लद्दाख का इतिहास - History of Ladakh
हेलो दोस्तों में अनिल कुमार पलाशिया आज फिर आपके लिए एक महत्वपूर्ण लेख लेकर आ रहा हु इस लेख में हम आपको एक ऐसे राज्य के बारे में जानकारी देंगे जो आपके लिए लिए बहुत ही उपयोगी रहेगा यह लेख आपको परीक्षा से सम्बंधित जानकारी तो देगा और इसके साथ आपको इस लेख में आप यह भी जानेंगे के लद्दाख में घुमने के लिए क्या क्या स्थान है . और वहा किस प्रकार से जाया जाता है इस सब की जानकारी को हम इस लेख में देखेंगे . लद्दाख का इतिहास - History of Ladakh से सम्बंधित सभी जानकारी को आप इस लेख में देखेंगे .
Q :- 1 लद्दाख कहां स्थित है
Ans:- लद्दाख उत्तर में काराकोरम पर्वत दक्षिण में हिमालय पर्वत के मध्य स्थित है।
Q:- 2 गिलगित बाल्टिस्तान किसके कब्जे में है।
Ans:- यह पाकिस्तान के अधीन माना जाता है।
Q:- 3 अक्साई चीन के कब्जे में है।
Ans:- अक्साई चीन चीन के कब्जे में है।
Q:- 4 पहली शताब्दी में लद्दाख किस राजवंश का हिस्सा था।
Ans:- यह कुषाण राजवंश का हिस्सा था।
Q:- 5 लद्दाख का कार्यक्म कब से बना था
ANS :- लद्दाख का कालक्रम 17 वी शताब्दी से बनाए जाते हैं ।
Q :- 6 लद्दाख की राजधानी कौन सी है
ANS:-लद्दाख की राजधानी लेह मानी जाती है ।
Q ;- 7 लद्दाख की सीमा कितने देशों से लगती है
ANS ;- लद्दाख जम्मू और कश्मीर के बड़े क्षेत्र , भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे उत्तरीय भाग में स्तिथ एक क्षेत्र है लद्दाख ने तिन देशो के साथ अंतराष्ट्रीय सीमाए साझा करती है जो चीन तिब्बत स्वायत क्षेत्र , पकिस्तान , अफगानिस्तान में है
लदाख
प्राचीन काल में लेह लद्दाख को अनेक नामों से जाना जाता है जैसे कि खु - चंप, मैरिल या कम भूमि कहा जाता है । यहां पर ऊपरी भाग और निचली भूमि में कई आप्रवासी लोग निवास करते हैं हम इन्हें सिंधु घाटी के निचले इलाकों में रहने वाले लोग भी समझ सकते हैं ।
लद्दाख का इतिहास
माना जाता है कि लद्दाख का इतिहास नवपाषाण काल से ही प्रचलित है यह इंडो आर्यन का ऐ माना जाता है कुछ इतिहासकारों का यहां तक कहना है कि कुषाण साम्राज्य पहले शताब्दी के दौरान लद्दाख में प्रचलित हुए थे और इसके साथ ही बौद्ध धर्म ने भी लद्दाख में अपनी जड़ बना ली थी
हमें पूर्ण रूप से लद्दाख राज्य की जानकारी नवी शताब्दी के दौरान से ही प्राप्त होती है इसके पहले की जानकारी प्राप्त करना इतना आसान नहीं है अगर देखा जाए तो यहां पर कई तिब्बती शासक हुए हैं जिन्होंने यहां पर अपना राज्य किया है
वर्तमान काल में लद्दाख एक केंद्र शासित प्रदेश है । और इसके साथ यह उत्तर में काराकोरम पर्वत असद दक्षिण में हिमालय पर्वत के मध्य स्थित है ।
भारत गिलगित बालिस्तान और अक्साई चीन को भी लगदा का हिस्सा माना जाता है जो वर्तमान में पाकिस्तान था चीन के अवैध कब्जा है । यह माना जाता है । लद्दाख में कई स्थानों पर मिले शिलालेखों से यह पता चलता है कि यह नवपाषाण काल में स्थापित है या यूं कहें कि इसके अवशेष नवपाषाण काल के माने जाते थे ।
- माना जाता है कि यह पहली शताब्दी के आसपास लद्दाख कुषाण राजवंशों का हिस्सा था
- कश्मीर में दूसरी शताब्दी में बौद्ध धर्म फैल गया था।
- जब हेनसांग भारत भवन पर आए थे तो उन्होंने भी अपने लेख में इसका वर्णन किया है।
- कैलाश पर्वत मानसरोवर इसी क्षेत्र के भाग माने जाते हैं।
- आठवीं शताब्दी में लद्दाख तिब्बती प्रभाव तथा मध्य एशिया से चीनी प्रभाव का केंद्र बना हुआ था।
- हम कह सकते हैं कि चीनी और तिब्बती दोनों का अधिपत्य बारी-बारी से रहता था।
- यह माना जाता है कि 950 ईसवी में काबुल के राजा के पास विष्णु के 3 सिर वाली एक मूर्ति थी इसे उसने राजा वोट से प्राप्त किया था।
- 1947 ईस्वी में भारत विजय के समय डोगरा राजा हरि सिंह ने जम्मू कश्मीर को भारत में विलीन करने की मंजूरी दे दी थी।
- पूरा जम्मू कश्मीर भारत चीन तथा पाकिस्तान के युद्ध का मुद्दा रहा है।
- और देखा जाए तो इसके तहत भारत और पाकिस्तान के बीच में 1947 और 1965 और 1971 और इसके बाद 1999 में कई बार युद्ध हुए हैं।
लद्दाख
- लद्दाख को 31 अक्टूबर 2019 को केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा दिया गया था
- लद्दाख की राजधानी लेह को माना जाता है ।
- लद्दाख में 2 जिले हैं।
- लद्दाख का क्षेत्रफल 59146 km है
- लद्दाख की जनसंख्या 274289 km है।
लेह लद्दाख जाने का सबसे अच्छा समय कौन सा है।
अगर आप लद्दाख की यात्रा करना चाहते हैं तो लद्दाख की यात्रा के लिए अप्रैल से जुलाई का महीना बहुत ही अच्छा माना जाता है यह माना जाता है कि लद्दाख का मौसम बेहद ही सर्द होता है। इसकी ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 2750 से 7672 मीटर ऊपर है।
लेह और लद्दाख में घूमने की जगह है।
1 :- पैंगोल झील या दुनिया की सबसे खूबसूरत जिलों में से एक जीन मानी जाती है इस झील का पानी नीला और हरे और भूरे रंग का दिखाई देता है यह दुनिया की सबसे ऊंची खारे पानी की झील मानी जाती है।
2 :- चुंबक की पहाड़ियां
लेह कारगिल राजमार्ग पर स्थित मैग्नेटिक हिल लद्दाख के प्रमुख पर्यटन आकर्षण में से एक है ग्रेविटी हिल के रूप में भी इसे जाना जाता है पहाड़ी के करीब पार्क किए गए वाहनों को प्रवचन के साथ ऊपर की ओर खींचा जाता है जो ग्रुप में आकर्षण के तर्क को दिखाता है इस जादुई घटना को देखने के लिए कई पर्यटक स्थल पर आते हैं।
3 :-खारदुंग ला दर्रा:- यह एक मोटर योग्य दर्रा माना जाता है जो आपको सियाचिन ग्लेशियर तक ले जाता है लद्दाख को सबसे लोकप्रिय दलों में से एक दर्रा माना जाता है।
4 :- नुब्रा वैली यह लद्दाख के रेगिस्तान और चंद्रमा के परिदृश्य और ढलान में भव्य हरियाली का एक स्प्रिंट है घाटी अपने स्थानीय बाजारों खूबसूरत मठों और दो नदियों के लिए विख्यात है।
5:- चादर ट्रेक चादर ट्रेक जिसे जांच कल गर्ग के नाम से भी जाना जाता है यह 105 किलोमीटर का ट्रैक मार्ग है जिसे दुनिया भर के ट्रैकिंग सर्किट में उच्च दर्जा दिया गया है।
6 :- हेमिस राष्ट्रीय उद्यान
या बड़ी संख्या में ही हिंदुओं के संरक्षण की वेषू सभ्यता के साथ हेमिस राष्ट्रीय उद्यान भारत का सबसे बड़ा और सबसे ऊंचा राष्ट्रीय उद्यान माना जाता है जो वंचियोर उत्साही लोगों के लिए स्वर्ग है।
इस लेख में हम आपके लिए लद्दाख से सम्बंधित सभी जानकारी को हम आपके सामने लेकर आ रहा हु इस लेख में हम आपको लद्दाख से सम्बंधित सभी जानकारी को देखेंगे आपके सामने लेकर आ रहा हु लद्दाख का इतिहास History of Ladakh लेह लद्दाख जाने का सबसे अच्छा समय कौन सा है। लेह और लद्दाख में घूमने की जगह है।लद्दाख की सीमा कितने देशों से लगती ह
0 Comments