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भृतहरि की गुफाएं मध्य प्रदेश

भृतहरि की गुफाएं मध्यप्रदेश की गुफाएं -BHRATAHARI KI GUFAYE MADHYPRADESH 

        

हेलो दोस्तों आज हम आपके सामने मध्य प्रदेश से संबंधित मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण गुफाओं से लेख लेकर आ रहे हैं जिसमें हम मध्य प्रदेश की सभी गुफाओं का विस्तार से अध्ययन करेंगे और उसमें हम प्रतियोगिता परीक्षा के लिए एक एक गुफा का विशेष रूप से अध्ययन किया जाएगा।

BHRATAHARI KI GUFAYE MADHYPRADESH 

भृतहरि की गुफाएं मध्य प्रदेश

भरथरी की गुफा - भृतहरि की गुफा 

राजा भरथरी की गुफाएं उज्जैन में स्थित है राजा भृतहरि की गुफा भारत के मध्य प्रदेश राज्य के उज्जैन जिले में स्थित है । या गुफा उज्जैन जिले में शिप्रा नदी के तट पर स्थित है 

राजा भरथरी की कहानी

राजा भरथरी एक महान प्रसिद्ध उज्जैन के सम्राट थे यह एक प्रसिद्ध राजा थे जिन्होंने अपनी प्रजा की भलाई के लिए अनेक कार्य किए थे राजा भरतरी ने अपने भाई राजा विक्रमादित्य को राज पार्ट शॉप कर उन्होंने सन्यास जीवन धारण कर लिया था और गोरखनाथ के शिष्य बन गए थे।  

राजा भरथरी [ भृतहरि ] का जीवन परिचय।

भृतहरि की गुफाएं मध्य प्रदेश


राजा भरथरी एक ऐसे व्यक्ति थे जिन पर लक्ष्मी और सरस्वती की असीम कृपा बनी हुई थी यह संस्कृत के प्रखड विद्वान थे साथ ही उनकी प्रशंसा एक प्रसिद्ध कवि और परिपूर्ण शास्त्री के रूप में भी की जाती थी मालवा राज्य पर राजा भरथरी का शासन था जिसकी राजधानी उज्जैन थी।

  1. राज्य और शासन व्यवस्था पर राजा भरथरी का ध्यान समान रूप से था।
  2. भरतरी के छोटे भाई राजा विक्रमादित्य थे यह नाम उनकी प्रसिद्धि के पश्चात ही प्राप्त हुआ था।
  3. विक्रम एक विद्वान न्याय प्रिय धर्मदाता राजनीति की ज्ञाता और प्रतिभाशाली तथा प्रभावशाली राजा बने थे 
  4. राजा भरथरी ने उन्हें अपना प्रधानमंत्री बनाया था दोनों भाइयों में बहुत प्रेम था 
  5. भृतहरि की गुफा शिप्रा नदी के तट पर उज्जैन में स्थित है
  6. राजा भरथरी बहुत बड़े तपस्वी थे उन्होंने इस गुफा में 12 वर्षों तक कठोर तपस्या की थी।

       

भरथरी [भृतहरि ] गुफा का निर्माण


राजा भरथरी एक महान तपस्वी थे जिन्होंने 12 वर्ष तक कठोर तपस्या की थी भरथरी की गुफा उज्जैन शहर का एकमात्र प्रमुख धार्मिक एवं दार्शनिक स्थल है इसका निर्माण 11वीं शताब्दी में परमार वंश के शासकों द्वारा राजा भरथरी या भरथरी के सम्मान में इन गुफाओं का निर्माण किया गया था ।

  1. भरथरी की गुफा उज्जैन जिले में है  [ भृतहरि ] 
  2. इसका निर्माण 11वीं शताब्दी में किया गया था
  3. इस भृतहरि गुफा का निर्माण परमार वंश के शासकों के द्वारा किया गया था
  4. इन गुफाओं में कई कमरे हैं और यहां पर हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां स्थापित की गई है।
  5. यहां पर मंदिर नाथ समुदाय के भक्तों यह साधुओं का पवित्र तीर्थ स्थल माना जाता है 
  6. यहां पर दो गुफाएं हैं सहेल राजा भरथरी की गुफा और दूसरी गोपीचंद की गुफा

 गुफा क्रमांक 1 भृतहरि की गुफा

गुफा क्रमांक एक योगीराज भरथरी या व्रत हरि की गुफा है इस गुफा में जाने का रास्ता बहुत शंकरा है और नीचे की ओर जाने के लिए सीढ़ियां बनाई गई है गुफा के अंदर एक बड़ा हाल है और यहां पर भगवान शिव का शिवलिंग भी है भरथरी भृतहरि की गुफा महाकाल मंदिर से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है या गुफा गढ़कालिका मंदिर से करीब 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ।

भरतरी का जीवन परिचय या चक्रवर्ती सम्राट भरथरी

योगीराज भरथरी के पिता उज्जैनी नरेश महाराज गंधर्व सेन थे महाराजा गंधर्व सेन की चार संताने थी भरथरी, विक्रमादित्य ,शुभट वीर्य, और मैनावती गॉड बंगाल के शासक राजा मणि चंद की रानी और योगीराज गोपीचंद की माता थी। राजा भरथरी विक्रमादित्य के बड़े भाई थी राजा भरथरी पराक्रमी धैर्यवान ज्ञान नीति विवेक साम दाम दंड भेद से परिपूर्ण न्याय फ्री चक्रवर्ती राजा थे। 108 राजा और अभी राजा उनके चरण देश में नतमस्तक थे त्रिलोक सुंदरी रानी पिंगला उनकी अति प्रिय पत्नी थी राजा भरथरी को जब यह ज्ञान हुआ कि यह शरीर नश्वर है और मरने के बाद कुछ रहने वाला नहीं है यह बहुत दुखदाई है सब मोह माया बंधन है जिस कारण वह सब भोग विलास को छोड़कर एक तपस्वी का रूप धारण कर लेता है 

गुफा नंबर 2 गोपीचंद की गुफा।


गुफा नंबर 2 गोपीचंद जी की गुफा है या गुफा बहुत दुख सक्रिय है और इस गुफा में ठीक से खड़े होते भी नहीं बनता है इस गुफा की ऊंचाई ज्यादा नहीं है इस गुफा में गोपीचंद जी की साधना स्थली देखने को मिलती है। इस गुफा में उनकी मूर्ति विराजमान है और गुस्सा में अंदर जाकर शिवलिंग भी देखने को मिलता है इस शिवलिंग को नीलकंटेश्वर शिवलिंग के नाम से जाना जाता है।

भरथरी की गुफा 


भरथरी की गुफा शिप्रा नदी के तट पर स्थित है ऐसा माना जाता है कि राजा भरथरी ने तपस्या की थी यह गुफा उज्जैन शहर के बाहर सुनसान इलाके में स्थित है यहां की छत बड़े-बड़े पत्थर के सहारे टिकी हुई है ।

भर्तृहरि की तपः स्थली कहाँ ;- उज्जैन शिप्रा नदी 


भृतहरि की गुफाएं मध्य प्रदेश

भर्तहरी की गुफा या भरथरी की गुफा 

  1. भरथरी की गुफा उज्जैन शहर में स्थित है।
  2. यह गुफा शिप्रा नदी के किनारे स्थित है
  3. हृदय सम्राट भरथरी भतृहरि के नाम से इस गुफा का नाम जाना जाता है ।
  4. इस गुफा में महाराजा भरथरी की समाधि है।
  5. राजा भरथरी ने 12 वर्ष तक कठोर तपस्या की थी।
  6. उज्जैन एक धार्मिक स्थल माना जाता है।
  7. 11वीं शताब्दी में परमार वंश के शासकों ने राजा भरथरी भर्तहरी
     के सम्मान में एक गुफा का निर्माण किया था 
  8. 11वीं शताब्दी में यह गुफा उज्जैन नगर के समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक मानी जाती थी।
  9. यहां पर 9  गुफाएं हैं जिनमें से पहले गुफा भर्तहरी की ओर दूसरी गुफा गोपीचंद की गुफा है 
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1 ;- भर्तहरी के गुरु कोन थे 

ANS ;- गुरु गोरख नाथ 

2 ;- भर्तृहरि की रचना कोन सी है 

ANS ;- नितिशात्र , वैराग्यश , श्रंगार्रश , शतकत्रयम , भर्तहरी पोएम , आदि 

3 ;- भर्तृहरि ने विद्दा के विषय में क्या कहा है 

ANS ;- भर्तहरी ने विधा के विषय में कहा है की विधा ही मनुष्य की शोभा है विधा ही मनुष्य का अत्यंत गुत्त धन है 

4 ;- राजा भर्तृहरि सन्यासी क्यों बने ? 

ANS ;- बाबा गोरखनाथ के कारण ही राजा भ्रत्हरी अपना राजपाट छोड़कर संन्यास ले लिया था और योगी बनकर अपना जीवन यापन करने लगे .

5 ;- पिंगला को राजा से क्या मिला ? 

ANS ;- चमत्कारी फल देकर गोरखनाथ वहा से चले गए . राजा ने फल लेकर सोचा की उन्हें जवानी और सुन्दरता की क्या आवश्यकता है चुकी राजा अपनी तीसरी पत्नी पर अत्यधिक मोहित थे राजा ने सोचा अगर पिंगला यह फल खा ले तो वह हमेशा के लिए जवा रहे .

6 ;- नितिसताक्म किसने लिखा है 

ANS ;- राजा भ्रत्हरी 

7 ;- भर्तृहरि का मेला कोन सी तारीख को लगता है ? 

ANS ;- यह मेला भ्राद्र्पद मॉस के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को भरने वाला भरतरी बाबा का मेला 9 सितम्बर को लगता है 

8 ;- राजा भर्तृहरि का जन्म कब हुआ था 

ANS ;- 570 ई 

9 ;- राजा भर्तृहरि के माता का क्या नाम था 

ANS ;- रूपदेई 

10 ;- कोन भर्तृहरि गायन के लिए प्रसिद्ध है 

ANS ;- श्रीमती सूरजबाई खांडे 

11 ;- निति शतक में किसका वर्णन है 

ANS ;- नीतिशतक में भर्तृहरि ने अपने अनुभवों के आधार पर श्लोक की रचना की है उन्होंने अपने शास्त्र में दो प्रकार से रचना की है 
  • अज्ञानता , लोभ , धन , दुर्जनता , अहंकार आदि की निंदा अकी है 
  • दूसरी और विधा , सज्जनता , उदारता ,स्वाभिमान , सहनशीलता , सत्य आदि गुणों की प्रश्नासा की है 

12 ;- गोपीचंद भरथरी कोन थे 

ANS ;- भरथरी की बहन मेनावती के पुत्र कहे जाते है 

13 ;- भरथरी की पत्नी का नाम क्या है 

ANS ;- भरथरी की पत्नी का नाम पिंगला था 

14 ;- राजा भरतरी कोन से युग में थे 

ANS ;- राजा भात्र्हरी मुख्यता 550 ई पूर्व मानी जाती है वे उजैनी के राजा थे .

15 ;- राजा भरतरी की बहन का नाम क्या है 

ANS ;- मैनावती 


दोस्तों हमने यह लेख मध्यप्रदेश की गुफा से सम्बंधित एक महत्वपूर्ण गुफा भृतहरि की गुफाएं मध्य प्रदेश से सम्बंधित सभी जानकारी को एक साथ लेकर आ रहा हु , इस लेख में हम भृतहरि की गुफाएं मध्यप्रदेश की गुफाएं-BHRATAHARI KI GUFAYE MADHYPRADESH भरथरी की गुफा गुफा क्रमांक1भृतहरि की गुफा भर्तृहरि की तपः स्थली कहाँ है 

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