taj mahal history in hindi - ताजमहल का इतिहास
हेलो फ्रेंड्स में अनिल कुमार पलाशिया आज आपको एक ऐतिहासिक स्थल जो प्यार का प्रतिक माना जाता है ताज महल जिसके सम्बन्ध में आपको बताने जा रहा हु इसमें हम ताज महल के अद्भुत रोचक तथ्य आपको देखने को मिलेंगे। taj mahal history in hindi - ताजमहल का इतिहास से सम्बंधित सभी जानकारी को हम देखेंगे .
ताजमहल का इतिहास - taj mahal city
ताज महल भारत ही नहीं यह विश्व में एक ऐतिहासिक स्थल माना जाता है यह विश्व प्रसिध्य है यहा पर लाखो लेग इसे देखने के लिए आये है यह एक अद्भुत संगमरमर से बनी ईमारत है जो एक प्यार का प्रतिक माना जाता है
इसका इतिहास बहुत ही प्राचीन है और बहुत ही लव स्टोरी के अक्रोडिंग माना गया है मुगल बादशाह शाहजहा और मुमताज के प्यार की यह एक अद्भुत ईमारत मानी जाती है।
History of Taj Mahal in Hindi
भारत का प्रसिद्ध ताजमहल यह आगरा उत्तर प्रदेश की शान माना जाता है यह स्थल भारत के एक राज्य उत्तर प्रदेश के आगरा जिला में यह विश्व प्रसिद्ध ईमारत बनी हुई है आगरा शहर मुगलों का सबसे प्रसिद्ध शहर माना जाता है यहा पर मुगल बादशाह बाबर से लेकर हुमायु और अकबर ने भी अपना बहुत समय बिताया था। और यहा पर राज्य किया था।
आगरा शहर का निर्माण
आगरा शहर का निर्माण इब्राहीम लोदी ने किया था सन 1504 में इसका निर्माण किया था आज दुनिया में इस शहर को सात अजूबो में रखा गया है
आगरा शहर की दुरी
आगरा शहर उत्तर प्रदेश में स्तिथ है यह उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण जिला है इसकी दुरी की बात करे तो यह दिल्ली से २००कमकी दुरी पर है इस शहर का निर्माण करने के लिए अनेक दक्षय कारीगरों को बुलाया गया था जिसमे से बग़दाद से कारीगर बुलाये गए जिसने घुमावदार अक्षरों को तराशा। और मध्य एशिया से कारीगरों को बुलाया गया जिन्होंने संगमरमर के पत्तरो पर फूलो को तराशने का काम किया।
ताजमहल का निर्माण
ताजमहल का निर्माण से पूर्व 6 महीने में कुशल कारीगरों को तराश कर उनमे से 37 दक्षय कारीगरों की देख रेख में 20 हजार मजदूरो के साथ कार्य किया था ताजमहल के निर्माण में संगमरमर राजस्थान से लिया गया और अन्य प्रकार के पत्थर रतन बगदाद , अफगानिस्थान , तिब्बत , इजिप्त , रूस , इरान आदि कई शहरो से बहुत ही ज्यादा कीमत पर खरीद कर बुलवाया था। 1630 में इसका निर्माण कार्य २२वर्षो में पूर्ण किया गया। और इसका गुम्बद 60 फिट ऊँचा और ८०फिट चोडा माना जाता है
ताजमहल का विस्तार
यह ताजमहल मुगल बादशाह शाहजहा और मुमताज के प्यार की असीम प्रेम कहानी का प्रतिक है यह यमुना नदी के किनारे सफ़ेद पत्थरों से निर्मित बहुत ही सुन्दर ईमारत है
ताजमहल भारतीय इतिहास का एक अद्भुत ऐतिहासिक स्थल माना जाता है यह आगरा में यमुना नदी के दक्षिण तट पर एक दांत सफेद संगमरमर का मकबरा है इसे 1632 मुगल सम्राट शाहजहां ने अपने शासनकाल में बनवाया था वह अपनी दूसरी पत्नी मुमताज महल मुमताज की याद में इस ऐतिहासिक धरोहर बनवाया था
यह मकबरा 42 परिसर में बना हुआ है जिसमें एक मस्जिद और एक गेस्ट हाउस शामिल है और इसे तीनों तरफ से अनियंत्रित दीवार से घिरा हुआ एक उद्यान भी इस में स्थापित किया गया है।
मकबरे का निर्माण 1643 में पूरा किया गया था लेकिन और उसे पूरा करने के लिए 10 वर्ष लग गए माना जाता है कि ताजमहल कांप्लेक्स 1653 में लगभग 32 मिलियन रुपए की अनुमानित लागत पर इसका निर्माण किया गया था जो आज वर्तमान में 52.8 मिलियन रुपए के समकक्ष माना जाता है । इस ऐतिहासिक धरोहर को बनाने में 20000 कारीगरों का योगदान था।
ताजमहल को 1983 में यूनेस्को की विश्व धरोहर विरासत स्थल के रूप में नामांकित किया गया भारत में मुस्लिम कला का यह एक ऐतिहासिक धरोहर माना जाता है मुगल वास्तुकला का सर्वोत्तम उदाहरण और भारत के समृद्ध इतिहास का प्रतीक माना जाता है।
ताजमहल जाने के कई रास्ते हैं
बाय एयर
ताजमहल से खेरिया हवाई अड्डे तक यात्रा करने में 12 मिनट का समय लगता है जो लगभग 10 किलोमीटर माना जाता है।
ट्रेन के द्वारा
आगरा को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली ट्रेनों का एक अच्छा नेटवर्क है आगरा छावनी के मुख्य रेलवे स्टेशन के अलावा राजा की मंडी और आगरा किले के अन्य दो स्टेशन दिल्ली के साथ आगरा को जोड़ने वाली मुख्य ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स शताब्दी राजधानी और ताजमहल एक्सप्रेस है जिसके द्वारा हम आगरा पहुंच सकते हैं।
सड़क के द्वारा
आगरा से कई महत्वपूर्ण शहरों को नियमित बस सेवाएं मिल जाती है ईदगाह और आईएसबीटी बस स्टैंड से दिल्ली जयपुर मथुरा फतेहपुर सीकरी आदि के कई बसें चल रही है और यहां आने के लिए आप टैक्सी भी कर सकते हैं।
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