hindi grammar class 12th mp board सामान्य हिंदी कक्षा 12 मॉडल पेपर 2024
हेलो दोस्तों में अनिल कुमार पलाशिया आप का PALASHIYACLASSES में आज फिर आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी को लेकर आ रहा हु इस लेख में हम आपको hindi grammar कक्षा 12th mp board सामान्य हिंदी कक्षा 12 मॉडल पेपर 2024 की सभी महत्वपूर्ण जानकारी को इस लेख में देखेंगे जिससे आपको हिंदी के सभी महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर इस लेख में देखने को मिलेंगे .
कक्षा 12 हिंदी व्याकरण नोट्स 2024
Q ;- 1 प्रतिवादी कविता की दो विशेषता लिखिए ?
Ans प्रतिवादी कविता की दो विशेषताएं
रूढ़िवाद का विरोध किया गया है
क्रांति का स्वर दिखाई देता है
Q ;- 2 नाटक के प्रमुख तत्व लिखो।
Ans नाटक के महत्वपूर्ण तत्व होते हैं
कथावस्तु
पत्र / पात्र
उद्देश्य
भाषा शैली
देशा -काल
संवाद
अभिनय
Q ;- 3 संस्मरण और रेखा चित्र में अंतर बताइए
Ans संस्मरण और रेखाचित्र में अंतर
संस्मरण वास्तविक होता है जबकि रेखा चित्र एक काल्पनिक होता है
संस्मरण का संबंध किसी कथा या घटना विशेष से होता है जबकि रेखा चित्र किसी वस्तु या पात्र को आकर्षक ढंग से चित्रात्मक वर्णन करने से होता है।
Q ;- 4 विपरीतार्थक शब्द किसे कहते हैं
ANS ;- विपरीतार्थी शब्द का अर्थ होता है विलोम शब्द इसमें हम किसी शब्द का उल्टा अर्थ निकालते हैं उसे विलोम शब्द या विपरितार्थी शब्द कहते हैं।
Q ;- 5 स्थाई भाव और संचारी भाव में अंतर बताइए।
ANS ;- स्थाई भाव संचारी भाव में अंतर निम्नलिखित है
स्थाई भाव
स्थाई भाव एक रस में एक ही स्थाई होता है
यह भाव आते जाते रहते हैं
संचारी भाव
संचारी भाव एक रस में अनेक होते हैं।
इसमें भाव संचारित नहीं होते हैं।
Q ;- 6 नई कविता की दो विशेषताएं लिखिए।
ANS ;- नई कविता की विशेषताएं निम्नलिखित है।
नई कविता में अनुभूति की सच्चाई प्रकट होती है
नहीं कविता में मनुष्य के जीवन के प्रत्येक क्षण को महात्व दिया गया है
नई कविता में मनुष्य के कुंठाओं का चित्रण किया गया है।
Q ;- 7 शुक्ल युग के गद्य की विशेषता बताइए।
ANS ;- गद्द युग की विशेषता
शुक्ल युग के गद्य की भाषा आमतौर पर सरल और सामान्य लोगों की भाषा है
गद्य अधिकतर लोगों के दैनिक जीवन से जुड़े विषयों पर आधारित होता है
Q ;- 8 नाटक और एकांकी में अंतर लिखिए
नाटक और एकांकी में निम्नलिखित अंतर है
नाटक
नाटक में अनेक अंक होते हैं
नाटक में अधिक पात्र होते हैं
नाटक में एक मुख्य कथा अनेक कथाएं होती हैं
एकांकी
एकांकी में केवल एक अंक होता है
एकांकी में कम पात्र होते हैं
एकांकी एक घटना पर ही आधारित होती है
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Q ;- 9 कहानी और नाटक में अंतर बताइए।
ANS ;- कहानी और नाटक में निम्नलिखित अंतर है
कहानी
कहानी की संरचना छोटी होती है
यह एक श्रव्य साहित्य होता है
इसे सिर्फ सुना जा सकता है
नाटक
नाटक की संरचना बड़ी होती है
यह एक दृश्य साहित्य होता है
इसे देखा जा सकता है
Q ;-10 भक्ति काल को हिंदी साहित्य का स्वर्ण युग क्यों कहा जाता है
ANS ;- भक्ति काल को हिंदी साहित्य का स्वर्ण काल या स्वर्ण युग इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस काल में आधुनिक काल की जानकारी के साथ-साथ इसमें साहित्य की अनुभूति का गहन अध्ययन किया गया है
Q ;- 11 प्रयोगवादी कविता की दो विशेषता लिखिए
ANS ;-प्रयोगवादी कविता की दो विशेषता निम्नलिखित है
प्रयोगवादी कविता में भाषा को महत्वपूर्ण ध्यान दिया गया है
प्रयोगवादी कविता में नए विचारों को प्रकट किया गया है।
Q ;- 12 जीवनी और आत्मकथा मैं अंतर बताइए
ANS ;- जीवनी आत्मकथा में अंतर निम्नलिखित है
जीवनी
जीवनी में किसी महापुरुष के जीवन की घटनाओं का वर्णन किया जाता है।
जीवनी किसी अन्य पुरुष के द्वारा लिखी जाती है।
आत्मकथा
आत्मकथा में लेखक स्वयं अपने जीवन के अनुभव का वर्णन करता है
आत्मकथा स्वयं के द्वारा लिखी जाती है
Q ;- 13 महाकाव्य का परिचय दीजिए
ANS ;- महाकाव्य में किसी ऐतिहासिक या प्रेरणिक महापुरुष की संपूर्ण जीवन कथा का वर्णन होता है जिसे महाकाव्य कहा जाता है
जैसे ;- रामचरित्र मानस ,साकेत ,पृथ्वीराज रासो ,आदि।
Q ;- 14 छायावाद की दो विशेषता बताइए
ANS ;- छायावाद की प्रमुख विशेषता निम्नलिखित है
छायावाद कविता में नारी सौंदर्य और प्रेम चित्रण के बारे में बताया गया है।
छायावाद कविता में रहस्यवाद का रूप दिखाई देता है
छायावाद कविता में कल्पना की प्रधानता होती है।
Q ;- 15 राज्य भाषा किसे कहते हैं
ANS ;- राज्य भाषा किसी राज्य या देश की घोषित भाषा होती है जो सभी राजकीय प्रयोजन सरकारी कामकाज के प्रयोग में होती है
Q ;-16 उपसर्ग और प्रत्यय में अंतर बताइए
ANS ;- उपसर्ग और प्रत्यय में अंतर
प्रत्यय
वह शब्द जो मूल शब्द के अंत में जुड़कर एक नया शब्द बन जाता है या नया रूप ले लेता है वह प्रत्यय कहलाता है।
उपसर्ग
उपसर्ग उस शब्द को कहते हैं जो किसी शब्द के पहले लगकर उसका विशेष अर्थ प्रकट करता है वह उपसर्ग कहलाता है
Q ;- 17 तत्सम शब्द और तद्भव शब्द में अंतर बताइए।
ANS ;- तत्सम शब्द
वे शब्द जो मूल भाषा संस्कृत से ज्यो के त्यों हिंदी में प्रयुक्त किए जाते हैं उन शब्दों को तत्सम शब्द कहा जाता है
तद्भव शब्द
जो संस्कृत भाषा से तो आते हैं लेकिन हिंदी में जाकर बदल जाते हैं ऐसे शब्द तद्भव शब्द कहलाते हैं।
आवेदन पत्र
Q ;- 1 उत्तर पुस्तिका के पुनर मूल्यांकन हेतु सचिव माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश भोपाल को आवेदन पत्र लिखिए।
सेवा मे
सचिव,
माध्यमिक शिक्षा मण्डल मध्यप्रदेश,
भोपाल।
विषय- उत्तर पुस्तिका की पुनर्गणना हेतु ।
महोदय ,
विनम्र निवेदन है की मैंने माध्यमिक शिक्षा मण्डल मध्यप्रदेश द्वारा आयोजित परीक्षा कक्षा 12 की परीक्षा 2022 में दी थी | अंकसूची देखने पर मुझे अंग्रेजी विषय के प्राप्तांक देखने पर बहुत आश्चर्य हुआ | मेरा यह पेपर शत प्रतिशत सही था।
परन्तु मुझे आशा के विपरीत अंक प्राप्त हुए है कृपया अंग्रेजी विषय की उत्तर पुस्तिका की पुनर्गणना करने की कृपा करे | आशा है आप मेरी उत्तर पुस्तिका पुनर्गणना फिर से करवाएंगे .
धन्यवाद्
भवदीय
अजय देव
सतवास -देवास
Q ;- 2 अपने मित्र को छोटे भाई के जन्मदिवस पर आमंत्रित करने के लिए पत्र लिखिए
ANS ;-
प्रिय मित्र,
मैं यहाँ अच्छा हूँ। आशा करता हूँ कि तुम भी वहाँ कुशल होन्गे .
अगले हफ्ते [ ] को मेरे भाई का जन्मदिन है। मैं इस पत्र के द्वारा मुख्य रूप से तुम्हे आमंत्रित कर रहा हूँ।
जन्मदिन का उत्सव बडे धूम – धाम से मनाया जायेगा। आप सबके आगमन से, विशेष रूप से तुम्हारे आने से मुझे बहुत खुशी होगी।
तुम्हारे माता – पिता से मेरे प्रणाम कहना ।
तुम्हारे भाई को मेरे आशीर्वाद कहना ।
पता ;- आदित्य कर्मा
पुनासा रोड सतवास
455459
Q ;- 3 हाई स्कूल परीक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने पर मित्र को बधाई पत्र लिखिए
ANS ;-
पुनासा रोड सतवास
दिनांक............................
प्रिय विनय,
आरदणीय पिताजी तथा माताजी को मेरा प्रणाम, छोटों को स्नेह.
मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई कि तुमने हाईस्कूल परीक्षा में प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण होकर संस्था में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। तुम्हारी इस शानदार सफलता पर मैं तुम्हें हार्दिक बधाई देता हूँ और आशा करता हूँ कि आगामी परीक्षाओं में भी तुम्हें ऐसी ही सफलता मिलती रहेगी। मेरी शुभकामनाएं तुम्हारे साथ है।
तुम्हारा मित्र
अजय
Q ;- 3 अपने विद्यालय के प्राचार्य को निर्धन छात्र कोष से छात्रवृत्ति प्रदान करने हेतु एक आवेदन पत्र लिखिए
ANS ;-
सेवा में,
प्राचार्य महोदय,
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय,
सतवास (म.प्र.),
विषय- छात्रवृत्ति प्रदान करने बाबत्
महोदय,
विनम्र निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय की कक्षा 12 वीं '' का एक निर्धन छात्र हूँ| अध्ययन में मैं सदैव उत्तम आता रहा हूँ। पिछले साल मैंने ग्यारवी की परीक्षा अच्छे अंको से उत्तीर्ण की थी और मुझे 5 विषयों में डिस्टिंक्शन भी मिला था
महोदय, मेरे पिताजी आर्थिक रूप से इतने सक्षम नहीं है की मुझे पढ़ा सके । उनकी मासिक आय मात्र 3000 रुपए है, जिसमें पूरे परिवार का भरण पोषण बहुत मुश्किल से हो पाता है ।
अत: आपसे निवेदन है कि मेरे भविष्य व अध्ययन में मेरी रुचि को देखते हुए मुझे ‘निर्धन छात्र कोष' से छात्रवृत्ति प्रदान करने का कष्ट करें ।
आपका आज्ञाकारी छात्र
राजा अग्रवाल
12 वीं , ब ,
अनुक्रमांक 30
Q ;- 4 अपने पिताजी को एक पत्र लिखिए जिसमें परीक्षा की तैयारी के विषय में जानकारी दीजिए।
ANS;-
आदरणीय पिताजी
सादर प्रणाम
सतवास जिला - देवास
30 - 12 -23
आपका पत्र कल ही मिला। आपकी कुशलता जानकर प्रसन्नता हुई। आपने अपने पत्र में लिखा है कि अपनी परीक्षा की तैयारी के संबंध में आपको विस्तृत सूचना दु .
मेरी वार्षिक परीक्षा 16 फरवरी से प्रारंभ होने जा रही है। मैं परीक्षा __ की तैयारी बहुत अच्छी तरह से कर रहा हु .मैंने अपने सारे विषयों की तैयारी कर ली है। मैंने सारी पुस्तकें पढ़ ली और तैयार किए गए प्रश्नोत्तरों को रिपीट भी कर लिया है । मैं परीक्षा देने के लिए पूर्णरूप से तैयार हूँ।
मुझे पूर्ण विश्वास है कि मैं अपने वर्ग में प्रथम स्थान में आऊंगा
आपकी पुत्र
विशाल
Q ;- 5 वाद विवाद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर मित्र को बधाई पत्र लिखिए।
ANS ;-
वार्ड नं.-09
पुनासा रोड सतवास
दिनांक - 02 जनवरी 2024
प्रिय मित्र राजा ,
नमस्कार, मै यहाँ बहुत अच्छा हूँ और आशा करता हूँ कि तुम भी सकुशल होंगे । तुम्हारा पत्र मिला जिसमें तुमने बताया कि तुमने वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है मुझे यह जानकर बहुत हर्ष हुआ | सचमुच हम सबके लिए हर्ष की बात है ये तुम्हारी कड़ी मेहनत का हि परिणाम है|
ईश्वर से कामना है कि वह तुम्हें इसी प्रकार जीवन में सफलता प्रदान करती रहे |
सभी घर बालो को मेरा प्रणाम कहना .
तुम्हार मित्र
अजय
लेखन परिचय
Q ;- 1 हरिवंश राय बच्चन / सूर्यकांत त्रिपाठी निराला / गोस्वामी तुलसीदास/ रघुवीर सहाय
दो रचना
भाव पक्ष कला पक्ष
साहित्य में स्थान
A ;- हरिवंशराय बच्चन
1 ;- दो रचना तेरा हार (1929) मधुशाला (1935), मधुबाला (1936) ,मधुकलश
2 ;- भाव पक्ष - कला पक्ष
हरिवंशराय बच्चन एक महत्वपूर्ण कवी माने जाते है वे एक रहस्यवादी कवी माने जाते है उनकी रचना में उनकी भावना का अनूठा संगम देखने को मिलता है उनकी रचना में सामाजिक चेतना के भाव दिखाई देते है उनकी रचना शुद्ध खड़ी बोली की थी
3 ;- साहित्य में स्थान - साहित्य में प्रथम स्थान है
B ;- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
1 ;- दो रचना ;- नये पत्ते और बेला
2 ;- भाव पक्ष - कला पक्ष
सूर्यकांतसूर्यकांत त्रिपाठी निराला हिंदी कविता के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक माने जाते हैं वे जयशंकर प्रसाद सुमित्रानंदन पंत और महादेवी वर्मा के साथ हिंदी साहित्य में छायावाद के प्रमुख स्तंभ माने जाते हैं उन्हें कई कहानियां उपन्यास और निबंध भी लिखते हैं
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला ज हिंदी कविता के छाया वादी कवी माने जाते है उनकी रचना में उनकी भावना का अनूठा संगम देखने को मिलता है उनकी कहानी और उपन्यास और निबंद में सामाजिक चेतना के भाव दिखाई देते है
4 ;- साहित्य में स्थान - साहित्य में उनका पथम स्थान है
गोस्वामी तुलसीदास
1 ;- दो रचना ;- विनय पत्रिका , रामचरित्र मानस , दोहावली
2 ;- भाव पक्ष ;- तुलसीदास जी राम भक्ति शाखा के प्रमुख कवी माने जाते है , वे भक्ति काल के बहुत ही महत्वपूर्ण समाज सुधारक के रूप में देखे गए थे .
3 ;- कला पक्ष ;- आपकी भाषा संस्कृत है कही - कही पर आपने फारसी , अरवी बंगाली , पंजाबी भाषा का भी प्रयोग किया .
4 ;- साहित्य में स्थान ;- साहित्य में आपका स्थान सर्वोपरि था
रघुवीर सहाय
1 ;- दो रचना ;- दूसरा सप्ताह ; दिल्ली मेरा देश
2 ;- भाव पक्ष ;- ये मुख्यता प्रगतिशील धारा के कवी माने जाते है इन्होने समाज में अनेक प्रवर्ती के बारे में जानकारी दी है
3 ;- कला पक्ष ;- उनकी सभी रचना आजादी के बाद आई थी और वे समाज में उस समय की जानकारी या तस्वीर को सामने रखते थे
4 ;- साहित्य में स्थान ;- सर्वोपरि स्थान था
साहित्य परिचय
हजारी प्रसाद द्विवेदी
दो रचनाएं ;- अशोक के फुल , कटुज ,
भाषा शैली - खाड़ी बोली और हिंदी थी
साहित्य में स्थान ;- सर्वोपरी निबंधकार , साहित्यकार , लेखक माने जाते है
महादेवी वर्म
दो रचनाएं ;- नीरजा , अग्निरेखा
भाषा शैली ;- हिंदी छायाबदी कवी .
साहित्य में स्थान ;- आधुनिक मीरा ने नाम से भी जाना जाता है
जैनेंद्र कुमार
दो रचनाएं ;- दो चिड़िया , एक रात , जय संधि
भाषा शैली ;- भाषा सरल और संस्कृत युक्त भाषा का प्रयोग
साहित्य में स्थान ;- विशिष्ट स्थान है वे हिंदी उपन्यास में सर्वोपरि थे
धर्मवीर भारती
दो रचनाएं ;- गुनाहों का देवता ,अन्धा युग , देशांतर
भाषा शैली ;- देशज , विदेशज और खाड़ी बोली का प्रयोग किया गया .
साहित्य में स्थान ;- आधुनिक हिंदी साहित्य के प्रमुख लेखक , कवी नाटककार और सामाजिक विचारक थे
हिंदी पाठ और व्याकरण के सभी महत्वपूर्ण प्रश्न 2024
Q ;- 1 जहां पर दाना रहते हैं वहीं नादान भी होते हैं कवी ने ऐसा क्यों कहा।
ANS ;- कवी कहना चाहते हैं कि यह संसार जो है विरोधाभास के समान है इस जगत में जहां एक बुद्धिमान और समझदार लोग रहते हैं वहीं दूसरी ओर नासमझ और मूर्ख लोग भी रहते हैं समझदार लोग यह जानते हैं जीवन भर मोक्ष की प्राप्ति हेतु वह प्रयत्न शील रहते हैं और मूर्ख लोग संसार के भोग विलास में लगे रहते है
Q ;- 2 शीतल वाणी में आग के होने का क्या अभिप्राय है
ANS ;- कवी जब अपने गीतों एवं रचनाओं को लोगों को सुनते हैं तो उनकी वाणी अत्यंत ही कोमल और मीठी लगती है लेकिन कवी गीतों के माध्यम से अपने स्वर को लोगों के सामने प्रकट करते हैं ऐसे में उसकी वाणी बाहर से शीतल होते हुए भी स्वयं में क्रोध की आग को समेटे रहती है। वे संसार में फेली बुराइयों को सामने ना कहकर अपने स्वर के माध्यम से लोगो को जागरित करते है
Q ;- 3 बच्चे किस बात की आशा में नीडो को झांक रहे थे ?
ANS ;- बच्चे अपने माता-पिता के शीघ्र लौटने की आशा में नीड़ो को झांक रहे हैं क्योंकि उनके माता-पिता भोजन की तलाश में सुबह जल्दी घोषले से निकल जाते हैं और फिर भोजन लेकर जब वापस लौटते हैं तो बच्चे उनका इंतजार करते हैं। और बार बार बाहर देखते है
Q ;- 4 अपने जीवन में शरद हेतु क्या मायने रखती है।
ANS ;- कवी कहना चाहते हैं कि उन्हें शरद ऋतु बहुत ही अच्छी लगती है गर्मी और बरसात के चार-पांच माह बाद जब शरद ऋतु आती है तो वह अपने सारे रुके हुए कामों को पूर्ण करने में लग जाते हैं इस ऋतु में खाने-पीने खेलने पढ़ने इत्यादि में खूब मन लगता है इसलिए इसे ऋतुराज भी कहा जाता है।
Q ;- 5 आसमान में रंग बिरंगी पतंग को देखकर आपके मन में कैसे ख्याल आते हैं।
ANS ;- आसमान में जो पतंग उड़ती है उसको देखकर कवि के मन में भाव उत्पन्न होते हैं और वह सोचता है कि काश में भी पतंग की तरह आसमान में उड़ता तो मैं भी आसमान की थाप लेता और ऊंचाई को छूता और पतंग की तरह मेरी जिंदगी ही हल्की-फुल्की होती।
Q ;- 6 उड़ने और खिलने का कविता से क्या संबंध बनता है।
ANS ;- कविता का उड़ने में गहरा संबंध है। चिड़िया सहित सभी पंछी अपने पैरो के सहारे ऊंची उडा ने भरते हैं और एक स्थान से दूसरे स्थान पर सरलता से पहुंच जाते है। कविता भी चिड़िया की ही तरह उड़ान भरती है कवी अपनी कविता में कल्पना की उड़ान से अनन्त तक की यात्रा करता है चिड़िया को भी कभी ना कभी थक कर वापस धरती पर लौटना होता है जबकि कविता की उड़ान इस तरह से है कि सदियो तक वह अपना प्रभाव छोड़ती है।
Q ;- 7 भाषा को सहूलियत से बरतने ने से क्या अभिप्राय है।
ANS;- भाषा को सहूलियत से बरतने का अर्थ यह है कि रचनाकार भावों के अनुरूप ही सरल सहज भाषा का उपयोग हमें करना चाहिए क्योंकि अगर हम अपनी भाषा का सही रूप से उपयोग नहीं करेंगे । तो कोई भी उन्हें पसंद नहीं करेंगे लेकिन अगर हम भाषा का उपयोग सही रूप से और सरल तरीके से करेंगे करते हैं तो सभी लोग उन्हें पसंद करते हैं।
Q ;- 8 पर्दे पर व्यक्ति की कीमत है कहकर कभी ने पूरे साक्षात्कार के प्रति अपना नजरिया किस रूप में रखा है।
ANS ;- कवि उपयुक्त पंक्ति के माध्यम से कहना चाहते हैं कि विकलांग के साक्षात्कार के पीछे का छिपा सच उजागर किया है वास्तविकता यह है कि पर्दे पर दिखाई जाने वाले कार्यक्रमों की कीमत उनकी समय अवधि से निर्धारित होती है उन्हें किसी विकलांग की पीड़ा अथवा उसकी संवेदनाओं में कोई रुचि नहीं होती है उनका उद्देश्य तो कम से कम समय में पर्दे पर दर्शकों के माध्यम से किसी भी गरीब लाचार व्यक्ति के घावों को उदित कर उससे उत्पन्न जन भावनाओं का बाजार खड़ा करना होता है।
Q ;- 9 अस्थिर सुख पर दुख की छाया पंक्ति में दुख की छाया किसे कहा गया है।
ANS ;- अस्थिर सुख पर दुख की छाया पंक्ति में कवि ने दुख की छाया मानव जीवन में आने वाले सुख और दुख को माना है कवि का ऐसा विचार है कि संसार में सुख और दुःख के स्वभाव चंचल होता है यह स्थाई नहीं होता है आज सुख है तो कल दुख है । सुख और दुख दोनों छाया की तरह होते हैं जो सदा इन एक साथ चलते रहते हैं।
Q ;- 10 पेट की आग का शमन ईश्वर भक्ति का मेघ ही कर सकता है स्पष्ट कीजिए।
ANS ;- पेट की आग का संबंध ईश्वर भक्ति का मेघ ही कर सकता है तुलसीदास जी का यह वाक्य सत्य आज के समय में भी सत्य जान पड़ता है वास्तव में मनुष्य को अपने पेट की भूख को शांत करने के लिए पुरुषार्थ करने की आवश्यकता होती है यदि व्यक्ति सही रूप से अपना कर्म नहीं करता है तो उसे सही परिणाम नहीं मिलता है ऐसे में ईश्वर स्मरण के साथ किए गए कार्य के परिणाम अधिक संतोषजनक और स्थाई होते हैं
;- 11 सावन की घटाएं व रक्षाबंधन का पर्व भावार्थ कीजिए।
ANS ;- सावन की घटाओ में और रक्षाबंधन के पर्व में गहरा संबंध दिखाई देता है। क्योंकि रक्षाबंधन का त्योहार सावन मास में आता है इस माह तेज बारिश होती है रक्षाबंधन का पर्व भी भाई-बहन के अटूट प्रेम का अनुपम एवं पावन पर्व है राखी के चमकते रेशमी धागे भी ठीक ऐसे ही लगते हैं जैसे सावन की घनघोर घटाएं। वास्तव में सावन का जो संबंध झीनी घाटा से से है घटा का जो संबंध बिजली से है वही संबंध भाई का अपनी बहन से होता है।
Q ;- 12 रचना के संदर्भ में अंधड़ और बीज क्या है।
ANS ;- उमाशंकर जोशी कृत्य संकलित कविता छोटा मेरा खेत के संदर्भ में अंदर भावनात्मक आवेग की आंधी और बीज विचार एवं अभिव्यक्ति का प्रतीक है कवि का मानना है की भावनात्मक आवेग से कवि के मन में एक विचार उदित होता है इसमें कल्पना की उड़ान भरकर कवी एक काव्य रचना का सृजन करता है।
Q ;- 13 भक्तिन अपना वास्तविक नाम लोगों से क्यों छुपाती थी।
ANS ;- भक्तिन अपना वास्तविक नाम लोगों से इसलिए छपती थी क्योंकि उसका वास्तविक नाम लक्ष्मी था लेकिन नाम के अनुरूप वह नहीं थी। भक्ति समझदार वह बुद्धिमान नारी थी जो इस नाम को बढ़ाकर उपहास का पात्र बनना नहीं चाहती थी शायद व्यवहारिक जीवन और नाम का मेल ना मिलने के कारण वास्तविक नाम को गुप्त रखना था .
Q ;- 14 भक्तिन के आ जाने से महादेवी अधिक देहाती कैसे हो गई।
ANS ;- भक्तिन स्वयं को ना बदल कर दूसरों को अपने अनुसार बदल देती थी मकई को बना रात दलिया सवेरे माथे से खाना बाजरे के तिल लगाकर बनाए गए पोहे ज्वार के बुने गए भुट्टे के हर दानों की खिचड़ी । अनचाहे खाना पड़ता था। भक्ति ने लेखिका को अपनी पसंद का भोजन खिला कर देहाती बना दिया था इस प्रकार भक्तिन के आ जाने से महादेवी देहाती हो गए।
Q ;- 15 बाजार का जादू चढ़ने और उतरने पर मनुष्य पर क्या-क्या असर पड़ता है।
ANS ;- बाजार के सुंदर रूप का जादू जब चढ़ने लगता है तो मनुष्य यथार्थ की चीज खरीदना चालू कर देता है। जब उसकी इच्छाएं जागती है तो उसे वस्तु खरीदने के लिए वह तैयार हो जाता है और वह उन वस्तुओं को देखा है जो वस्तुएं उसके पास नहीं है उन्हें वह खरीदने का प्रयास करता है ।
Q ;- 16 जेब के भरे होने और मन के खाली होने पर मन की क्या दशा होती है
ANS ;- जेब के भरे होने और मन के खाली होने पर मन किसी की नहीं मानता है वह चाहता है यह भी ले लूं वह भी ले लूं सभी सामान आवश्यक व आरामदायक मालूम होता है।
Q ;- 17 इन्दर सेना सबसे पहले गंगा मैया की जय बोलते हैं नदियों का भारतीय सामाजिक सांस्कृतिक परिवेश में क्या महत्व है।
ANS ;- इन्दर सेना सबसे पहले गंगा मैया की जय बोलता है इसका कारण है नदिया ही मानव जीवन का आधार होती है भारत में गंगा नदी को मां के समान सम्माननीय व पवित्र नदी मानी जाती है हर धार्मिक व सामाजिक कार्य में गंगाजल का उपयोग किया जाता है भारत के साथ-साथ विश्व की सभी सभ्यताओं का जन्म नदियों के किनारे ही हुआ है। भारत के बड़े-बड़े नगर नदियों के किनारे ही बसे हुए हैं।
Q ;- 18 कुश्ती के समय ढोल की आवाज और लोटन के दावपेच में क्या तालमेल था।
ANS ;- कुश्ती के समय ढोल की आवाज और लोत्टन के दाव पेज में बहुत ही अच्छा तालमेल था ढोल की लाल करती हुई आवाज उसमें बिजली उत्पन्न कर देती थी लोटन को लगता मालूम ढोल की आवाज उसे कुश्ती के दाव पर सीख दे रही है जिसका कारण था लोटन में कुश्ती करना किसी गुरु से नहीं सीखा था पर ढोलक ही उसकी गुरु थी।
Q ;- 19 ढोलक की आवाज का पूरे गांव पर क्या असर होता है
ANS ;- सर्दी के मौसम और अमावस्या की ठंडी काली रात हेंजें मलेरिया जैसी बीमारी से पीड़ित गांव बहुत डरा हुआ था चारों ओर अंधेरा हुआ सन्नाटा छाया हुआ दिखाई दे रहा था जब ढोलक की आवाज संध्या से प्रातः तक गांव वालों को सुनाई दे रही थी यह ढोलक की आवाज पुर गांव वालों को संजीवनी बूटी के समान लग रही थी
Q ;- 20 लेखक ने शिरीष को कालजई अवधूत की तरह क्यों माना जाता है।
ANS ;- द्विवेदी जी ने शिरीष को कालजई अवधूत कहा है इसका कारण यह है कि जिस प्रकार अवधूत सांसारिक बंधनों से ऊपर उठकर विजेता का मंत्र देता है सुख-दुख भीषण कष्ट और कठिनाइयां संघर्षों में भी जीवन रस प्राप्त कर लेता है उसी प्रकार सीरीज जीत की तपती गर्मी को सहनकर जीवन में आगे बढ़ता है।
Q ;- 21 शिरीष का पेड़ कब से कब तक खिलता है।
शिरीष का फूल बसंत ऋतु में खीलना शुरू हो जाता है परंतु वह अपना सौंदर्य जेठ की जलती धूप में बिखरता है शिरीष नीचे से ऊपर तक चलकर सबको अपना सौंदर्य प्रदान करता है उसका मन रमता है तो आषाढ़ भादो सब खिलता है।
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