संविधान सभा का गठन कब हुआ samvidhaan sabha ka gathan kab huaa
हेलो दोस्तों में अनिल कुमार पलाशिया आज फिर आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी को आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी आपके सामने लेकर आ रहा हु इस लेख में हम आपको संविधान सभा का गठन कब हुआ samvidhaan sabha ka gathan kab huaa से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी बताने का प्रयास करेंगे जिससे यह लेख आपको किसी भी परीक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण रहेगा .
सविंधान सभा का गठन ;- संविधान का निर्माण
प्रधान मंत्री एटली की घोषणा के अनुसार सन 1946 में मंत्रिमंडल मिशन योजना में सविधान सभा के प्रस्ताव को स्वीकार किया गया . इस प्रस्तावना को व्यावहारिक रूप देने के लिए जुलाई 1946 में सविधान सभा के लिए चुनाव हुये .
- चुनाव जुलाई 1996 को चुनाव हुये .
- भारतीय प्रान्तों में 296 स्थानों पर चुनाव हुये .
- भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस को 211 स्थान पर चुनाव हुये .
- मुस्लिम लीग को भी 73 स्थान मिले .
- 12 स्थान स्वतंत्र प्रत्यासितो को प्राप्त हुये .
- 93 स्थान भारतीय रियासतों को दिया गया .
मुसलमानों ने सविधान में अपनी स्तिथि को कमजोर देखते हुये मुस्लिम लीग पार्टी के सदस्यों [ मुसलमानों ] के लिए अलग सविधान और अलग राष्ट्र बनाने की मांग की .जब मुस्लिम लीग को
मानाने के सभी प्रयत्न विफल हो गए तो परिणाम स्वरूप भारत को दो भागो में विभाजित कर दिया गया .
- मुस्लिम लीग की पार्टी ने भारतीय सविधान सभा का बहिस्कार किया गया .
- भारत का दो भाग किया गया . भारत और पाकिस्तान .
- पाकिस्तान के लिए अलग सविधान का गठन किया गया .
संविधान सभा का इतिहास ;- गठन के चरण
पहला चरण
- वटवारा तिन चरणों में किया गया था .
- सर्वप्रथम केविनेट मिशन योजना के अनुसार सविधान सभा के सदस्यों का निर्वाचन किया गया .
- इसमें कुल सदस्यों की संख्या 389 निश्चित की गई .
दूसरा चरण
- दुसरे चरण में भारत - पाकिस्तान के बिभाजन का कार्य प्रारम्भ हुआ .
- 3 जून 1947 की विभाजन योजना के अनुसार सविंधान सभा का पुनर्गठन किया गया
- देश का बटवारा हो जाने के बाद सविधान भा के सदस्यों की संख्या 324 रह गई .
- जिसमे से 225 सदस्य प्रान्तों से निर्वाचित सदस्य रखे गए .
- इसके बाद 89 सदस्य प्रतिनिधि देशी रियासतों के लिए रखी गई .
तीसरा चरण
इस चरण में देशी रियासतों के बारे में बाते की गई थी इस चरण में जान प्रतिनिधी अलग अलग समय पर जुड़े थे .
संविधान सभा की संरचना
9 दिसम्बर 1946 को सविधान सभा का गठन हुआ जिसके अस्थाई अध्यक्ष डा .सचिनानन्द सिन्हा को बनाया गया और इसके बाद 11 दिसम्बर 1946 को डा . राजेंद्र प्रसाद को सविधान सभा का स्थाई अध्यक्ष बनाया गया .फिर नेहरु जी के दुवारा उद्देश्य प्रस्ताव को पेश किया गया . उसके बाद सविधान के निर्माण के लिए अनेक समितियों का गठन किया गया . उसमे से प्रारूप समिति का गठन 29 अगस्त 1947 में किया गया .- प्रारूप समिति का गठन के बाद 29 अगस्त 1947 के गठन के बाद फरवरी 1948 को इसे प्रकाशित किया गया .
- सविधान सभा के निर्माण में कुल 2 वर्ष 11 महीने तथा 18 दिन सविधान सभा के गठन में समय लगा .
- सविधान सभा पर सविधान सभा के सदस्यो दुवारा 24 जनवरी 1950 को सविधान सभा के अंतिम दिन अंतिम रूप से हस्ताक्षर किये गए .
- सविधान सभा का पहला उप्वंध 26 नबम्बर 1949 से लागू किया गया जबकि 26 जनवरी 1950 से लागू हुआ इस तारिक को प्रारम्भ की तारिक कहा गया है .
उद्देश्य प्रस्ताव ;-
13 दिसम्बर 1946 को जवाहरलाल नेहरु दुवारा या प्रस्ताव सविधान सभा में पेश किया गया जिसे अनन्तत 22 जनवरी 1947 को सविधान सभा दुवारा स्वीकार किया गया उनका सर्वोत्तम सारांश इस उद्देश्य प्रस्ताव में निहित था .
सविधान सभा की ऐतिहासिक प्रष्ट भूमि
- भारत में सविधान निर्माण की संकल्पना रास्ट्रीय आन्दोलन से जुडी थी भारत के सविधान सभा का निश्चित उल्लेख भारत शाशन अधिनियम 1919 के लागु होने के बाद वर्ष 1922 में महात्मा गाँधी के दुवारा किया गया .
- मोतीलाल नेहरु की अध्यक्षता में गठित समिति में 10 अगस्त 1928 को एक रिपोर्ट पेश की जो नेहरु रिपोर्ट के नाम से प्रसिद्ध है .
- 17मई 1927 को कांग्रेस के बम्बई अधिवेशन में मोतीलाल नेहरु के दुवारा प्रस्ताव पेश किया गया जिसमे कांग्रेस के केन्द्रीय तथा प्रांतीय विधान मंडलों के निर्वाचित सदस्य व राजनितिक दलों के नेताओं के परामर्श से भारत के लिए एक सविंधान निर्माण का आह्वान किया .
- जून 1934 में कांग्रेस कार्यकारणीय दुवारा ओपचारिक रूप से व्यस्क मताधिकार के आधार पर निर्वाचित सविधान सभा का गठन व सविधान सभा दुवारा सविधान तैयार किये जाने की मांग की गई .
महत्पूर्ण सारांश
- सविधान सभा का गठन किया गया - केविनेट मिशन योजना के अनुसार 1946 .
- सविधान सभा के कुल सदस्य थे - 389 .
- ब्रिटिश भारत के गवर्नर के अधीन 11 प्रान्तों से कितने सदस्य थे - 292 सदस्य .
- देशी रियासतों से कितने प्रतिनिधि थे .93 प्रतिनिधि .
- 1946 के आंतरिक चुनाव में कुल सिट थी - 296 सिट .
- 1946 के चुनाव में कांग्रेस को सिट मिली -208 सिट .
- 1946 के चुनाव में मुस्लिम लीग को सिट मिली- 73 सिट
- सविधान सभा का चुनाव एकल संक्रमणीय मत -पद्धति के आधार पर की गई थी .
- सविधान सभा की पहली बैठक हुई थी -9 दिसम्बर 1946 .
- सविधान सभा के अस्थाई अध्यक्ष थे -सचिनान्न्द सिन्हा .
- सविधान सभा का स्थाई अध्यक्ष 11 दिसम्बर 1946- डा.राजेन्द्र प्रसाद
- सविधान सभा का सवैध्निक सलाहकार नियुक्त किया - बी .ऍन .राब
- 13 दिसम्बर 1946 को उद्देश्य प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया .जवाहरलाल नेहरु
- भारत के सविधान सभा का उल्लेख भारत शाशन अधिनियम 1919 के लागु के बाद वर्ष 1922 में महात्मा गाँधी के दुवारा किया गया था .
- संविधान का निर्माण 2 वर्ष 11 माह और 18 दिन लगे थे
- प्रारूप समिति का गठन 29 अगस्त 1947 को हुआ था
- प्रारूप समिति के कुल 7 सदस्य थे
- प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ भीमराव अंबेडकर जी थे
- संविधान सभा के द्वारा भारत ने राष्ट्रमंडल में सदस्यता कब ली थी - 1949
- संविधान सभा के द्वारा राष्ट्रीय ध्वज अपनाया गया - 22 जुलाई 1947 को
- संविधान सभा के द्वारा राष्ट्रीय गान को अपनाया गया - 24 जनवरी 1950
हेलो दोस्तों यह पोस्ट भारत का संविधान निर्माण कार्य योजना की जानकारी को लेकर बनाया गया है इसमें हमने संविधान सभा के गठन से लेकर उसने जो जो कार्य किए हैं उन सभी तथ्यों को इस पोस्ट में हमने रखा है संविधान सभा का गठन कब हुआ samvidhaan sabha ka gathan kab huaa संविधान का निर्माण संविधान सभा का इतिहास संविधान सभा की संरचना संविधान का निर्माण से सम्बंधित जानकारी इस लेख में देखने को मिलेगा
0 Comments