भील जनजाति की विशेषता - bhil tribe in mp
हेलो दोस्तों में अनिल कुमार पलाशिया आज फिर आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी को आपके सामने लेकर आ रहा हु इस लेख में हम आपको भील जनजाति से सम्बंधित सभी जानकारी को इस लेख में देखेंगे इस लेख में हम आपको भील जनजाति की विशेषता - BHIL TRIBE IN MP BHIL JANJAATI KI VISHESHTA से सम्बंधित सभी जानकारी को आपके सामने रखेंगे .
भील जनजाति मध्य भारत की एक जनजाति मानी जाती है यह एक महत्वपूर्ण जनजाति है जिसे शेर की तुलना की गई है , यह जनजाति भारत के बहुत बड़े व्यापक क्षेत्र में फेली हुई है अगर देखे तो प्राचीन काल में यह जाती मिस्र से लेकर श्रीलका तक फैली हुई थी
भील जाती का इतिहास
भील जनजाति मध्यप्रदेश की प्रथम जनजाति मानी जाती है मध्य प्रदेश में 2011 की जनगणना के अनुसार भील जाति की जनसंख्या 59.9 लाख है राज्य की अनुसूचित जनजाति जनसंख्या का 8 .25 % है।
भील जनजाति की उपत्ति
भील शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा शब्द से मानी जाती है लेकिन बहुत से लोगों का यह भी मानना है कि इस शब्द की उत्पत्ति द्रविड़ भाषा के बिल शब्द से हुई है । जिसका अर्थ होता है धनुष इस शब्द का उपयोग भील जाति के अंतर्गत किया जाता है।
भील जनजाति की भाषा
भील जनजाति की अपनी कोई भाषा नहीं है कोई अपनी मूल भाषा नहीं होती है यह निर्णय करना भी कठिन है कि यह लोग पॉल अथवा द्रविड़ जनजाति के समूह के लोग हैं।
प्राचीन समय में भीलो और राजपूतों में विवाह संबंध होते थे इसी से भिलाला जाती बनी . लोगों का मानना है औरंगजेब के काल में कुछ भी लोगों ने इस्लाम धर्म भी अपनाया है यह तदभी भील के नाम से जाने लगे ।
भील जनजाति कहां पाई जाती है
शिवपुर मुरैना भिंड ग्वालियर दतिया गुना टीकमगढ़ छतरपुर पन्ना सागर दमोह सतना रीवा उमरिया शहडोल सीधी नीमच मंदसौर रतलाम उज्जैन शाजापुर देवास झाबुआ धार इंदौर पश्चिम निर्माण बड़वानी पूर्वी निर्माण राजगढ़ विदिशा भोपाल सीहोर रायसेन बैतूल होशंगाबाद कटनी जबलपुर नरसिंहपुर डिंडोरी मंडल छिंदवाड़ा सिवनी बालाघाट इन राज्य में भील जनजाति पाई जाती है।
भील जनजाति के प्रमुख गोत्र
- डामोर
- कटारा
- निनामा
- ननोत
- पटेला
- मकवाणा
- गमार
- गरासिया
- तावड़
- दाणा
- भूरिया
- सोलंकी
भील जन जाती - भील का इतिहास
- भील जाति गोत्र में विभाजित है
- एक समान गोत्र वाले व्यक्ति के साथ विवाह नहीं होता है
- भीलों में विवाह के समय बड़ों का मूल्य चुकाना पड़ता है
- भीलों में विधवा विवाह भी प्रचलित है
- भीलों के अपने देवी देवता है जिम सबसे महत्वपूर्ण तथा शक्तिशाली देवता राजपंथा हैं
भील जाति के प्रमुख देवता
- भील जाति के यहां पर पहाड़ हवा, पानी अथवा फसल के अलग-अलग देवता माने जाते हैं
- भील जाति में जानवरों में विशेष रूप से घोड़े को श्रद्धा करते हैं तथा सर्प की पूजा करते हैं।
भील जाति की जीविका
- भील जाति के लोगों की जीविका का मुख्य साधन खेती होता है
- 2011 की जनगणना के अनुसार भीम 53.8 प्रतिशत काश्तकार का काम करते हैं
- भील जाती एक तिहाई मूल रूप से खेती मजदूरी के रूप में काम करते हैं
- भील जाति के लोग बकरी और गाय जैसे जानवर भी पालते हैं
- भील जाति के लोग मुर्गी का भी पालन करते हैं
- भील जाति का मुख्य धंधा लकड़ी काटकर बेचने का होता है
- भील जाति के लोग मुर्गी पालन मछली पकड़ना तथा पेड़ो से फल आदि एकत्रित करना मुख्य कार्य होता है।
भील जनजाति ( सुरक्षा )
- भीलों का परंपरागत शास्त्र धनुष बाण होता है
- बाण चलाने में यह लोग निपुण माने जाते हैं
- अपनी सुरक्षा के लिए भील जाति के लोग तलवार और धारिया भी रखते हैं।
- भील जाति के लोग गिलोल चलाने में अपने आप को निपूर महसूस करते हैं
भील जनजाति का पहनावा
- भील जाति का मुख्य व्यवसाय धोती बंदी और पगड़ी होता है
- भील जाति की स्त्रियां घाघरा चोली तथा ओढ़नी पहनती है
- भील जाति की स्त्रियां चटक रंगों के कपड़े पहनती है
- भील जाति की स्त्रियां अंगरखा नमक वस्त्र पहनती है
- भील जाति के स्त्री और पुरुष दोनों ही आभूषण पहनते हैं
- भील जाति की कई स्त्रियां सर से पैर तक आभूषण पहने दिखती है
- भील जातियों में चित्र बनवाना या गुदबाना बहुत ही प्रचलित है
भील जाती का पर्व
- भील जातियों के द्वारा होली के समय किया जाने वाला भगोरिया नृत्य बहुत ही दर्शनीय होता है
- भील जातियों द्वारा भगोरिया नृत्य में विवाह के संबंध तय किए जाते हैं।
- होली के समय पर विवाह का एक दिलचस्प प्रकार गोल गधेड़ा लोक नृत्य के रूप में आयोजित किया जाता है।
- भीलों का प्रणय पर्व भगोरिया माना जाता है
- भीलों का महत्वपूर्ण त्योहार झाबुआ में आयोजित किया जाता है
भील जाती के लोग का रंग
- भील जाति के लोग भुरे से गहरे रंग के होते हैं।
- यह लोग मध्यम कद के होते हैं
- भील जाति के लोग हस्त पुष्ट तथा सुगठित शरीर के होते हैं।
- इस जाती के लोग बहुत ही ईमानदार तथा सच्चे होते हैं।
- यह जाति के लोग अपमान तथा अपशब्द सहन नहीं कर पाते हैं
भील जाती की सामाजिक इकाई
- भीलों का गांव एक सामाजिक इकाई के रूप में होता है।
- भील जाति में गांव के वरिष्ठ लोग जनसाधारण की समस्याओं का निदान भी करते हैं।
- भील जाती की भाषा इंडो आर्यन परिवार की एक बोली है
- भील जाति के लोग स्थानी मराठी तथा गुजराती शब्द को जानते हैं
- भीलों के गांव बिखरे हुए बने हुए होते है उनके मकान दूर दूर बने होते है
- भील जाति के लोग जाति के लोग जादू टोना छुआछूत पर विश्वास करते हैं
- भीलों के मकान चौकोर होते हैं
- उनके मकान नीचे मिट्टी तथा पत्थर की दीवारें होती हैं
- ऊपर से मिट्टी और गोबर का लेप होता है
- उनके मकान की छत बांस से डलवा बनी हुई होती है
- भीलों के मकान में केवल एक छोटा दरवाजा होता है
- भीलों के मकान में खिड़कियां नहीं होती है।
- भील जाती अपने निवास स्थल को फाल्या कहते हैं।
- भूल जाती अपने मकान को कू कहते हैं
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1 ;- भीलो के कुल देवता कोन है ?
ANS ;- आजमा माता -उदयपुर में स्तिथ है
2 ;- भील जनजाति का धर्मं क्या है
ANS ;- भील जनजाति के लोग अपनी आदिम परम्परा संस्कृति रुदिवादी संस्कृति को त्याग कर इसाई और इस्लाम धर्म परिवर्तन कर अन्य धर्म में चले गए है
3 ;- भील जनजाति कहा पाई जाती है
ANS ;- भील जनजाति पाई जाती है यह जनजाति सम्पूर्ण भारत में फैली है
- गुजरात
- मध्य प्रदेश
- छतीसगढ़
- महाराष्ट्र
- राजस्थान
4;- भील जाती का भोजन क्या है
ANS ;- मक्का , कोदो , कुटकी
5 ;- भैलो का राजा कोन है
ANS ;- भैलो का राजा मांडलिक है
6;- भैलो का मुख्य त्यौहार कोन सा है
ANS ;- भैलो का मुख्य तेहार भगोरिया
7 ;- भील कहा से आये थे
ANS ;- भैलो को पश्चिमी भारत की द्रविड़ नस्लीय जनजाति में से एक रूप में पहचाना जा सकता है और वे आस्त्रेलाईड जनजातियो के समूह से सम्बन्धित है
8 ;- भीलो को उत्पत्ति कैसे हुई ?
ANS ;- भीलो की उत्पत्ति वील से हुई है जिसका द्रविड़ भाषा में अर्थ होता है धनुष .
9 ;- सबसे पुराना आदिवासी कोन था
ANS ;- जारवा जनजाति
10 ;- भीलो का इतिहास क्या है
ANS ;- भील को भिल्ल राज व किरात कहा जाता है प्राचीन नागवंशी जाती भील है
11;- भील जनजाति किस लिए प्रसिद्ध है
ANS ;- अपने स्थानीय भूगोल के गहन ज्ञान के साथ - साथ उत्कृष्ट धनुर्धर माने जाते है
12 ;- भील जनजाति का मुख्य व्यवसाय क्या है
ANS ;- भील जनजाति का मुख्य व्यवसाई कृषि है
13 ;- भील शब्द का क्या अर्थ होता है
ANS ;- भील शब्द मिटटी जो ताल के सूखने पर निकलती है तथा जिस पर पपड़ी जमी होती है
14 ;- भील का पूरा नाम क्या है
ANS ;- भील शब्द की उत्पत्ति बील से हुई है जिसका अर्थ है कमान .
15 ;- भीलो का निवास स्थल क्या कहलाता है
ANS ;- भैलो का निवास स्थल , कु , अथवा टपरा है
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