कंप्यूटर के कितने भाग होते हैं उनके नाम- BASIC STRUCTURE OF COMPUTER
हेलो दोस्तों में अनिल कुमार पलाशिया आपका मित्र एक बार फिर बेसिक [ BASIC ] कम्प्यूटर की जानकारी को लेकर आया हु . यह पोस्ट कम्प्यूटर की सभी बेसिक जानकारी को इसमें रखा है यह पोस्ट कम्प्यूटर की है जिस भी परीक्षा में चाहे वो MPPSC / MP की सभी परीक्षा या UPSC या भारत की किसी भी प्रकार की परीक्षा हो कंप्यूटर के कितने भाग होते हैं उनके नाम- BASIC STRUCTURE OF COMPUTER कम्प्यूटर से एक या दो प्रश्न या कभी कभी चार से पांच प्रश्न पूछ ही लेते है इस कारण हम कम्प्यूटर की विशेष रूप से जानकारी को लेकर आया हु जो सभी परीक्षा में हमारी मदद करेगी .
कम्प्यूटर की सरंचना [ BASIC STRUCTURE OF COMPUTER ]
परिचय
कम्प्यूटर यूजर और साफ्टवेयर के साथ मिलकर एक प्रणाली के रूप में कार्य करता है जिसे कम्प्यूटर प्रणाली [ COMPUTER SYSTEM ] कहते है इस कम्प्यूटर प्रणाली में प्राय सिस्टम यूनिट , की -बोर्ड , माउस , मानिटर , और प्रिंटर उपयोग कलिए जाते है कम्प्यूटर के ये भाग परस्पर जुड़े रहते है सम्पूर्ण कम्प्यूटर हार्डवेयर को मुख्य रूप से दो भागो में वर्गीकृत किया गया है
1 . - CPU और
2 . -पेरीफेरलस
कम्प्यूटर हार्डवेयर
CPU पेरिफेरल
1 - सि . यु [ CU ] 1 - इनपुट यूनिट
2 - A L U 2 - आउटपुट यूनिट
3 - मेमोरी 3 - संग्रह माध्यम
C. P. U. [ सी . पी . यु ]
यह CENTRAL PROCESSING UNIT सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट है यह कम्प्यूटर का मस्तिक है इसका मुख्य कार्य प्रोग्राम मुख्य कार्य प्रोग्राम को क्रियांविंत करता है इसके अतिरिक्त सी . पी . यु . कम्प्यूटर के सभी भागो जैसे - मेमोरी इनपुट और आउटपुट डिवाइससेस के कार्य को भी नियंत्रित करता है
1 - सी. यु . [ CONTROL UNIT - CU ]
यह हार्डवेयर की क्रियाओ को नियंत्रित और संचालित करता है यह इनपुट / आउटपूट क्रियाओ को नियंत्रित करती है साथ ही मेमोरी और A . L . U के मध्य डाटा के आदान - प्रदान को निर्देशित करता है .
2 - अर्थमेटिक व लोजिक यूनिट - A LU [ ARITHMETIC & LOGIC UNIT - ALU ]
यह यूनिट डाटा पर अंक गणितीय क्रियाऐ [ जोड़ , बाकी गुणा - भाग ] और तारकीय क्रिया करती है ALU के कार्य करने की गति अति तिर्व होती है यह लगभग 1000 000 गणनए प्रति सेकेंड की गति से करता है .
3 - मेमोरी [ MEMORY ]
मेमोरी कम्प्यूटर का कार्यकारी संग्रह [ WORKING STORAGE ] है यह कम्प्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण भाग है जहा डाटा , सुचना और प्रोग्राम प्रक्रिया के दोरान स्थित रहते है और आवश्यकता पड़ने पर तत्काल उपलब्द होते है मेमोरी को प्राथमिकता मेमोरी [ primary memory ] या मेन मेमोरी भी कहते है कम्प्यूटर की मेन मेमोरी दो प्रकार की होती है
A - रैम [ RAM ] या RANDOM ACCESS MEMORY
B - रोम [ ROM ] या READ ONLY MEMORY
A - रैम या रेंडम एक्सेस मेमोरी [ RAM - RANDOM ACCESS MEMORY ]
रैम या रेडम एक्सेस मेमोरी कम्प्यूटर की अस्थाई मेमोरी होती है रैम में डाटा या प्रोग्राम अस्थाई रूप से संगृहीत रूप रहते है कम्प्यूटर को बंद [ OFF ] करने या विधुत आपूर्ति बंद हो जाने पर रैम में संगृहीत डाटा मिट जाता है इसलिए रैम को वोलेटाइल [ VOLATILE ] या स्थाई मेमोरी कहते है रैम की क्षमता या आकार [ SIZE ] विभिन्न - होते है जैसे - 1 MB , 2 MB 4 MB , 8 MB , 16 MB , 12 MB ,16 MB 64 MB , 128 MB , 256 MB , 512 MB आदि .
B - रोम या रीड आन्लो मेमोरी [ ROM -READ ONLY MEMORY ]
यह एक स्थाई मेमोरी है जिसमे कम्प्यूटर के निर्माण के समय प्रोग्राम संगृहीत कर दिए जाते है इस मेमोरी में संगृहीत प्रोग्राम और सुचना को परिवर्तित नहीं किया जा सकता है इसकी सुचना कम्प्यूटर स्वय पड़ता है इसमें राखी जानकारी कम्प्यूटर बंद होने के बाद भी राखी रहती है जब हम कम्प्यूटर का स्विच आन करते है तो रोम [ ROM ] में स्थाई रूप से संगृहीत प्रोग्राम स्वत : ही क्रियान्वित हो जाते है ये प्रोग्राम कम्प्यूटर की सभी डिवाईसेज को जाँच कर उन्हें सक्रीय अवस्था में लेट है
पेरीफेरल [ PERIPHERAL ]
इनपुट , आउटपुट और सेकेंडरी स्टोरेज [ SECONDARY STORAGE ] को पेरीफेरल्स कहा जाता है यह तिन मुख्य भाग होते है ;-
- INPUT UNIT
- OUTPUT UNIT
- STORAGE UNIT
A - इनपुट यूनिट - [ INPUT UNIT ]
इनपुट यूनिट बाहरी दुनिया के डाटा व निर्देशों को कम्प्यूटर के विभिन्न आतंरिक भागो में पहुचाता है इनपुट यूनिट डाटा और सुचना को कम्प्यूटर के समझने योग्य संकेत [ 1 व 0 के बिट ] में परिवर्तित करके कम्प्यूटर में इनपुट करते है इनपुट यूनिट के रूप में की बोर्ड का प्रयोग आवश्यक रूप श्र३ किया जाता है
B - आउटपुट यूनिट [ OUTPUT UNIT ]
यह एक ऐसा यूनिट है जो कम्प्यूटर से प्रक्रिया के पश्चात् सुचना और सुचना और परिणाम को कम्प्यूटर के बाहरी वातावरण में प्रस्तुत करती है आउटपुट प्राय : डिस्प्ले डिवाइसेज [ MONITOR ] मनोटर या प्रिंटर [ PRINTER ] के दुवारा प्रस्तुत किये जाते है आउटपुट जब अक्षर चिन्हों व अंको में प्राप्त होता है इसे टेक्स्ट आउटपुट [ TEXT OUTPUT ] कहते है जबकि चित्र फोटोग्राफ या रेखाचित्र के रूप को ग्राफिक्स [ GRAPHICS ] कहते है अधिकतर आउटपुट डिवाईसेस [ DEVICES ] TEVST और ग्राफिक्स दोनों प्रकार के आउटपुट डिस्प्ले करने में समक्ष है
C - संग्रह माध्यम [ STORAGE DEVICES ]
स्टोरेज डिवाइसेज सुचनाओ / डाटा को सुरक्षित संगृहीत करने हेतु उपयोग में लाये जाते है मेन मेमोरी के अस्थाई होने के कारण डाटा व सुचनाओ को स्थाई रूप से स्टोर [ STORE ] करने के लिए इनका उपयोग किया जाता है
इनपुट डिवाइसेस [ INPUT DEVICES ]
- की - बोर्ड [ KEY BOARD ] - की बोर्ड मुख्य और सुगम आन लाइन इनपुट डिवाइस है की - बोर्ड एक टाईपराईटर [ TYPEWRITER ] के समान होता है परन्तु इसमें कुछ बटने अधिक होती है परन्तु इसमें कुछ बटने अधिक होती है इसमें एल्फाबेट्स , डिजिटस , विशेष चिन्ह [ SYMBOLS ] व कुछ कंट्रोल बटने होती है जब यूजर दुवारा कोई विशेष बटन दवाया जाता है तो की - बोर्ड ऍनकोडर उस बटन के बाइनरी कोड [ 0 और 1 ] को CPU को भेजता है सामान्यता एक की - बोर्ड में 101 बटने होती है
की बोर्ड में बटनों की सूचि
- ENTER KEY एंटर की - जब यह बटन दवाई जाती है तब कर्सल अगली लाइन के शुरुआत में आ जाता है .
- HOME KEY - यह लाइन की शुरुआत में कर्सल लाने के लिए उपयोग किया जाता है
- END KEY लाइन के अंत में कर्सल लाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है
- CTRL KEY / ALT KEY - यह बटन दूसरी बटन के साथ उपयोग करने पर कमांड हेतु उपयोग की जाती है इस बटनों का उपयोग SOFTWARE पर निर्भर करता है इन्हें कोम्बिनेष्ण बटन भी कहा जाता है ,
- BACKSPACE - कर्सल के बाई और के अक्षर CHARACTER को मिटने के काम आती है .
- DELETE - कर्सल के दाहिनी और के अक्षर को मिटने हेतु उपयोग है
- INSERT - इसे दबाने के बाद ओवर राईट होगा और पुन ; दबाने पर इन्सर्ट मोड़ में टाइप होगा
- PGUP - एक पेज ऊपर की जानकारी देखने हेतु
- PGDN - एक पेज निचे की जानकारी देखने हेतु .
- PRINT SCREEN - स्क्रीन पर दिख रहे मेटर का प्रिंट निकालने के लिए इस बटन का उपयोग करते है
- ESC KEY एस्केप बटन - यह बटन किसी दूसरी बटन के ACTION को CANCEL करते है तथा डायलाग बाक्स को बंद करता है
- CURSOR KEY फक्सन बटन - इन बटन का उपयोग सामान्यता कर्सल को ऊपर नीच, दये व बाये लेन व ले जाने के लिए किया जाता है
- FUNCTION KEY - फक्सन बटन F 1 से F2 तक होती है तथा इनका उपयोग साफ्टवेयर पर निर्भर करता है जैसे बर्ड प्रोसेसिंग में F 7 से टेक्स्ट को अंडर लाइन करते है
- SPACE BAR - एक एस्पेस खाली छोड़ना पकड़ता है
- TAB KEY - टेबल में एक कालम से दुसरे कालम में जाने हेतु इनका प्रयोग एक साथ लगभग 8 स्पेश खाली छोड़ने हेतु भी किया जाता है .
- CAPS LOCK - अंग्रेजी के CAPITAL अक्षर टैप करने हेतु की - बोर्ड को सेट करता है
- NUMBER LOCK - नंबर पेड़ को ON या OFF करने हेतु .
2 - माउस [ MOUSE ] माउस एक GUI [] ग्राफिकल यूजर हंटरफंस ] पाईटिंग इनपुट डिवाइस है माउस का उपयोग स्क्रीन पर कर्सल को कंट्रोल करने के लिए होता है जिस दिशा में माउस को घूमता है माउस सामान्यता ; ग्राफिक्स व चित्रीय कार्यो के लिए उपयोग में लाया जाता है तथा इस कार्य के लिए इसकी सतह पर दो या अधिक बटने होती है
माउस तिन प्रकार के होते है
A - मेकेनिकल माउस ;- इसमें निचे की तरफ BALL होती है जिनके घुमने से स्क्रीन पर पाइंटर घूमता है इसमें मेकेनिकल सेंसर होता है जो बाल के घुमने के रास्ते का पता करते है
B - आप्टो मेकेनिक माउस ;- यह मेकेनिकल माउस जैसा ही होता है लेकिन इसमें आप्टिकल सेंसर होते है जो BALL के घुमने के रस्ते का पता करते है
C - आप्टिकल माउस ;- यह लेजर के माध्यम से माउस के घुमने के रस्ते को दर्शाते है
माउस की क्रियाऐ [ MOUSE ACTION ]
- POINT पॉइंट करना - स्क्रीन पर पाइंट निर्धारित जगह पर ले जाना .
- CLICK करना - माउस की बटन को दवाकर छोड़कर किसी आब्जेक्ट को सिलेक्ट करने हेतु किल्क करते है जिससे उसके कलर में परिवर्तन आ जाता है यदि उसका सिलेकशन हटाना हो तो किसी और जगह पर किलिक कर दे .
- DRAG ड्रैग करना - स्क्रीन के किसी आब्जेक्ट पर पाइंट कर बायीं बटन को दबाकर रखते हुए पाइंट को नई जगह पर ले जाना एवं बटन को छोड़ देना [ आब्जेक्ट नयी जगह पर चला जायेगा
- DOUBLE CLICK डबल किलिक करना - यह बहुत शीघ्रता से माउस की बटन को दो बार दबाये एवं छोड़े .
- स्टैडर्ड पाईन्टर - सामान्यता इस आकर में पाइंटर दिखाई डेटा है
- विंडो बाडर पाइंटर - जब पाइनटर की विंडो के किनारे पर रखते है तब इस आकर का दिखाई देता है
- टेक्स्ट पाइंटर [ TEXT POINTER ] - जब टेक्सट एरिया में पाइंटर को ले जाते है तब यह पाइनटर दिखाई डेटा है
- BUSY व्यस्त पाइनटर - जब कम्प्यूटर का प्रोग्राम किसी कार्य में व्यस्त हो तब यह पाइनटर दिखाई देटा है
आउटपुट डिवाइसेस [ OUTPUT DEVICE ]
1 - मानिटर [ MONITER ] मानिटर एक ऐसा सयंत्र है जो टीवी जैसे स्क्रीन पर आउटपुट को प्रदर्शित करता है कम्प्यूटर स्क्रीन पर बनाने पर बनाने वाला चित्र फिलेक्स से मिलकर बनता है
मानिटर को सामान्यत ; उनके प्रदर्शित रंगो के आधार पर 3 भागो में वर्गीकृत किया जाता है -
- मोनोक्रोम [ MONOCHROME ]
- ग्रे - स्केल [ GRAY SCALE ]
- रंगीन [ COLOUR ]
A - मोनोक्राम - MONO अर्थात एकल SINGLE तथा CROME अर्थात रंग [ COLOUR ] से मिलकर बना है इस प्रकार के मानिटर आउटपुट को श्याम - श्वेत [ BLACK & WHITE ] रूप में प्रदर्शित करते है
B - ग्रे - स्केल - ये विशेष प्रकार के मोनोक्रोम मानिटर होते है जो विभिन्न ग्रे - शेड्स में आउटपुट प्रदर्शित करते है
C - रंगीन मानिटर - RGB [ RED -GREEN -BLUE ] विकिरण के आउटपुट को प्रदर्शित करता है कम्प्यूटर के मेमोरी की क्षमतानुसार ऐसा मानिटर 16 से लेकर 16 लाख तक के रंगों में आउटपुट प्रदर्शित करने की क्षमता रखते है
मानिटर के प्रमुख लक्षण
1 - डिस्प्ले डिवाइडस का महत्वपूर्ण लक्षण होता है - रिजोल्युशन या स्क्रीन के चित्र की स्पष्टता . रिजोल्यूशन से पता चलता है की स्क्रीन पर पिलेक्स कितने पास - पास है स्क्रीन पर जितने अधिक पिक्सेल होंगे , स्क्रीन का रिजोल्यूशन भी उतना ही अधिक होगा अर्थात चित्र उतना ही स्पस्ट होगा . मानिटर ही अधिक होगा अर्थात चित्र उतना ही स्पस्ट होगा . मानिटर के रिजोल्यूशन निम्न हो सकते सकते है
2 - आकार [ SIZE ] - मानिटर का साइज 14 इंच से लेकर 21 इंच तक होता है मानिटर को DIAGONALLY [ आमने सामने के कोने से ] टीवी जैसा नापा जाता है
3 - रिफ्रेश रेट [ REFRESH RATE ] - इसका तात्पर्य यह है कि मानिटर पर डिस्प्ले एक सेकेण्ड में कितनी बार परिवर्तन होता है सामान्यत ; मानिटर की रिफ्रेश रेट 75 HZ होती है रिफ्रेश रेट जितना अधिक होगा , मानिटर उतना कम क्लिक करेगा .
प्रिंटर ;- [ PINTER ]
प्रिंटर एक आन - लाइन [ ON - LINE ] आउटपुट डिवाइस है जो आउटपुट को कागज पर छापकर प्रस्तुत करता है कागज पर आउटपुट की यह प्रतिलिपि हार्ड कापी [ HARD COPY ]
कहलाती है कम्प्यूटर से प्राप्त डिजिटल संकेत [ 1 और 0 ] प्राकृतिक भाषा [ अंग्रेजी , हिंदी आदि ] में परिवर्तित होकर हार्ड कापी के रूप में छपते है .
प्रिंटर की विशेषताऐ
1 - स्पीड [ गति ] ; - गति यह दर्शाती है की प्रिंटर कितना तेज कार्य करता है सामान्यता ; प्रिंटर की गति CPS [ केरेक्टर / सेकेंड ] या LPM [ लाइन / मिनिट ] में नापी जाती है
2 - क्बालिटी ; इससे तात्पर्य प्रिंट हुए अक्षर के आकार - प्रकार से होता है जैसे ड्राप्ट [ NLQ ] नियर लेटर क्बलिटी या LQP [ लेटर क्बालीटी प्रिंटर ]
3 - अक्षर समूह [ character set ] इससे तात्पर्य होता है की कुल कितने अक्षरों का समूह [ जिससे डेटा केरेक्टर व कंट्रोल केरेक्टर शामिल है प्रिंटर पहचाना सकता है ]
4 . इण्टर फ्रेरा [ आदान - प्रदान ] इससे तात्पर्य होता है की प्रिंटर को किस तरह की इंटरफेसिंग प्रदान की गई है अर्थात उसे डेटा सिरिआल या पेरेलल रूप में मिलेंगे .
5 . बफर साइज : इससे तात्पर्य होता है की कोई प्रिंटर प्रिंट , करने से पूर्व कितने डेटा केरेकटर अपनी बफर मेमोरी में रख सकता है
6 . प्रिंटिंग दिशा - यह बताता है की प्रिंटिंग की दिशा किस तरह की होती है जैसे युनिडायारेक्षन [ UNI DIRECTION ] दोनों दिशाओ में या रिवर्स [ उलटी दिशा में ] इत्यादि .
महत्वपूर्ण विन्दु
- कम्प्यूटर प्रणाली में आते है - सिस्टम यूनिट , की -बोर्ड , माउस , मानिटर , और प्रिंटर .
- कम्प्यूटर के हार्डवेयर को दो भागो में विभक्त किया गया - CPU / PERIPHERALS .
- CPU के भाग होते है - CU / ALU / मेमोरी .
- पेरिफेरल के भाग होते है - इनपुट , आउटपुट , संग्रह .
- CPU का फुल फार्म है - CENTRAL PROCESSING UNIT .
- CPU को कहा जाता है - कम्प्यूटर का मष्तिक
- कम्प्यूटर के सभी भागो को नियंत्रित करता है - मेमोरी , इनपुट और आउटपुट डिवाईस .
- CU का फुल फार्म है - CONTROL UNIT
- CU को नियंत्रित करता है - इनपुट और आउटपुट .
- ALU का फुल फार्म है - ARITHMETIC LOGIC UNIT .
- ALU कार्य करती है - यह गणित में जोड़ , घटाव ,गुणा ,भाग को नियंत्रित करती है .
- ALU प्रति सेकेंड गणना करता है - 1000000 .
- कम्प्यूटर में मेमोरी को कहा जाता है - मेन मेमोरी या प्राथमिक मेमोरी [ PRIMARY MEMORY ]
- कम्प्यूटर की मेन मेमोरी दो प्रकार की होती है - RAM / ROM
- RAM को कहा जाता आहे - RANDOM ACCESS MEMORY .
- RAM को कहा जाता है -अस्थाई मेमोरी .
- ROM को कहा जाता है - READ ONLY MEMORY .
- पेरिफेरल के कितने भाग होते है - इनपुट , आउटपुट , स्टोरेज .
- इनपुट यूनिट क्या होता है - यह दुनिया की सभी जानकारी को कम्प्यूटर के विभिन्न भागो में पहुचता है यह [ 1 व 0 के विट ]
- आउटपुट यूनिट क्या है - यह एक ऐसा यंत्र है जो कम्प्यूटर से बहार आकर सुचना और परिणाम को बाटता है
- कम्प्यूटर के प्रमुख इनपुट डिवाइस है - की बोर्ड , माउस ,
- कम्प्यूटर के आउटपुट डिवाइस है - मानिटर , प्रिंटर ,
दोस्तों इस लेख में हमने आपको कंप्यूटर से सम्बन्धित सभी जानकारी को आपके सामने रखा है इससे यह लेख आपको बहुत ही महत्वपूर्ण लगेगा इस लेख में हम आपको कंप्यूटर के कितने भाग होते हैं उनके नाम- BASIC STRUCTURE OF COMPUTER कंप्यूटर के कितने भाग होते हैं उनके नाम बताइए कम्प्यूटर की सरंचना कंप्यूटर के मुख भाग की जानकारी को हम इस लेख में देखेंगे
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