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रानी दुर्गावती का इतिहास क्या है

रानी दुर्गावती का इतिहास क्या है  RANI DURGAVATI KA ITIHAS KYA HAI 

हेलो दोस्तों में अनिल कुमार पलाशिया आज फिर आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आ रहा हु इस लेख में हम आपको रानी दुर्गावती से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी को इस लेख में देखेंगे . हिस्से यह लेख प्रतियोगिता परीक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण रहेगा इस लेख में हम आपको रानी दुर्गावती का इतिहास क्या है  RANI DURGAVATI KA ITIHAS KYA HAI से सम्बंधित जानकारी देंखेगे .

रानी दुर्गावती का इतिहास क्या है

रानी दुर्गावती 

  • रानी दुर्गावती का जन्म 5 अक्टूवर 1524 से हुआ था 
  • रानी दुर्गावती की म्रत्यु 24 जून 1564 में हुई थी 
  • रानी की शादी दलपत शाह से हुई थी 
  • रानी की संतान वीर नारायण थी 
  • रानी का राजवंश चंदेल था 
  • रानी दुर्गावती के पिता का नाम किर्तिवार्मन चंदेल दुतीय था 
  • रानी दुर्गावती का शासन 1550 से 1564 तक का था 
  • उनका विवाह गढ़ मंडला के राजपूत राजा दलपत शाह से हुआ था 
  • दलपत शाह को गोंड राजा संग्राम शाह ने गोद लिया था 

रानी दुर्गावती का जन्म 

  • रानी दुर्गावती का जन्म महोवा साम्राज्य के राजपूत महाराजा किर्तिवार्मंन दुतीय चंदेल के यहा हुआ था 
  • इनका जन्म कालिंजर के किले में 1524 में हुआ था 

रानी दुर्गावती का विवाह 

  • रानी दुर्गावती का विवाह दलपत शाह से हुई थी 
  • राजा दलपत शाह को गोंड राजा संग्राम शाह के दत्तक पुत्र माने जाते थे 
  • अबुल फजल ने अपने ग्रन्थ अकबरनामा के अनुसार गोंडवाना के गोंड राजा संग्राम शाह जो निसंतान थे उन्होंने गोद लिया था 

रानी दुर्गावती का शासन 

  • राजा दलपत शाह की म्रत्यु 1550 ई में हो गई थी 
  • राजा का उतराधिकारी युवराज वीर नारायण उस समय 5 वर्ष का था 
  • रानी ने वीर नारायण की संग्रक्षिका के रूप में गोंडवाना साम्राज्य को सँभालने लगी 
  • रानी दुर्गावती ने अपने साम्राज्य में शांति और व्यापार को बढावा दिया .
  • रानी दुर्गावती ने अपने शासन को सही रूप से चलाने के लिए अपनी राजधानी सिंहगढ़ किले से चोरागढ़ किले में स्थान्तरित की थी 

बाज बहादुर का आक्रमण 1556 के बाद 

1556 में जैसे ही बाजबहादुर ने मालवा के सिहाशन पर अपना कब्ज़ा किया उसके तुरंत बाद ही उसने रानी दुर्गाबती के साम्राज्य में आक्रमण किया जिसमे उसे बहुत हानि उठानी पढ़ी थी 

गोंडबाना पर मुगलों का आक्रमण 1562 

  • 1562 में अकबर ने मालवा शासक बाज बहादुर को हराया था 
  • अकबर का शासन मालवा पर हो गया था 
  • अकबर का सेनापति खवाजा अब्दुल माजिद आसफ खान थे 
  • ख्वाजा माजिद आसफ खान ने रीवा के राजा रामचंद्र सिंह को हराया था 
  • वह रानी के साम्राज्य में अपना अधिकार करना चाहता था 
  • अकबर के आदेश पर वह रानी के राज्य में आक्रमण को तैयार हुआ था 

 रानी का बचाव मुग़ल के खिलाफ 

रानी दुर्गावती को उनके मंत्रियो ने कहा था के आत्म समर्पण करना चाहिए क्योकि मुगल साम्राज्य बहुत बड़ा है और उनसे हम युद्ध कैसे लड़ सकते है लेकिन रानी ने कहा के आत्म समर्पण से अच्छा हें की लड़ते - लड़ते वीरता को प्राप्त करे . जब मुग़ल सेनापति ने आक्रमण किया तो रानी के फोजदार की म्रत्यु हो गई तो रानी ने सेना की भाग डोर अपने हाथ में ले ली थी और उनके खिलाफ युद्ध किया .

जब रानी और मुग़ल सेनापति के आमने सामने युद्ध हुआ उस युद्ध में उनके पुत्र वीर नारायण ने भी भाग लिया था जब आमने सामने के युद्ध में रानी बहुत घायल हो गई तो उसे पीछे हटना पढ़ा वह बुरी तरह से घायल हो गई थी उनके सेनापतियो ने उन्हें युद्ध छोड़कर वहा से जाने को कहा लेकिन रानी ने वहा से जाने से मना कर दिया और अपना खंजर निकाल कर खुद को मार दिया . इस प्रकार रानी दुर्गावती वीरगति को प्राप्त हुई 

FCQ ;- 

Q ;- 1 रानी दुर्गावती कौन थी

ANS ;- रानी दुर्गावती गड राज्य की रानी थी 

Q ;- 2 रानी दुर्गावती किस वंश की थी

ANS ;- रानी दुर्गावती चंदेल वंश की रानी थी 

Q ;- 3 रानी दुर्गावती की लड़ाई लड़ी थी 

ANS ;- रानी ने 52 लड़ाई में से 51 लड़ाई जीती .

Q ;- 4 रानी दुर्गावती की मृत्यु कैसे हुई

ANS ;- रानी दुर्गावती की म्रत्यु 24 जून 1964 को हुई 

Q ;- 5 रानी दुर्गावती की समाधि कहां है

ANS ;- रानी दुर्गावती की समाधी जबलपुर में नरई नाला नामक जगह पर है 


दोस्तों यह लेख हमने रानी दुर्गावती से समबन्धित बनाया है जिसमे हमने प्रतियोगिता परीक्षा को देख कर इसमें हमने सभी जानकारी को आपके सामने रखा है इस लेख में रानी दुर्गावती का इतिहास क्या है RANI DURGAVATI KA ITIHAS KYA HAI रानी दुर्गावती कौन थी रानी दुर्गावती कौन थी रानी दुर्गावती किस वंश की थी  दुर्गावती की समाधी कहा है 

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