिसे बौद्ध विद्वान और अश्वघोष राज कवि थे ।
- कनिष्क के अभिलेख सारनाथ अभिलेख सुई विहार लेख और रबातक अभिलेख मैं इसकी जानकारी प्राप्त होती है ।
- चीन के हान राजवंश के सेनापति पान चाउ ने कनिष्क को युद्ध में पराजित किया।
- अरेबियन आक्रमण का कारण
- लंका की ओर से आने वाले अरेबियन जहाजों को देवल के डाकू और ने लूट लिया था।
- यही घटना भारत पर अरब आक्रमण का तात्कालिक कारण सिद्ध हुआ।
- बदले में इराक के सूबेदार हज्जाज ने दाहिर से लूट का हर्जाना मांगा जो दाहिर ने देने से मना कर दिया और यहीं से समस्या शुरू हो गई।
- तब हज्जाज़ ने अपने सेनापतियों को आक्रमण करने को भेजा परंतु वे असफल रहे और अंत में 17 वर्षीय मोहम्मद बिन कासिम को आक्रमण के लिए भेजा।
- कासिम ने मकराना मार्ग से आक्रमण किया
- और इसमें उसकी सहायता जाटों मेडॉ और कुछ बौद्धों ने की थी
प्राचीन भारत पर विदेशी आक्रमण का क्रम
- यामिनी मानसी का संस्थापक अल्पतगिन था
- अल्पतगीन का पुत्र सुबुत्तगीन पहला तुर्क शासक था जिसने भारत पर आक्रमण किया।
- महमूद गजनबी को विद्वानों ने इतिहास जगत का प्रथम सुल्तान माना है
- इससे भारत पर 1009 से 1027 तक कुल 17 बार आक्रमण की है।
- याद गोरी वंशावली का वंश था
- गजनबी के विपरीत गोरी के आक्रमण का कारण भारत पर अपना साम्राज्य स्थापित करना था
- चंगेज खान के बाद तैमूर लंग शासक बनना चाहता था
- वह चंगेज खान का वंशज होने का दावा करता था लेकिन असल में वह तुर्क था
- चंगेज खान के पास मंगोलिया देश का था
- चंगेज खान एक बहुत ही वीर और साहसी मंगोल सरदार था
- सन 1211 और 1236 ईसवी के बीच भारत की सरहद पर मंगोलो ने कई आक्रमण किए।
- इन आक्रमणों का नेतृत्व चंगेज खां कर रहा था
- मंगोलों के इन आक्रमणों से पहले गुलाम वंश फिर खिलजी और बाद में तुगलक और लोदी वंश के राजा बचते रहे।
- चंगेज खान सौ से डेढ़ सौ वर्षो के बाद तैमूर लंग ने पंजाब तक अपने राज्य का विस्तार कर लिया था।
- तैमूर 1369 ईस्वी में समरकंद का शासक बना
- तैमूर भारत में मारकाट और बर्बादी लेकर आया।
- मध्य एशिया के मंगोल लोग इस बीच में मुसलमान हो चुके थे और तैमूर खुद भी मुसलमान था।
- तैमूर मंगोलो की फौज लेकर आया तो उसका कोई कड़ा मुकाबला नहीं हुआ।
- दिल्ली में वह 15 दिन रहा और हिंदू और मुसलमान दोनों का ही कत्ल किया।
- इसके बाद कश्मीर को लूटता हुआ वह वापस समरकंद लौट गया।
प्राचीन भारत में दूसरा विदेशी आक्रमण किसके द्वारा किया गया
- अहमद शाह अब्दाली भारत पर कुल 7 आक्रमण किए
- जिनमें सबसे ज्यादा आक्रमण मुगल शासक अहमद शाह के शासनकाल में किए गए
- 1761 मैं अहमद शाह अब्दाली और मराठों के मध्य पानीपत की तीसरी लड़ाई हुई
- इसका भारत पर अंतिम आक्रमण 1767 में हुआ।
भारत पर विदेशी आक्रमण Question Answer
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- किसके नेतृत्व में अरवो ने भारत में सफल आक्रमण किया .- मोहमद बिन कासिम . [ 711 ई
- अरवो ने सिंध पर कब विजय प्राप्त की थी - सिंध 712 KM .
- मुहमद बिन कासिम के आक्रमण के समय सिंध पर किसका शासन था - दाहिर .
- भारत में अरव वासियों के आक्रमण के मुख्य कारन थे -
- धन दोलत को लूटना .
- इस्लाम धर्म का प्रचार करना .
- भारत में तुर्कों का आक्रमण कब हुआ था - 972 से 977 ई . में
- गजनी साम्राज्य की स्थापना कहा की थी - गजनी में .
- महमूद गजनी ने भारत पर कितनी बार आक्रमण किया - 17 बार .
- महमूद के भारतीय आक्रमण का वास्तविक उद्देश्य क्या था - धन को लूटना .
- महमूद गजनी ने भारत पर प्रथम बार आक्रमण कब किया था - 1000 ई में .
- 1025 में सोमनाथ मंदिर ][ सोराष्ट ] को किसने लुटा . - महमूद गजनी ] .
- सुल्तान की उपाधि धारण करने बाला प्रथम शासक कोन था - महमूद गजनी .
- महमूद गजनी का अंतिम आक्रमण किसके विरुद्ध था - जाटों के विरुद्ध .
- महमूद गजनी के दरवार में थे - अलबरूनी , फिरदोसी , उत्वी , फारुखी थे .
- शाहबुद्दीन मुहमद गोरी कहा का शासक था - गोर का .
- मुहमद गोर ने भारत पर आक्रमण किसके विरुद्ध किया था - 1175 ई में मुल्तान के विरुद्ध .
- मुहम्द गोरी का दूसरा आक्रमण किसके विरुद्ध हुआ था - 1178ई . पाटन [ गुजरात ] यहाँ के शासक भीम दुतीय ने गोरी को बुरी तरह से परास्त किया था .
- तराइन का प्रथम युद्ध हुआ था - 1191 ई में गोरी और प्रथ्वी राज चोहान के विरुद्ध हुआ था
- तराईन का प्रथम युद्ध किसने जित लिया था - प्रथ्वी राज चोहान .
- तराइन का दूसरा युद्ध प्रथ्वी राज और गोरी के बिच युद्ध हुआ इसमें किसकी बिजय हुई - गोरी की .[ 1192 ] .
- चन्दावर का युद्ध 1194 में किनके मध्य हुआ था - गोरी और जयचंद्र .[ गोरी की विजय ]
- मुहम्द गोरी की हत्या किसने की थी - 1206 खोखरी जाती ने .
- भारत पर प्रथम विदेशी आक्रमण किस वंश ने किया - हखामनी .
- हखामनी वंश का संस्थापक कोन था - साइरस .
- भारत पर आक्रमण करने वाला प्रथम व्यक्ति कोन था - सिकंदर .
- सिकन्दर के आक्रमण के समय पश्चिमोत्तर भारत कितने राज्यों में विभाजित था - 28 राज्यों में
- पिलनी के अनुसार साइरस ने सर्वप्रथम किस स्थान पर आक्रमण किया था - कपिशा .
- अरबेला का युद्ध किनके मध्य लड़ा गया था - 331 में साइरस और सिकंदर के बिच .
- सिकंदर के गुरु का नाम था - अस्तु .
- सर्वप्रथम गंधार को जित कर फ़ारसी साम्राज्य में मिलने वाला शासक कोन था - दारा प्रथम [ डेरियस प्रथम ]
- मोहमद बिन कासिम ने भारत पर हमला कब किया था - 712 ई में .
- 712 ई में कासिम ने भारत के किस क्षेत्र पर हमला किया था - सिंध प्रान्त .
- भारत में जजिया कर की शुरुआत किसने किया - मोहम्मद बिन कासिम .
- जजिया कर क्या था - गैर मुस्लिम धार्मिक कर .
- भारत पर प्रथम तुर्की आक्रमण किसके दुवारा किया गया .- मोहम्मद बिन - गजनी .
- महमूद गजनवी कहा का शासक था - गजनी [ अफगानिस्तान ]
- महमूद गजनवी का दरवारी कवी कोन था - फिरदोसी .
- सिकंदर को किसके साथ युद्ध लड़ना पड़ा - पोरस [ पंजाव ] के शासक .
- सिकंदर और पोरस के युद्ध को कहा गया - हाईडेस्पिज का युद्ध [ विस्तार का युद्ध ]
- मोहमद गजनी ने भारत पर कितनी बार आक्रमण किया - 17 बार आक्रमण किया .
1 ;- भारत का प्रथम विदेसही आक्रमण कोन था
2 ;-भारत में सबसे पहले किसका शासन था
3 ;- प्रथम आक्रमण कब हुआ था
4;- भारत पर आक्रमण करने वाला प्रथम शासक कोन था
5 ;- भारत पर लगभग कितनी बार आक्रमण किया गया ?
6 ;- भारत का सबसे कमजोर राजा कोन था
7 ;- भारत का सबसे बुद्दिमान राजा कोन था ?
8 ;- भारत का सबसे ताकत बार राजा कोन था
9 ;- भारत्त का दूसरा आक्रमण कब हुआ
10 ;- भारत का सबसे खूखार राजा कोन था
हेलो दोस्तों में अनिल कुमार पलाशिया आपके लिए ऐ महत्वपूर्ण पोस्ट लेकर आया हु यह पोस्ट भारत पर विदेशी आक्रमण का प्रभाव के बारे में सभी जानकारी को लेकर आया हु के किस प्रकार भारत में विदेशो का आक्रमण हुआ और विदेशो के आक्रमण कारो ने भारत जो सोने की चिड़िया कहे जाने बाले देश को लुटा और बार बार विदेशी आक्रमण हुआ . भारत में विदेशी आक्रमण का क्रम foreign invasion in india प्राचीन भारत में विदेशी आक्रमण भारत में विदेशी आक्रमण प्राचीन भारत में विदेशी आक्रमण mcq से सम्बंधित आपको सभी जानकारी देखने को मिलेगी .
धन्यवाद
अनिल कुमार पलाशिया
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