भक्ति आन्दोलन से MCQ . MCQs from Bhakti Movement
भक्ति आन्दोलन से क्या अभिप्राय है
भक्ति आन्दोलन से MCQ का आशय किसी भी धर्म का व्यक्ति किसी भी धर्म को स्वतंत्र रूप में मान सकता है और अपनी इच्छा से उस धर्म का उपयोग कर सकता है उसमे रहकर धर्म का पालन धर्म के उद्देश्य का प्रचार कर सकता है .
भक्ति आन्दोलन का अभिप्राय अपने धर्म में रहकर मोक्ष की प्राप्ति करना है इश्वर की भक्ति को करना है , और समाज के सभी नियमो का पालन करते हुए बहकती के मार्ग को अपनाना है
भक्ति आन्दोलन के प्रभाव ;- भक्ति और सूफी आंदोलन के प्रश्न
भक्ति आन्दोलन का प्रभाव सल्तनत काल में प्रारंभ हुआ था इसमें हिन्दू , बोधय , जैन धर्म , मुस्लिम धर्म सभी धर्म का विस्तार था सभी लोग अपने - अपने धर्मो का पालन करते है भक्ति आन्दोलन उस समय दो भागो में विभाजित था एक भक्ति आन्दोलन और दूसरा सूफी आन्दोलन . का प्रभाव फैला हुआ था .
उत्तर भारत में भी भक्ति आन्दोलन का प्रभाव विस्तार से रहा है यहा पर भी अनेक महापुरुष ने भक्ति आन्दोलन का विस्तार किया था
भक्ति आन्दोलन के लिए पहली बार कल - कल करती बह निकलती है , रामानुज , निम्बार्क , माधव एवं , ज्ञानेश्वर आदि संतो की पवित्र , वाणी से दक्षिण भारत तथा महाराष्ट में उसे विस्तार प्राप्त होता है इसके बाद उत्तर भारत के रामानन्द , कबीर , नानक , तुलसीदास , सुर , चैतन्य एवं दादू आदि संतो ने भारत में विस्तर किया .
भक्ति आन्दोलन से वस्तुनिष्ट प्रश्न [ भक्ति आंदोलन NCERT ]
भक्ति आन्दोलन से MCQ पे हमने यह पोस्ट को बनाया है जिसमे हमने महत्वपूर्ण प्रश्नों को रखा है इसमें हम वस्तुनिष्ट प्रश्नों को भी रखेंगे जिससे के आपको यह टोपिक और सरल तरीके से समझ में आजाये .
दक्षिण भारत के सूफी संत .भक्ति काल के बस्तुनिष्ट प्रश्न
- सूफी आन्दोलन या सूफी दर्शन किस से जुड़ा हुआ था - रहस्यवाद से .
- भारत में आने वाला प्रथम सूफी थे - अलहुज्वीरी .
- भारत में सर्व प्रथम प्राचीन सूफी सिलसिला था - चिश्ती सिलसिला .
- कोन संत या सूफी जो गोरी के साथ आया और भारत में चिस्ती सिलसिले की शुरुआत की थी - मुईनुद्दीन चिस्ती 1190 .
- मुईनुद्दीन चिस्ती का महत्वपूर्ण केंद्र था - अजमेर .
- वह सूफी संत जिसने अपने जीवन काल में सात सुल्तानों का राज्य देखा - निजामुद्दीन ओलिया
- आमिर खुसरो को तुर्कल्लाह ,, की उपाधि दी थी - निजामुद्दीन ओलिया .
- भक्ति आन्दोलन का पहला उल्लेख हुआ था - शवेताश्वातर उपनिषद .
- सर्व प्रथम भक्ति आन्दोलन की अवधारणा की काल में हुई थी - मोर्योत्तर काल .
- 6 वि शताव्दी में भक्ति आन्दोलन की शुरुआत तमिल क्षेत्र में हुई थी - कर्णाटक और महाराष्ट
- दक्षिण भारत में भक्ति आन्दोलन को फैलाने का क्ष्रेय्य किसे जाता है - शंकराचार्य , रामाअर्जुन चार्य , निम्बकाचार्य , माधवाचार्य , बलवाचार्य .
शंकराचार्य ने कितने पीटो की स्थापना की थी -
- रामानुज्चार्य किसके शिष्य थे - यामुनाचार्य के .
- रामानुजाचार्य का दर्शन था - दुवैताबाद .
- किस संत का नाम विष्णु स्वामी था - बलवाचार्य .
उत्तर भारत के सूफी संत .
उत्तर भारत के प्रमुख संत थे
- रामानंद
- कबीर
- मीराबाई
- गुरुनानक
- दादू दयाल
- रैदास
- सूरदास चेतन्य महाप्रभु
- शंकर देव
- नाम देव
- एकनाथ
- रामानुज ज्ञानेश्वर
- तुकाराम
- रामदास
- भक्ति आन्दोलन को दक्षिण भारत से उत्तर भारत में किसके दुवारा लाया गया है - रामानंद .
- रामानंद की शिक्षा किस सम्प्रदाय से जुडी है - सगुण और निर्गुण .
- भक्तिकाल में सगुण क्या है - जो पूर्व जन्म पर विश्वास करते है .
- निर्गुण भक्ति से क्या आशय है - जो भगवान के निराकार रूप को पूजता है .
- रामानंद के शिष्य थे - कबीर -जुलाहा / धन्ना -जाट / रैदास - धर्माकर / सेन - नाई .
- कबीर रामानंद के शिष्य का समय कब का था - 1398 - 1518 .
- कबीर का जन्म कहा हुआ था - काशी .
- कबीर थे - रामानंद के शिष्य और निर्गुण ब्रह के उपासक .
- सिंकंदर लोदी का समकालीन था - कबीर .
- कबीर की प्रमुख रचना है - साखी , सबद , रमैनी , होली , रेखताल .
- कबीर के प्रमुख शिष्य भानुदास ने संकाय है - बीजक .
- मीरा बाई का समय काल क्या था - 1496 - 1546 .
- मिराबाई किसकी पुत्री थी - रतन सिंह .
- भोजराज के पिता का क्या नाम था - राणा सांगा .
- मीरा बाई ने भक्ति की थी - कृष्ण की .
- गुरु नानक का जन्म कहा हुआ था - तलबंडी .रैदास
- गुरुनानक का शासन कब तक का था - 1496 -1539 . ई
- गुरुनानक की म्रत्यु कहा हुई थी - करतारपुर .
- गुरुनानक के गीतों कविताओ का संकलन किसमे किया गया था - आदि ग्रंथो .
- रैदास किसके समकालीन थे - कबीर .
- रैदास को कबीर ने क्या कहकर पुकारा है - संतो का संत .
- सिक्खों के आदि ग्रन्थ में किनके पदों का संकलन किया है - रैदास .
- गांधीजी के प्रिय भजन [ वैष्णव जन तो तेने कहिये ] के रचियता है - नरसिंह मेहता .
- सूरदास किसके शिष्य थे - वालाभाचार्य .
- भक्ति काल में अस्टछाप के प्रधान कोन थे - सूरदास
- चैतन्यमहाप्रभु का काल समय कब का था - 1486 - 1568 ई .
- महाराष्ट के महान विद्वान कोन थे - नाम देव .
- नाम देव ने अपने प्रवचनों में कहा था - जाती प्रथा तथा बाहा आडम्बरो का विरोद .
- एकनाथ जी का कहा के विद्वान था - महाराष्ट
- एकनाथ थे - समाज सुधारक .
- किस विद्वान ने वैराग्य को त्याग कर गृहस्थ आक्षम में रहकर भक्ति मार्ग की और आगे बढना - एकनाथ जी .
- भक्ति आन्दोलन के प्रमुख प्रवर्तक थे - रामानार्जुन .
- सगुण भक्ति के उपासक थे - रामानार्जुन .\
- रामार्जुन की उपासना का क्षेत्र था - तमिल्नांडू .
- किस महान विद्वान ने गीता पर भाष्य लिखा - ज्ञानदेव .
- भगवान शंकर जी पर टिका किसने लिखा था - ज्ञानदेव जी .
- बरकारी सम्प्रदाय के उपासक थे - तुकाराम .
- शिवाजी के समकालीन भक्ति आन्दोलन के प्रेरणा रहे है - रामदास .
- रामदास किस सम्प्रदाय से जुड़े थे - धरकरी सम्रदाय .
- भक्ति आन्दोलन के प्रारंभिक प्रतिवादक थे - रामानुज आचार्य .
- 15 वि शताव्दी में पंजाब में भक्ति आन्दोलन के प्रतिवादक थे - नानक .
- कबीर के प्रमुख गुरु थे - रामानंद .
- संत कबीर जी का जन्म कहा हुआ था - मगहर / वाराणसी .
- चेतन्य महाप्रभु किस संप्रदाय से जुड़े थे - गोंडिय संप्रदाय .
- आदेत्बाद के सिन्धांत के प्रतिवाद्क थे - शंकराचार्य .
- गीत गोविन्द के रचियता थे - जयदेव .
- भक्ति आन्दोलन का प्रारंभ किया था - आलवार नयनार संतो दुवारा .
- रामानुज के अनुयायियों को कहा गया है - वैष्णव धर्म .
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Q ;- 1 उत्तर भारत में भक्ति आंदोलन का आरंभ किसने किया
ANS ;- रामानंद
Q ;- 2 भक्ति आंदोलन क्या है ?
ANS ;- मध्यकालीन भारत के संस्कृतिक इतिहास में भक्ती आन्दोलन एक महत्वपूर्ण पड़ाव था . इस काल में सामाजिक धार्मिक सुधारको दुवारा समाज को सुधारने का प्रयास किया गया .
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