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पारिस्थितिकी तंत्र कक्षा 12 नोट्स जीवविज्ञान

पारिस्थितिकी तंत्र कक्षा 12 नोट्स जीवविज्ञान - ecosystem class 12 notes biology

हेलो दोस्तों आज फिर हम आपके लिए एक महत्वपूर्ण लेख को लेकर आ रहे है इस लेख में हम आपको कक्षा 12 th जिव विज्ञान से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी को हम इस लेख में देखेंगे इस लेख में आप जिव विज्ञान का एक महत्वपूर्ण पाठ पारिस्थितिकी तंत्र कक्षा 12 नोट्स जीवविज्ञान से सम्बंधित सभी जानकारी को देखेंगे .


पारिस्थितिकी तंत्र कक्षा 12 नोट्स जीवविज्ञान

      

पारिस्थितिकी तंत्र कक्षा 12

 Q ;- 1 पारिस्थितिक अनुक्रमण क्या है ?

ANS ;- वातावरण में परिवर्तन के कारण पहले के जीवों के स्थान पर नए जीव आ जाते हैं और नया समुदाय स्थापित हो जाता हैं या नया समुदाय बनाते है  इसे पारिस्थितिक अनुक्रमण कहते हैं अनुक्रमण एक दीर्घकालीन क्रिया है जिसके अंतिम चरण में एक स्थाई समुदाय की स्थापना होती है


Q ;- 2 पारिस्थितिक अनुक्रमण के विभिन्न चरण लिखे ? 


ANS ;-  पारिस्थितिकी तंत्र के बिभिन्न चरण है .

(I) मण्डलीकरण-   किसी नई जगह से दूसरे जगहों से प्रवर्धकों जैसे बीज, बीजाणु या प्रजनन सम्बन्धी संरचना के आगमन को स्थानान्तरण कहते हैं, जिसके कारण मण्डलीकरण की प्रक्रिया होती है।


(2) आस्थापन -  स्थानान्तरण के बाद बीज या बीजाणु अंकुरण कर वृद्धि करते हैं एवं स्वयं को वातावरण के अनुसार बनाते हैं, यह प्रक्रिया आस्थापन कहलाती है। 


(3) समुच्चयन - आस्थापन के बाद पौधों में पुष्प, फल ; निर्माण एवं बीजों का उत्पादन होता है। ये बीज अंकुरित होकर उसी स्थान पर पौधों की संख्या में वृद्धि करते रहते हैं, 


(4) प्रतिस्पर्धा  - एक जाति की आबादियों के बीच एवं विभिन्न जातियों के बीच प्रतिस्पर्धा, के विभिन्न घटकों के उपयोग के लिए होने लगती है। जो जीव प्रतिस्पर्धा में सफल नहीं होते हैं, वे धीरे-धीरे नष्ट हो जाते हैं। उनमे कोई फल फुल नहीं लगते है


(5) प्रतिक्रिया  - जीवों के समुदाय एवं उसके स्थान में मौजूद वातावरणीय कारकों के बीच होने वाली क्रिया को प्रतिक्रिया कहा जाता है।


6) स्थायीकरण  - विभिन्न  प्रक्रियाओं के कारण होने वाले परिवर्तन से वहाँ पर पूर्व से उपस्थित पौधों का जीवित रहना मुश्किल हो जाता है। अतः वे समाप्त होने लगते हैं एवं उनके स्थान पर नए पौधे आने लगते हैं तथा यह प्रक्रिया तब तक चलती रहती है जब तक कि उस स्थान पर नए वनस्पति ना आने लग जाये .




Q ;-3 एक पारिस्तिथिक तंत्र में उर्जा प्रवाह का वर्णन कीजिये .


ANS ;- पारिस्थितिक तंत्र  में ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत सूर्य है। सूर्य से प्राप्त होने वाली ऊर्जा को सौर ऊर्जा कहा जाता है। पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा का प्रवाह केवल एक ही दिशा में होता है। जिससे परिस्तिथि तंत्र का निर्माण होता है .


पारिस्थितिकी तंत्र कक्षा 12 नोट्स जीवविज्ञान

         

सूर्य→ घास उत्पादक —- कीट शाहकारी उपभोक्ता —--- मेढक मशाहरी —--- सांप दुतियक मांसाहारी .


  • प्रकाश संश्लेषण की क्रिया द्वारा पेड़-पौधे, सूर्य से प्राप्त सौर ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में रूपांतरित कर देते है और यह रासायनिक ऊर्जा भोजन के रूप में पेड़-पौधों के ऊतकों में एकत्रित हो जाती है।


  • प्राथमिक उपभोक्ता (शाकाहारी) जब इन पेड़-पौधों को भोजन के रूप में इस्तेमाल करते है तो इन पेड़-पौधों में  एकत्रित हुई ऊर्जा प्राथमिक उपभोक्ताओं में स्थानांतरित हो जाती है। 


  • पेड़-पौधों से प्राप्त ऊर्जा का कुछ भाग प्राथमिक उपभोक्ताओं के श्वसन क्रिया के कारण ऊष्मा में रूपांतरित होकर वायुमंडल में चला जाता है, शेष बची हुई ऊर्जा इनकी वृद्धि और विकास में काम आती है।


  •  ऊर्जा भोजन के रूप में प्राथमिक उपभोक्ता से द्वितीयक उपभोक्ता, द्वितीयक उपभोक्ता से तृतीयक उपभोक्ता में पहुँच जाती है। यह प्रक्रिया निरंतर चलती रह्तिहाए


  • जव पेढ़ पोधे या जिव जंतु नष्ट हो जाता है या समाप्त हो जाते है तो ऊष्मा का रूप वायुमंडल में वापस लोट जाती है उनकी उर्जा वातावरण में मिल जाती है


Q ;- 4 पोषण स्तर क्या है समझाइए 


ANS ;- पोषण स्तर से  हमारा आशय यह है की जब एक निश्चित दिशा में उर्जा स्थानान्तरण होता है तो खाद श्रंखला के रूप में प्रदर्शित करता जीवधारियो का रेखीय क्रम खाद श्रंखला कहलाता है 


  • एक जिव से दुसरे जिव में जब खाद श्रंखला का संचार होता है एक सामान्य खाद श्रंखला हरे पोधे से प्राप्त होता है यह खाद हरे पोधे से ही प्राप्त होती है


  • यह सूर्य के प्रकाश की विकिरण उर्जा को खाद्य पदार्थ की रासायनिक उर्जा में परिवर्तन कर देते है 


  • इसके बाद इसका क्रम हरे पोधे से शाकाहारी जन्तुओ व शाकाहारी जन्तुओ से  माशाहरी जन्तुओ की और स्थान्तरित हो जाता है यही प्रक्रिया चलती रहती है


Q ;- 3 उर्जा प्रवाह क्या है 


ANS ;- जब हरे पोधे सूर्य की विकिरण उर्जा का रूपांतरण खाद्द पदार्थ की रासायनिक उर्जा में परिवर्तन कर देता है खाद्द श्रंखला में प्रविष्ट यह उर्जा हरे पोधे से शाकाहारी तथा शाकाहारी से प्राथमिक व दुतीय मांसाहारी में 10 % नियमानुसार स्थान्तरित होता है और इसके साथ 90 प्रतिशत उर्जा ऊष्मा के रूप में पर्यावरण में मुक्त हो जाती है 


Q ;- 4 परिस्तिथिक पिरामिड क्या है प्रकार लिखे .


ANS ;- पारिस्थितिक पिरामिड को खाद्य पिरामिड या ऊर्जा पिरामिड पिरामिड के रूप में भी जाना जाता है, ऐसे पिरामिड की अवधारणा जो संख्याओं के माध्यम से दर्शाया जाता है


पिरामिड को व्यक्तियों की संख्या, ऊर्जा और बायोमास के आधार पर तैयार किया गया है,, इन्हें पिरामिड के आकार का बनाया जाता है।

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पिरामिड के प्रकार 


1;- संख्या का पिरामिड - संख्या के आधार पर


पारिस्थितिक तंत्र में अनेक पोषी स्तरों पर जीवित व्यक्तियों की संख्या को सही करके जो पारिस्थितिक पिरामिड बनाया जाता है, उसे संख्याओं के पिरामिड के रूप में जाना जाता है


2;- बायोमास का पिरामिड - बायोमास के आधार पर


पारिस्थितिक पिरामिड जो प्रत्येक पोषी स्तर के जीवित तंत्र द्वारा उत्पादित बायोमास की मात्रा पर विचार करके बनाया जाता है, बायोमास पिरामिड कहा जाता है।


3;- ऊर्जा का पिरामिड -उर्जा के आधार पर


एक पोषी स्तर से दूसरे पोषी स्तर तक ऊर्जा के प्रवाह को  निश्चित करके बनाया जाता है इसे पारिस्थितिक पिरामिड को ऊर्जा के पिरामिड के रूप में जाना जाता है। 


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1 ;- परिस्तिथिकी तंत्र के जैविक घटक कोन कोन से है


ANS ;- जैविक कारक या अजेविक घटक जिव जंतु है जो एक परिस्तिथिक तंत्र को आकार देते है . मनुष्य , कीट , जंगल . जिव , जंतु , पक्षी , जीवाणु आदि , जैविक कारक के कुछ उदहारण है


2 ;- पारिस्थितिकी के जनक कोन है


ANS ;- हेंस रिटर / रेईटर 1868 ने पारिस्थितिकी की अवधारणा दी . यह शब्द पारिस्थितिकी दो शब्दों आइकोस अर्थ होम और लोगो


3 ;- जैविक घटक कितने प्रकार के होते है


ANS ;- जैविक घटक

  • जैविक घटक -इसमें पेड़ पोधे तथा जंतु होते है
  • जैविक घटक को पोषक पद्धति के आधार पर तिन प्रकार के है
A ;- उत्पादन - इनमे हरे पोधे आते है
B ;- उपभोत्ता -इसमे जीव आते है जो हरे पेड़ पोधे खाते है



4 ;- पारिस्थितिकी तंत्र क्या है मानव जीवन में इसका क्या उपयोग है


ANS ;- पारिस्थितिकी तंत्र किसी स्थान पर पाए जाने वाले जीव - जंतु - पेड़ - पोधे तथा वहा वातावरण में पाई जाने वाली विभिन्न वस्तुओ के तंत्र को पारिस्थितिकी तंत्र कहते है


5 ;- तीन प्रमुख जैविक घटक कोन से है


ANS ;- प्रमुख है

  • उत्पादक
  • उपभोक्ता
  • अपघटक

6;- जैविक और अजेविक में क्या अन्तर है

ANS ;- जैविक और अजैविक में अंतर है


1 ;- जैविक - जैविक कारक एक पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर जीवित चीजे है


जैसे ;- पोधे , जानवर , और बैक्टीरिया


2 ;- अजेविक घटक ;- इसमें निर्जीव घटक है जैसे - पानी , मिटटी और वातावरण


7;- पारिस्थितिकी की खोज कब हुई थी


ANS ;- पारिस्थितिकी को मूल रूप से 19 वी शदी के मध्य में परिभाषित किया गया था


8 ;- पारिस्थितिकी तंत्र की खोज किसने की थी


ANS ;- पारिस्थितिकी सर आर्थर जी . टेंसले ने 1935 में की थी


9 ;- जैविक घटक का दूसरा नाम क्या है


ANS ;- पर्यावरण के जैविक घटक उत्पादक , उपभोक्ता और अपघटक है .


10 ;- क्या पोधे एक जैविक घटक है


ANS ;- पोधे एक जैविक घटक है


दोस्तों इस लेख में हमने आपके लिए परिस्तिथि तंत्र से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी को आपके सामने रखा है इस लेख में हमने आपको जिव विज्ञान कक्षा 12 से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी को आपके सामने रखा है जो माध्यमिक परीक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है

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